Bansal News :आपाधापी भरे इस जीवन में आज के समय में विश्व के करोड़ों लोग मानसिक बीमारियों का शिकार हैं। मानसिक रोगों के प्रति जागरूकता की कमी के कारण ज्यादातर लोग इन समस्याओं पर ध्यान नहीं पाते। स्ट्रेस , एंग्जायटी जैसी समस्याओं से शुरू होकर यह बीमारियां अत्यंत जटिल भी हो सकती हैं।
कोरोना महामारी के बाद दुनियाभर में मानसिक बीमारी से पीड़ित मरीज बढ़े हैं। ऐसे में जरूरी है कि मानसिक बीमारियों के प्रति लोग जागरूक रहें और समय रहते मनोचिकित्सक की सलाह लें। मानसिक बीमारियों का शिकार होने पर कई ऐसे लक्षण हैं, जिनकी मदद से आप यह समझ सकते हैं कि इसकी शुरुआत हो चुकी है। आइए जानते हैं मानसिक बीमारियों के शुरूआती लक्षणों के बारे में।
क्या होते हैं मानसिक रोग
प्रदेश के प्रसिद्ध मनोचिकित्सक डॉ सत्यकांत त्रिवेदी (Psychiatrist in Bhopal) के अनुसार मानसिक रोग सामाजिक, आर्थिक और शारीरिक स्थिति के कारण इनकी शुरुआत हो सकती है। जागरूकता के अभाव और कलंक के भाव के चलते ये रोग धीरे-धीरे गंभीर होने लगती हैं और मरीज के लक्षण भी बिगड़ने लगते हैं। मानसिक बीमारियों की वजह से सोशियो ऑक्यूपेशनल प्रॉब्लम होती हैं
मानसिक रोगों के लक्षण
मानसिक रोगों की शुरुआत में दिखने वाले कुछ सामान्य लक्षण इस तरह से हैं-
मन दुखी रहना
चिड़चिड़ापन और बेचैनी
नींद की परेशानियों की शुरुआत
ध्यान केंद्रित करने में परेशानी
इंसान की मनः स्थिति में बदलाव
शरीर में उर्जा की कमी
खानपान की आदतों में बदलाव
सिरदर्द, कमर दर्द और शरीर में लगातार दर्द बने रहना ,जांचें नार्मल आना
नशे का सेवन शुरू करना
डॉ सत्यकांत त्रिवेदी (साइकेट्रिस्ट) के अनुसार मानसिक रोग से ग्रसित व्यक्ति को उपचार के साथ ही साथ सपोर्ट की भी जरूरत होती है। हेल्दी लाइफस्टाइल से लाभ मिलता है। अगर आप,आपके परिजन और अपने मित्र में ये लक्षण दिखाई दे रहे हैं, तो सबसे पहले उसे एक्सपर्ट मनोचिकित्सक को दिखाकर इलाज़ लें।
डॉ सत्यकांत त्रिवेदी प्रदेश के वरिष्ठ मनोचिकित्सक हैं और राजधानी स्थित बंसल अस्पताल में विगत 8 वर्षों से अपनी सेवाएं दे रहे हैं ।