हाइलाइट्स
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जांच में योग्य 169 नर्सिंग कॉलेजों के छात्र दे सकेंगे परीक्षा
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मप्र आयुर्विज्ञान विवि जबलपुर ने जारी किया टाइमटेबल
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सीबीआई जांच में 65 कॉलेज पाए गए थे अयोग्य
भोपाल। Nursing Exam 2024: मध्य प्रदेश में सबसे बड़ा नर्सिंग कॉलेज घोटाला किसी से छिपा नहीं है। इसमें कई छात्रों का भविष्य दांव पर लगा है।
इस घोटाले के उजागर होने के बाद हाईकोर्ट के आदेश पर सीबीआई जांच की गई।
सीबीआई की जांच में जो कॉलेज सही पाए गए, उन कॉलेजों के छात्रों की परीक्षा कराने के लिए टाइम टेबल जारी कर दिया गया है।
बता दें कि मध्यप्रदेश नर्सिंग छात्र-छात्राओं की परीक्षाओं (Nursing Exam 2024) के लिए मध्य प्रदेश आयुर्विज्ञान विश्वविद्यालय जबलपुर ने टाइम टेबल जारी कर दिया है। बता दें कि नर्सिंग की परीक्षाएं तीन साल बाद आयोजित की जा रही है, लेकिन इस परीक्षा में प्रदेश के सभी कॉलेजों के छात्र शामिल नहीं हैं। जिन कॉलेजों को इस परीक्षा में शामिल नहीं किया गया, ऐसे संस्थानों के छात्रों का भविष्य अधर में है।
सभी नर्सिंग परीक्षाएं अप्रैल में आयोजित की जाएगी। इसको लेकर यूनिवर्सिटी ने नोटिफिकेशन भी जारी कर दिया है।
इसमें बीएससी नर्सिंग तृतीय वर्ष 2019-20, एमएससी नर्सिंग प्रथम वर्ष 2020-21, पीबीबीएससी प्रथम वर्ष 2020-21, बीएससी प्रथम वर्ष 2020-21 की परीक्षाओं का टाइम टेबल जारी कर दिया गया है।
169 कॉलेजों को मिली अनुमति
मप्र में नर्सिंग कॉलेज घोटाले की जांच के मामले में हाईकोर्ट जबलपुर में सुनवाई की गई। जहां से हाईकोर्ट ने इस मामले की जांच सीबीआई को सौंप दी गई थी।
मध्य प्रदेश में सीबीआई (CBI) ने अपनी जांच में खुलासा किया है कि प्रदेश के 65 नर्सिंग कॉलेज अयोग्य हैं। इसके अलावा 74 नर्सिंग कॉलेज मानकों को पूरा नहीं करते हैं।
राज्य के बहुचर्चित नर्सिंग (Nursing Exam 2024) कॉलेज फर्जीवाड़े में सीबीआई की जांच में यह खुलासा हुआ है। सीबीआई की सीलबंद रिपोर्ट सोमवार 12 फरवरी 2024 को हाई कोर्ट में खोली गई। इस जांच में 169 नर्सिंग कॉलेज सभी मापदंडों पर पात्र पाए गए हैं।
364 कॉलेजों में गड़बड़ी की शिकायत थी
बता दें कि एमपी में कुल 364 नर्सिंग (Nursing Exam 2024) कॉलेज में गड़बड़ी होने की शिकायत की गई थी। सीबीआई ने 308 कॉलेजों की जांच की।
इसके बाद 56 कॉलेज में सुप्रीम कोर्ट की रोक लगी है। सीबीआई जांच में 169 नर्सिंग कॉलेज को क्लीन चिट मिली है।
इसके अलावा 65 कॉलेज में सभी तरह की अनियमितता मिली है। वहीं 74 नर्सिंग कॉलेजों में कम अनियमितता पाई गई।
बता दें कि लॉ स्टूडेंट्स एसोसिएशन के अध्यक्ष एडवोकेट विशाल बघेल की जनहित याचिका सहित अन्य तमाम याचिकाओं पर सुनवाई करते हुए हाई कोर्ट ने विस्तृत आदेश जारी किया है।
NSUI का आंदोलन जारी रहेगा
बता दें कि एनएसयूआई मेडिकल विंग नर्सिंग (Nursing Exam 2024) कॉलेज की परिक्षाओं को लेकर लगातार आंदोलन किया है।
एनएसयूआई मेडिकल विंग के रवि परमार ने कहा कि नर्सिंग छात्रों की लड़ाई अभी जारी है, जबतक अनुपयुक्त पाए गए कॉलेजों के स्टूडेंट्स के साथ न्याय नहीं होता हम लड़ते रहेंगे।
वहीं आगे रवि परमार ने कहा कि अनुपयुक्त पाए गए कॉलेजों में अध्ययनरत हजारों छात्र परीक्षा देने से वंचित रह जाएंगे। उनकी परीक्षा को लेकर भी आंदोलन जारी रहेगा।
NSUI ने किया था बंगले का घेराव
बता दें कि नर्सिंग परिक्षाओं (Nursing Exam 2024) की मांग को लेकर रवि परमार लगातार संघर्षरत रहे हैं।
पिछले साल 1 फरवरी को नर्सिंग छात्र-छात्राओं की परीक्षा की मांग एवं नर्सिंग घोटाले की जांच की मांग को लेकर NSUI नेता रवि परमार ने तत्कालीन चिकित्सा शिक्षा मंत्री विश्वास सारंग के बंगले का घेराव किया था।
उसके बाद रवि परमार को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया गया था। इसके अलावा भी कई बार उन्हें गिरफ्तार किया गया और कई मुकदमे दर्ज किए गए।
हालांकि, वे सड़क से लेकर कोर्ट तक नर्सिंग स्टूडेंट्स की मांग उठाते रहे हैं।
नर्सिंग कॉलेज की कक्षावार टाइमटेबल की देखें लिस्ट…