Indian Airforce AN-32: भारतीय वायुसेना के विमान का मलबा लगभग साढ़े सात साल बाद बंगाल की खाड़ी में करीब 3.4 किलोमीटर की गहराई पर मिला है. लापता हुए इस विमान में 29 कर्मी सवार थे.
#WATCH | Chennai: Dr GA Ramadass, Director of the National Institute of Ocean Technology (NIOT) speaks on the the debris of the Indian Air Force An-32 aircraft (registration K-2743), that went missing over the Bay of Bengal in 2016, found approximately 140 nautical miles (approx.… pic.twitter.com/Ou8A5aDXMW
— ANI (@ANI) January 12, 2024
रक्षा मंत्रालय ने कहा कि हाल ही में राष्ट्रीय समुद्र प्रौद्योगिकी संस्थान के ऑटोनॉमस अंडरवाटर व्हीकल (एयूवी) द्वारा ली गई तस्वीरों की जांच से पता चला है कि चेन्नई तट से 310 किमी दूर समुद्र में मिला मलबा एएन-32 विमान का है.
22 जुलाई, 2016 को हुआ था लापता
दरअसल, रजिस्ट्रेशन संख्या K-2743 वाला भारतीय वायुसेना का एएन-32 विमान 22 जुलाई, 2016 को एक अभियान के दौरान बंगाल की खाड़ी के ऊपर रहस्यमयी तरीके से लापता हो गया था. विमान में वायुसेना के 29 कर्मी सवार थे.
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हादसे के बाद भारतीय वायुसेना की ओर से बड़ा सर्च ऑपरेशन चलाया गया. कई दिन तक वायुसेना के हेलीकॉप्टर और विमान लापता एएन-32 को खोजते रहे, लेकिन कोई जानकारी हाथ नहीं लगी.
विमान में सवार कर्मियों के बारे में भी कोई जानकारी हाथ नहीं लगी.
29 लोग विमान में थे सवार
विमान में 29 कर्मी सवार थे. इस विमान की खोज में बड़ा अभियान चलाया गया था जिसमें कई विमान और जहाज लगाए गए थे, लेकिन न तो लापता विमान के मलबे का पता चला और न ही विमान में सवार कर्मियों का पता चल पाया.
राष्ट्रीय समुद्र प्रौद्योगिकी संस्थान पृथ्वी विज्ञान मंत्रालय के अधीन कार्य करता है. इसने लापता हुए एएन-32 विमान के अंतिम ज्ञात स्थान पर गहरे समुद्र में हाल ही में अन्वेषण क्षमता वाला एक एयूवी तैनात किया था.
कई उपकरणों के उपयोग से मिला मलबा
रक्षा मंत्रालय ने कहा, ‘यह खोज मल्टी-बीम सोनार (साउंड नेविगेशन एंड रेंजिंग), सिंथेटिक अपर्चर सोनार और हाई-रिज़ॉल्यूशन फोटोग्राफी सहित कई उपकरणों का उपयोग कर 3,400 मीटर की गहराई पर की गई.’
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ऐसे विमान का चला पता
रक्षा मंत्रालय ने कहा, “यह खोज मल्टी-बीम सोनार (साउंड नेविगेशन एंड रेंजिंग), सिंथेटिक अपर्चर सोनार और हाई-रिज़ॉल्यूशन फोटोग्राफी सहित कई उपकरणों का उपयोग कर 3,400 मीटर की गहराई पर की गई.”
इसने कहा, “खोज संबंधी तस्वीरों के विश्लेषण से चेन्नई तट से लगभग 140 समुद्री मील (310 किमी) दूर समुद्र तल पर एक दुर्घटनाग्रस्त विमान के मलबे की मौजूदगी का संकेत मिला है.
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