नई दिल्ली। नागपुर स्थित मुख्यालय के महर्षि व्यास सभागार में वार्षिक दशहरा समारोह में आज राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (आरएसएस) के प्रमुख मोहन भागवत Mohan Bhagwat शामिल हुए। प्रमुख मोहन भागवत के साथ संघ के अलावा अन्य नेता भी मौजूद रहे। इस मौके पर मोहन भागवत ने कहा, ‘हमारी सेना की अटूट देशभक्ति व अदम्य वीरता, हमारे शासनकर्ताओं का स्वाभिमानी रवैया तथा हम सब भारत के लोगों के दुर्दम्य नीति-धैर्य का परिचय चीन को पहली बार मिला है।’
भारत की प्रतिक्रिया ने चीन को परेशान कर दिया
मोहन भागवत ने कहा, ‘पूरी दुनिया ने देखा है कि कैसे चीन भारत के क्षेत्र में अतिक्रमण कर रहा है। चीन के विस्तारवादी व्यवहार से हर कोई वाकिफ है। चीन कई देशों-ताइवान, वियतनाम, यू.एस., जापान और भारत के साथ लड़ रहा है। लेकिन भारत की प्रतिक्रिया ने चीन को परेशान कर दिया है।’
India's defence forces & citizens stood firmly in front of China's attack, displaying their determination & valour. From both strategic & economic point of view, China got an unexpected jolt. We don't know how China will react, so we need to be vigilant: RSS Chief Mohan Bhagwat pic.twitter.com/amdH3qPKOk
— ANI (@ANI) October 25, 2020
सामना करने से डरते हैं
मोहन भागवत के इस बयान के बाद राहुल गांधी ने दशहरे के मौके पर मोहन भागवत द्वारा चीन पर दिए गए बयान को लेकर प्रतिक्रिया दी है। राहुल गांधी ने कहा है कि मोहन भागवत सच जानते हैं, लेकिन सामना करने से डरते हैं।
Deep inside, Mr Bhagwat knows the truth. He is just scared to face it.
The truth is China has taken our land and GOI & RSS have allowed it. pic.twitter.com/20GRNDfEvD
— Rahul Gandhi (@RahulGandhi) October 25, 2020
20 जवान शहीद हो गए थे
उल्लेखनीय है कि पूर्वी लद्दाख में अप्रैल महीने से भारत-चीन के बीच सीमा विवाद जारी है। दोनों देशों की सेनाएं वास्तविक नियंत्रण रेखा (एलएसी) पर तैनात हैं। जून महीने में दोनों सेनाएं गलवान घाटी में आमने-सामने की स्थिति में आ गई थीं, जिसके बाद भारत के 20 जवान शहीद हो गए थे। वहीं, अगस्त महीने में भी चीन ने घुसपैठ की कोशिश की थी, जोकि नाकाम रही थी।