No Cheating in Love: आज रांझा और हीर या रोमियो और जूलियट वाला सच्चे प्रेम की एक दो दास्तानें कभी-कभार देखने और सुनने मिल जाती हैं। लेकिन इंटरनेट के दौर में आज प्यार भी व्हाट्सअप और फेसबुक पोस्ट और अपडेट की तरह पल-पल बदल रही है।
लाइफ इज शॉर्ट, हैव एन अफेयर!
इससे भी बढ़ कर टिंडर और एश्ले मैडिसन जैसी डेटिंग वेबसाइट ये स्लोगन दे रही है कि लाइफ इज शॉर्ट, हैव एन अफेयर (Life is Short, Have an Affair)। ये स्लोगन केवल आज के युवाओं को ही नहीं बल्कि बल्कि प्रबुद्ध और मच्योर लोगों को भी उनके प्रेयसी या लाइफ पार्टनर से बेवफाई (cheating in love) के लिए उकसाती है। आये दिन ऐसे प्रसंग देखने और सुनने में आते हैं, कि सोशल मीडिया और डेटिंग websiteवेबसाइट ने कई जिंदगियां तबाह कर दी हैं।
रोज-रोज वही दाल, कभी-कभी मुर्ग-मुसल्लम
मेन विल बी ऑलवेज मेन (Men Will Be Always Men) जुमला तो आपने सुना ही होगा। आपने अपने यार-दोस्तों कुछ लोगों को यह भे कहते सुना होगा, ‘रोज-रोज वही घर की दाल, कभी-कभी बाहर की बिरयानी’। और आप इसका मतलब भी बखूबी जानते होंगे। जी हाँ, ये मर्दों की फितरत से जुडी कहावतें हैं, जो अपनी लाइफ पार्टनर के होते हुए भी ‘दूसरी’ की तरह आकर्षित हो जाते हैं और अफेयर चला लेते हैं।
अक्सर यह भी देखा गया है कि गुजरते समय के साथ लवर्स के बीच प्यार कम होने लगता है। लवर्स आपस में दूरियां बढ़ने लगती हैं। ऐसे में प्यार में तकरार होने लगते हैं। लव बर्ड्स के संबंध में खटास आ जाती है। ये दूरियां इतनी बढ़ जाती हैं कि दोनों के बीच किसी तीसरे का भी दखल हो जाता है।
ज्यादातर अफेयर्स में महिलाएं वापस अपनी जिंदगी में लौट आती हैं। वे खुद में सिमट जाती है। लेकिन मर्दों के मामले यह ज्यादातर देखा जाता है कि पुरुष अपने साथी को छोड़ किसी दूसरी महिला मित्र की तरफ आकर्षित होने लगता है।
अब नहीं दे पाएंगे मर्द प्यार में धोखा
आपको बता दें, एंडोक्राइन सोसाइटी के क्लिनिकल एंडोक्रिनोलॉजी और मेटाबॉलिज्म जर्नल में एक रिसर्च पब्लिश हुआ है, जिसमें दावा किया गया है कि जिन पुरुषों में हाइपरसेक्सुअल (hypersexual) नाम की प्रवृत्ति होती है, वे वो अपने पार्टनर को ज्यादा धोखा देते हैं। इसे रोकने के लिए वैज्ञानिक अनोखी दवा बनाने की योजना बना चुके हैं। जिसका सेवन करने से जो पुरुष पत्नी या प्रेमिका के साथ धोखा या बेवफाई (cheating in love) करते हैं, वे ऐसा नहीं कर पाएंगे।
लोग क्यों करते हैं बेवफाई
शोध के मुताबिक़, मनुष्यों में ऑक्सीटॉसिन हॉर्मोन पाया जाता है, जिसे लव हॉर्मोन भी कहते हैं। इस हॉर्मोन की वजह से अपोजिट सेक्स के प्रति आकर्षण बढ़ता है। जब इस हॉर्मोन की मात्रा बहुत ज्यादा बढ़ जाती है तब हाइपरसेक्सुअल जैसी समस्या पैदा होती है, जिससे व्यक्ति एक से अधिक लोगों के प्रति आकर्षित होता है।
रिसर्च में हुआ ये खुलासा
हाइपर सेक्शुअल डिसऑर्डर पर शोध के लिए 100 पुरुषों को चुना गया था जिसमें 64 ऐसे पुरुष थे, जो इस प्रवृत्ति या रोग से पीड़ित निकले। मात्र 38 ऐसे पुरुष थे जो सामान्य थे। रिसर्च में खुलासा किया गया कि इन 64 मदों में ऑक्सीटॉसिन की मात्रा शरीर में ज्यादा थी। वे धोखा देने की प्रवृत्ति (cheating in love) रखते हैं। ऐसे में वैज्ञानिकों ने यह दावा है कि यदि ऐसी दवाई बनाइ जाएगी, जो ऑक्सीटॉसिन हार्मोन की मात्रा को शरीर में कम करे देगी। फिर ऐसे मर्द महिलाओं को धोखा नहीं दे पाएंगे।
ऑक्सीटॉसिन कम करने के हैं और भी तरीके
रिसर्च में यह भी खुलासा किया गया कि जिन मर्दों पर कॉग्निटिव बिहेवियर थैरपी (cognitive behavior therapy) की गई, उन मर्दों में ऑक्सीटॉसिन की मात्रा में कमी पाई गई। उनमें हाइपरसेक्सुअल (hypersexual) डिसऑर्डर कम हुआ।
आपको बता दें, शरीर में ऑक्सीटॉसिन की मात्रा को बिना दवाई के भी कम किया जा सकता है। इसमें योग, चिंतन, भक्ति और उचित खान-पान के अनेक तरीक शामिल हैं।