MP News: देश की कानून व्यवस्था में पुलिस को जनता की सुरक्षा की जिम्मा मिला हुआ है. इसके बाद भी भारत में पुलिस की छवि डराने वाली है. देश में लोग पुलिस को सहायक मानने कि बजाए उससे डरने लगते हैें. इसके पीछे की वजह भी पुलिस का रवैया है. ऐसा ही एक मामला मध्य प्रदेश के अनूपपुर से आया है. जहां एक नबालिग के साथ पुलिस ने मामूली बात पर मारपीट की. जिससे आहत होकर युवक ने आत्महत्या कर जान दे दी.
परिजनों लगाई न्याय की गुहार
मृतक नबालिग युवक के परिजनों ने न्याायिक जांच की मांग की. जिसके बाद अतिरिक्त पुलिस महानिदेशक (ADG) डीसी सागर ने इस मामले में शामिल दो पुलिसकर्मियों को सस्पेंड कर दिया. मामले की जानकारी देते हुए मृतक युवक के पिता ने बताया कि रविवार शाम को दुष्कर्म के एक मामले में पुलिस पड़ोसी के घर पूछताछ करने आई थी. इसी दौरान नाबालिग अपने फोन से कार्रवाई का वीडियो बनाने लगा. पुलिसकर्मियों ने उसे वीडियो बनाने से मना किया और मोबाइल छीन कर मारपीट की. जिसकी बाद उसने घर आकर फांसी लगा ली.
परिजनों ने पुलिस पर लगाए उकसाने के आरोप
परिजन नाबालिग को कोतमा सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र लेकर पहुंचे. जहां डॉक्टर ने उसे मृत घोषित कर दिया. इसके बाद परिजनों ने पुलिस पर नाबालिग को आत्महत्या के लिए उकसाने का आरोप लगाए. घटना में शामिल पुलिसकर्मी पर कार्रवाई करने की मांग भी की. इसी मामले को लेकर देर रात एडीजीपी मौके पर पहुंचे. इसके बाद घटना में शामिल दो पुलिसकर्मियों कृपाल सिंह और मनु प्रताप सिंह को निलंबित कर दिया.
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बता दें पुलिस जिस घर में पूछताछ के लिए गई थी. वहां एक महिला और बच्चा था. महिला का पति घर पर नहीं था. महिला के साथ जब पुलिसकर्मी पुछताछ कर थे. तभी मौके पर मोहल्ले में रहने वाला नाबालिग पहुंचा. और इस कार्रवाई का मोबाइल में वीडियो बनाने लगा. यह देख उससे पुलिसकर्मियों ने मोबाइल छीन लिया और डांटते हुए मारपीट कर दी.