नाबालिग ने बेरहमी से की पिता की हत्या, फिर सबूत मिटाने के लिए 100 बार देखा क्राइम पेट्रोल

मथुरा: उत्तर प्रदेश के मथुरा में एक ऐसा मामला सामने आया है जिस देखकर और सुनकर सबके होश उड़ गए। दरअसल, यहां एक नाबालिग बेटे ने अपने ही पिता की हत्या कर दी और शव को ठिकाने लगाने के लिए उसने पेट्रोल और टॉयलेट क्लीनर डालकर उसे जला दिया। हालांकि आरोपी लड़के को बुधवार के दिन गिरफ्तार कर लिया गया है।
सबूत मिटाने के लिए 100 बार देखा क्राइम पेट्रोल
बताया गया कि 17 वर्षीय नाबालिग ने वीभत्सता की सारी हदें पार कर दी, पहले तो अपने पिता की हत्या कि और फिर शव की पहचान व हत्या के सबूत मिटाने के लिए उसने 100 से ज्यादा बार ‘क्राइम पेट्रोल’ (Crime Patrol) देखा। आरोपी ने बताया कि वह पिता की डंट से परेशान था जिसके बाद उसने अपने पिता की हत्या कर दी और सबूत मिटाने के लिए पेट्रोल और टॉयलेट क्लीनर जालकर शव को जला दिया था।
ये है पूरा मामला
दरअसल, यह मामला 2-3 मई की रात का है। इस दिन मनोज मिश्रा नाम के व्यक्ति की हत्या हो गई थी। बताया जा रहा है कि हत्या से पहले मनोज ने अपने बेटे और बेटी की डंडे से पिटाई की थी, जिसका गुस्सा बेटे में भरा हुआ था और इसी गुस्से में आकर नाबालिग बेटे ने अपने पिता को पहले तो लोहे की रॉड से मारा और फिर पिता का चेहरा कपड़े से ढ़ंककर उसका गला घोंट दिया। जिससे की फिंगर प्रिंट्स ना आ सकें।
शव को छिपाने के लिए ली मां की मदद
शव को छिपाने के लिए बेटे ने अपनी मां की मदद ली और देर रात करीब 2-3 बजे मां की मदद से उसने शव को स्कूटी से ले जाकर एक खाली प्लॉट में एसिड और पेट्रोल डालकर जला दिया। इतना ही नहीं इस मर्डर को आत्महत्या दिखाने के लिए मृतक पिता की चप्पल, चश्मा और बाकी सामान लाश के पास ही छोड़ दिए। इसके अलावा जो भी चीजें इस पूरे कांड में इस्तेमाल हुईं, उन्हें जला दिया गया।
100 से ज्यादा बार देखा क्राइम पेट्रोल
वहीं, घर से सबूत मिटाने के लिए 100 से ज्यादा बार धारावाहिक क्राइम पेट्रोल देख डाला। उसने कुबूल किया कि पिता की हत्या के बाद सबूत मिटाने का तरीका सीखने के लिए उसने क्राइम पेट्रोल देखा। मनोज की हत्या के बाद इस्कॉन मंदिर के लोगों के दबाव पर 3 मई को मां बेटे ने थाने में गुमशुदगी की रिपोर्ट लिखाई, हालांकि, तब तक पुलिस को जली लाश मिल चुकी थी।
पुलिस ने शक में की सख्ती से पूछताछ
12वीं में पढ़ने वाले नाबालिग बेटे से पूछताछ की तो उसके बयानों में बदलाव मिलने के बाद पुलिस को उसपर शक हुआ। पुलिस ने जब लड़के का मोबाइल फोन चेक किया तो पता चला कि उसने घटना के बाद से क्राइम पेट्रोल के एपिसोड 100 से ज्यादा बार देखे हैं। कड़ाई से पूछताछ के बाद बेटे ने हत्या की बात कबूल कर ली। इस तरह हत्या के 5 महीने बाद हत्यारे का पता चल सका।