नई दिल्ली। Mangal Gochar 2022 : नवग्रहों में सबसे खास माने जाने वाले मंगल चार दिन बाद अपनी चाल बदलने जा रहे हैं। 16 अक्टूबर को मिथुन राशि में प्रवेश किए मंगल एक बार फिर अपनी चाल बदलकर वक्री होने जा रहे हैं। जी हां आज से ठीक 4 दिन बाद यानि 13 नवंबर को इनकी उल्टी चाल शुरू होने वाली है। ज्योतिषाचार्य पंडित रामगोविंद शास्त्री के अनुसार मंगल 13 नवंबर को सुबह वृष राशि में प्रवेश कर जाएंगे।
इस समय करेंगे वृष में प्रवेश —
ज्योतिषाचार्य के अनुसार मंगल वक्री स्थिति में मंगल गोचर करते हुए 13 नवंबर यानि को दिन के 11:07 पर यह वृष राशि में प्रवेश करेंगे। 12 जनवरी 2023 को मंगल देव रात्रि में 2:54 पर मार्गी हो जाएंगे। 12 मार्च को रात्रि 4:36 पर वे पुनः मिथुन राशि में प्रवेश करेंगे। तथा आगे की पूरी अवधि में मिथुन राशि में ही गोचर करेंगे।
अभी बना है षडाष्टक योग — Shadashtak Yoga
पंडित रामगोविंद शास्त्री के अनुसार षडाष्टक योग यानि कुंडली में छठवा और आठवां भाव जब एक साथ बनता है तो उसे षडाष्टक योग कहते हैं। 16 अक्टूबर को मंगल के मिथुन में प्रवेश करने पर ये योग बना था। जबकि इसमें पहले से ही शनि विद्यमान हैं। इन दोनों का योग षडाष्टक योग बना है। ज्योतिष शास्त्र में छठवा भाव शत्रु और रोग का तथा आठवा भाव मृत्यु और दुर्घटना का माना जाता है। इसलिए मंगल का ये गोचर इससे प्रभावित जातकों को संभलने की सलाह दे रहा है। इस गोचर काल के दौरान लोगों को रोग, दुर्घटना, मृत्यु तुल्य अप्रिय घटना का भय बना रहता है।
नोट: इस लेख में दी गई सूचनाएं सामान्य जानाकारियों पर आधारित है। बंसल न्यूज इसकी पुष्टि नहीं करता। अमल में लाने से पहले विशेषज्ञ की सलाह जरूर ले लें।