भोपाल। Manipur Violence: मणिपुर में हुई जातीय हिंसा में करीब 100 से अधिक लोगों को अपनी जान गंवानी पड़ी है। ताजा अपडेट के अनुसार अब इसमें फंसे एमपी के छात्रों को निकालने की कवायत तेज हो गई है। इसे लेकर सीएम शिवराज ने मणिपुर के राज्यपाल से बात की है। अब इन छात्रों को एयरलिफ्ट कर मणिपुर से एमपी लाया जाएगा। आपको बता दें इसमें केंद्रीय मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया ने भी छात्रों से बात की है।
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इंफाल में फंसे हैं 30 छात्र — Manipur Violence:
आपको बता दें मणिपुर में जातीय हिंसा भड़कने से 100 से अधिक लोगों ने अपनी जान गंवाई है। तो वहीं 200 से ज्यादा लोग घायल हुए हैं। इतना ही नहीं इंफाल में एमपी के 30 से ज्यादा छात्र फंसे हैं। जिन्हें बचाने के लिए एमपी सरकार ने कवायत तेज कर दी है। इसके लिए छात्रों के परिजन भी सरकार से गुहार लगा चुके हैं।
Manipur Violence Latest News: मणिपुर में हुई जातीय हिंसा में मरने वालों की संख्या राज्य सरकार ने 30 बताई है। हालांकि गैर आधिकारिक सूत्रों के अनुसार हिंसा में 100 से अधिक लोग मारे गए हैं ओर 200 से अधिक घायल हुए हैं। वहीं राज्य सरकार ने मणिपुर हिंसा में उग्रवादी गुटों के सक्रिय होने की आशंका जताई है।
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3 मई को भड़की थी हिंसा Manipur Violence:
आपको बता दें Manipur Violence 3 मई को मणिपुर में हुई हिंसा की वजह से पूरा प्रदेश आग की वजह से धधकने लगा। कई घरों को जला दिया गया था। हिंसा बढ़ते देख गृह मंत्रालय ने सेना के 55 कॉलम और असम राइफल्स की टुकड़ी तैनात कर दी थी। इस हिंसा की आंच दिल्ली तक पहुंची। बता दें कि दिल्ली विश्वविद्यालय के नॉर्थ कैंपस इलाके में रहने वाले कूकी छात्रों के एक समूह पर हमला किया गया। छात्रों ने आरोप लगाया था कि गुरुवार की रात मेइती समूह के छात्रों ने उन पर हमला किया था। इसके साथ ही छात्रों ने आरोप लगाया था कि जब वह शुक्रवार को मौरिस नगर पुलिस स्टेशन में प्राथमिकी दर्ज कराने पहुंचे तो पुलिस ने शिकायत दर्ज करने से इनकार कर दिया। जिस वजह से छात्रों ने थाने के बाहर विरोध प्रदर्शन भी किया था।
क्या है मामला Manipur Violence:
गौरतलब है कि मणिपुर में बहुसंख्यक मेइती समुदाय के लोग अनुसूचित जनजाति (ST) केटेगरी में शामिल होने के लिए विरोध कर रहे थे, जिसने हिंसा का रूप ले लिया था। हिंसा को देखते हुए मणिपुर सरकार ने 3 और 4 मई को सेना और असम राइफल्स की मांग की थी। जिसके बाद मणिपुर में आरएएफ, बीएसएफ, सीआरपीएफ सहित बलों को तैनात किया गया है।