नई दिल्ली। मार्च के दो दिन बचे हैं। दो दिन Mangal, surya, guru, rahu, ketu gochar April 2022 बाद अप्रैल का महीना शुरू हो रहा है। आपको बता दें इस माह ग्रह मंडल में भारी उठा—पटक होने वाली है। जी हां इस दौरान एक साथ 7 से ज्यादा ग्रह अपना राशि परिवर्तन करने जा रहे हैं। जी हां इन सभी ग्रहों का राशि परिवर्तन जीवन में बड़ा उलटफेर लेकर आएगा। ऐसा इसलिए क्योंकि इस दौरान लोगों के कैरियर पर प्रभाव डालने वाले सूर्य के साथ—साथ राहु—केतू भी राशि परिवर्तन करेंगे। इसके अलावा सूर्य भी उच्च के हो जाएंगे। इस बड़े बदलाव का देश और दुनिया पर भी असर देखने को मिलेगा।
ज्योतिष पंडित रामगोविंद शास्त्री की मानें तो अप्रैल में ग्रह परिवर्तन का अद्भुत संयोग बन रहा है। ये परिवर्तन भारी बदलाव लेकर आएगा। आइए हम आपको बताते है कि कौन सा ग्रह कब अपना राशि परिवर्तन करेगा।
सभी 8 ग्रह इस दिन बदलेंगे अपनी चाल —
चंद्रमा राशि परिवर्तन —
चंद्र ग्रह दिन हर सवा दो दिन में राशि परिवर्तन करते हैं।
सूर्य राशि परिवर्तन —
15 मार्च से मीन राशि में प्रवेश किए सूर्य 14 अप्रैल को राशि परिर्वन करेंगे। आपको बता दें इसके बाद ये मेष राशि से वृष राशि में प्रवेश करके उच्च के हो जाएंगे।
मंगल राशि परिवर्तन —
सभी ग्रहों में सबसे खतरनाक ग्रह माना जाने वाला ग्रह मंगल महीने की सातवीं तारीख यानी 7 अप्रैल को मकर से निकलकर कुंभ में प्रवेश करेगा। इसके बाद 17 मई तक ऐसी स्थिति में रहने वाला है।
बुध राशि परिवर्तन —
बुध ग्रह की बात करें, इस महीने की 8 तारीख यानि 8 अप्रैल को मीन राशि से मेष राशि में बुध गोचर करेंगे। इसके बाद ये 25 अप्रैल तक स्थिति में रहेंगे। आपको बता दें इसी राशि में सूर्य का भी गोचर होगा।
शुक्र राशि परिवर्तन —
फिलहाल मकर राशि में चल रहे सूर्य 31 मार्च को कुंभ राशि में प्रवेश करेंगे।
गुरु राशि परिवर्तन —
वर्तमान में कुंभ राशि में चल रहे गुरु 12 अप्रैल को मीन राशि में प्रवेश करेंगे। हालांकि महीने की शुरुआत में कुंभ में ही रहेंगे। फिर मीन राशि में 12 अप्रैल को प्रवेश करने के बाद एक वर्ष तक इसी राशि में रहेंगे।
राहु राशि परिवर्तन —
आपको बता दें बड़े समय बाद राहु का परिवर्तन होने जा रहा है। 12 अप्रैल 2022 को वृषभ से मेष में प्रवेश करेगा। राहु एक ऐसा ग्रह है जो 18 साल 7 महीने बाद मेष राशि में प्रवेश करेगा। राहू ही एक ऐसा ग्रह है जो हमेशा वक्री चाल चलता है। आपको बता दें ज्योतिष में वक्री चाल का मतलब उल्टी चाल होता है। राहु भी शनि की तरह ही बड़ी धीमी गति से चाल चलता है।
केतू राशि परिवर्तन —
केतू की बात करें तो ये ग्रह भी 12 अप्रैल 2022 को वृश्चिक राशि से तुला में गोचर करेगा। हालांकि स्थान के अनुसार तिथियों में थोड़ा बहुत परिवर्तन हो जाता है।
ग्रहों का परिवर्तन, देश के लिए होगा खास
आपको बता दें सभी ग्रहों का एक ही माह में राशि करना ज्योतिष नजरिए से बड़ा खास माना जाता है। ग्रहों के इस परिवर्तन से कोरोना संक्रमण से सभी को राहत मिलेगी। तो वही खेती किसानी के काम कर रहे लोगों को भी लाभ मिलेगा। लेकिन रोजमर्रा की जिंदगी और आम लोगों की जेब पर भारी असर पड़ने वाला है। क्योंकि इस महीने में महंगाई अपने चरम पर होगी। हालांकि व्यापार में गति आएगी, औरतों का काम पर है लोगों को भी भारी लाभ होने वाला है। धार्मिक गतिविधियां बढ़ेंगी, तो वहीं राजनीतिक गलियारों में ग्रहों का गोचर भारी उथल-पुथल मचा सकता है। सभी कई राज्यों में सत्ता परिवर्तन हो सकता है। मौसम की बात करें तो पहाड़ों पर बर्फबारी, पहाड़ों पर बर्फ का पिघलना तेजी से जारी होगा। मैदानी इलाकों में गर्मी देखनों को मिल सकती है। हालांकि इसी बीच आंधी तूफान की भी खबरें आ सकती हैं। कहीं-कहीं भूकंप के झटके महसूस हो सकते हैं। नदियों के जलस्तर में परिवर्तन की गतिविधियां बढ़ सकती हैं। दो देशों के बीच तनाव संघर्ष के हालात पैदा हो सकते हैं।