Menstrual Cup Stuck Removal Tips:: पीरियड्स का समय महिलाओं के मूड और हेल्थ के लिए बहुत उतार-चढ़ाव वाला होता है। इन दिनों महिलाओं के शरीर में कई हार्मोनल बदलाव होते हैं। ऐसे में पीरियड फ्लो, तेज दर्द, क्रैम्प, कमजोरी, मूड स्विंग्स उनमें चिड़चिड़ापन का कारण बन जाते हैं। साथ ही महिलाओं को लीकेज से बचने के लिए सैनिटरी पैड, टैम्पोन और मेन्स्ट्रुअल कप का इस्तेमाल करना होता है।
महिलाएं अपने कम्फर्ट के अनुसार इनमें से कोई एक ऑप्शन चुनती हैं। मेन्स्ट्रुअल कप एक ऐसा उपकरण है जिससे महिलाएं बहुत कंफर्टेबल फील करती हैं। हालांकि इसे लगाते और निकालते समय कुछ खास बातों का ख्याल रखना जरूरी है। कई बार मेंस्ट्रुअल कप, वजाइना में फंस जाता है, जिससे महिलाएं पैनिक करने लग जाती है। लेकिन ऐसी स्थिति में क्या करना चाहिए, आइए जानते हैं।
क्या है मेन्स्ट्रुअल कप?
मेंस्ट्रुअल कप, रबर, लेटेक्स या सिलिकॉन का बना होता है। यह एक फ्लेक्सिबल और छोटा सी-शेप का कप होता है। इसे पीरियड्स के समय वजाइना के अंदर इंसर्ट किया जाता है। मेंस्ट्रुअल कप अलग-अलग साइज के होते हैं।
मेंस्ट्रुअल कप फंसने पर क्या करें
मेंस्ट्रुअल कप फंसने पर अक्सर महिलाएं काफी पैनिक और डरा हुआ महसूस करने लगती हैं। ऐसी स्थिति में आपको डरना नहीं है। सबसे पहले खुद को रिलैक्स करना होगा। जब आप रिलैक्स रहेंगी तो आपकी मसल्स भी रिलैक्स होंगी। इससे वजाइना की मसल्स भी लूज होंगी। इससे मेंस्ट्रुअल कप निकालने में आसानी होगी।
वजाइना से ऐसे निकालें मेंस्ट्रुअल कप
- सबसे पहले स्क्वाट पोजीशन में बैठ जाएं। इससे पेल्विक मसल्स रिलैक्स हो जाती हैं।
- अब उंगली की मदद से मेंस्ट्रुअल कप के नीचे का हिस्सा जो बाहर की ओर होता है, उसे ढूंढें। यदि आपकी उंगली इस हिस्से तक नहीं पहुंच पा रही है तो थोड़ा प्रेशर लगाएं। प्रेशर से कप बाहर आ जाएगा और आप उंगली की मदद से इसे निकाल सकेंगी।
- कप बाहर निकालने के बाद अपने हाथ, मेंस्ट्रुअल कप और वजाइना को अच्छी तरह से वॉश करें।
क्यों फसता है मेंस्ट्रुअल कप
मेंस्ट्रुअल कप कई बार गलत साइज का इस्तेमाल करने की वजह फंस जाता है। इसलिए सही साइज का मेंस्ट्रुअल कप यूज करना बहुत जरूरी है। इसका साइज, फ्लो, उम्र और सर्विक्स की लंबाई के अनुसार तय किया जाता है।
मेंस्ट्रुअल कप फंसने पर क्या ना करें
कई बार महिलाएं मेंस्ट्रुअल कप फंसने पर इसे बाहर निकालने के लिए पेन या पेंसिल की मदद लेती हैं। ऐसा बिल्कुल भी न करें। ऐसा करने से वजाइना में स्क्रैच हो सकते हैं। साथ ही वजाइनल इंफेक्शन का भी खतरा रहता है।
नोट: इस लेख में दी गई जानकारियां सामान्य सूचनाओं पर आधारित हैं। बंसल न्यूज इसकी पुष्टि नहीं करता। अमल में लाने से पहले विशेषज्ञ की सलाह ले लें।
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