Mass Hysteria: उत्तराखंड का एक ऐसा स्कूल जहां पर बच्चे पढ़ाई की जगह रो रहे है चिल्ला रहे और अजीबोगरीब बातें कर रहे है। जहां पर झाड़फूंक की भी कोशिश की गई। शिक्षकों ने इसकी जानकारी उच्च अधिकारियों को दे दी थी। जिसके बाद इस पर संज्ञान लेते हुए स्वास्थ्य विभाग ने जांच की है। जिसे लेकर मास हिस्टीरिया बीमारी की पुष्टि हुई है।
जानें क्या है पूरा मामला
यह मामला उत्तराखंड के राजकीय जूनियर हाईस्कूल रैखोली से सामने आया है जहां पर दो दिन से छात्राएं बदहवास हो रही हैं। स्कूल के मैदान से लेकर कक्षाओं में अलग-अलग समय में अचानक से चिल्ला कर इधर उधर गिर रही है। बदहवाशी में तेज आवाज में कुछ कह भी रही हैं। बताया जा रहा कि, छात्राओं में इस तरह की हरकतें काफी दिन से बनी हुई है। जिसे देख लोग भूतप्रेत बता रहे है तो वहीं पर इसे बीमारी का कारण बताया है। इसपर पर स्वास्थ्य विभाग ने कैंप लगाकर किशोरियों को आयरन, कैल्शियम व मल्टीविटामिन की गोली बांटी। मनोचिकित्सा कर्मी संदीप कुमार ने उनकी काउंसिलिंग भी की। जिसमें इलाज के बाद बच्चियों में सुधार नजर आ रहा है।
जानें क्या होता है Mass Hysteria
आपको बताते चलें कि, इस बीमारी के लक्षण के बारे में बताते चलें कि, मास हिस्टीरिया जम्हाई के जैसे होता है। एक को होने के बाद बॉडी अपने आप रियक्ट करना शुरू कर देती है। एसडीएम हरिगिरी के आदेश पर स्वास्थ्य विभाग की टीम तीन दिनों तक स्कूल में रही। अन्य बच्चियों के व्यवहार का परीक्षण किया, जिसमें सब सामान्य मिला। इसके मामले उत्तराखंड के कई जिलों में देखने को मिल रहे है।