Mohan Bhagwat Statement On Manipur: राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (RSS) दूसरा समापन समारोह के दौरान सरसंघचालक मोहन भागवत का बड़ा बयान सामने आया है. मोहन भागवत ने पीएम मोदी की शपथ के बाद पहली बार बयान दिया है. इस दौरान उन्होंने कहा कि चुनाव परिणाम आ चुके हैं. सरकार बन गई है. वही सरकार (एनडीए) फिर से आ गई है. पिछले 10 साल में बहुत कुछ अच्छा हुआ है. लेकिन हम चुनौतियों से मुक्त नहीं हुए हैं. वीते एक साल से मणिपुर शांति की राह देख रहा है. इसके अलावा संघ प्रमुख ने और भी कई मुद्दों पर बात की.
#WATCH | Nagpur, Maharashtra: RSS chief Mohan Bhagwat says, "Manipur has been awaiting peace for a year now. It was peaceful for 10 years. It seemed that the old gun culture had ended. It is still burning in the fire of the sudden tension that rose there or that was made to rise… pic.twitter.com/RrviLfF5XL
— ANI (@ANI) June 10, 2024
चुनाव में लोगों ने अपना मत दिया
चुनाव लोकतंत्र में प्रति पांच वर्ष होने वाली घटना है। हम अपना कर्तव्य करते रहते हैं लोकमत परिष्कार का। प्रतिवर्ष करते हैं, प्रति चुनाव में करते हैं, इस बार भी किया है। – सरसंघचालक
चुनाव लोकतंत्र में प्रति पांच वर्ष होने वाली घटना है।
हम अपना कर्तव्य करते रहते हैं लोकमत परिष्कार का। प्रतिवर्ष करते हैं, प्रति चुनाव में करते हैं, इस बार भी किया है। – सरसंघचालक #RSSVarg_2 pic.twitter.com/kQOov3UdWX— RSS (@RSSorg) June 10, 2024
पैगंबर साहब के इस्लाम के बारे में भी सोचना होगा
शक्ति के साथ शील संपन्न बनो,
शील अपने धर्म और संस्कृति से आता है- पूजनीय सरसंघचालक जी#RSSVarg_2 pic.twitter.com/x49R7AlE6f— RSS (@RSSorg) June 10, 2024
मोहन भागवत ने कहा कि पैगंबर साहब का इस्लाम क्या है, यह भी सोचना होगा. ईश्वर ने हम सभी को बनाया है. उनकी बनाई कायनात के बारे में सोचना जरूरी है. हमारे मत और तरीके अलग हो सकते हैं लेकिन इस देश के सभी लोगों को अपना भाई मानना होगा. विचार तो अच्छे होते हैं लेकिन दशकों की जो आदत है उसे सुधारने में समय लगता है. इसी के लिए संघ की शाखा होती है. संघ इसी के लिए है.
पिछले दस 10 में बहुत कुछ अच्छा हुआ लेकिन चुनौती बरकरार
बीते 10 सालों में बहुत कुछ अच्छा हुआ है, लेकिन फिर भी चुनौती बरकरार है. वैश्विक स्तर पर प्रतिष्ठा बढ़ी है. विज्ञान के क्षेत्र में तरक्की हुई है. लेकिन हमें सभी चुनौतियों से मुक्त होना है.
काम करें लेकिन मैंने किया, ये अहंकार न पालें
संघ प्रमुख ने कहा कि संघ की शाखाओं में कैसे क्या होता है, ये दूर से नहीं पता चलता. इसमें सहभागी बनकर ही इसे समझा जा सकता है. संघ के स्वयं-सेवक कई काम करते हैं. जीवन का कोई ऐसा क्षेत्र नहीं, जिसके लिए ये स्वयं-सेवक काम न कर रहे हो. जरूरी है कि काम करें लेकिन मैंने किया है ये अहंकार न पालें.