Mallikarjun Kharge : देश की राजनीति से इस वक्त की सबसे बड़ी खबर आई है। कांग्रेस पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष का चुनाव मल्लिकार्जुन खड़गे ने जीत लिया है। खड़ग ने कांग्रेस नेता शशि थरूर को चुनाव हरा दिया है। आज 19 अक्टूबर को कांग्रेस के राष्ट्रीय अध्यक्ष पद के लिए वोटों की गिनती की गई थी, जिसमें खड़गे ने बाजी मार ली है। देशभर 68 पोलिंग बूथ पर 9800 डेलीगेट मतदान किया गया था। बता दें कि देश के इतिहास में पहली बार ऐसा हुआ है जब कांग्रेस पार्टी के अध्यक्ष चुनाव के लिए वोटिंग की गई थी। कांग्रेस अध्यक्ष पद के लिए मल्लिकार्जुन खड़गे और शशि उम्मीदवार थे। दोनों नेता दक्षिण भारत से नाथा रखते है। खड़गे कर्नाटक से आते है तो वही थरूर केरल से आते है। अध्यक्ष चुनाव के लिए दोनों नेताओं ने कई राज्यों में प्रचार किया था। हालांकि यह तो पहले से ही माना जा रहा था कि कांग्रेस के राष्ट्रीय अध्यक्ष का पद दक्षिण भारत के पास जाना है लेकिन अब वोटों की गिनती के बाद तय हो गया कि कांग्रेस के अगले नए राष्ट्रीय अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे होंगे। जानकारी के अनुसार मल्लिकार्जुन खड़गे कांग्रेस के नए अध्यक्ष बन गए है. उनको 7897 वोट मिले हैं जबकि शशि थरूर को 1072 वोट मिले हैं।
कौन है मल्लिकार्जुन खड़गे
मल्लिकार्जुन खड़गे साफ छवि वाले कांग्रेस के कद्दावर नेता हैं। वह गांधी परिवार के बेहद करीबी हैं। खड़गे दलित समाज से आते है, उनके विपक्ष के नेताओं से भी अच्छे संबंध है। खड़गे कर्नाटका के कलबुर्गी के रहने वाले है उनकी दलित नेताओ में गिनती होती है। उन्होंने अपने राजनीतिक कैरियर की शुरूवारत कॉलेज से की थी। शरूआत में वह कलबुर्गी में वकालत करते थे। वह संयुक्त मजदूर संघ से भी जुड़े रहे। साल 1969 में वह कांग्रेस में शामिल हो गए। खड़गे ने 1972 में गुरमित्कल से विधानसभा का चुनाव जीता। इसके बाद साल 2008 तक खड़गे ने लगातार 9 बार विधानसभा चुनाव जीतने का रिकॉर्ड बनाया। वह कर्नाटका के गृह मंत्री और प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष भी रहे। वह दो बार लोकसभा के सदस्य भी रहे है। लोकसभा पहुंचने के बाद वह रेल मंत्री और श्रम मंत्री भी बने। साल 2019 में वो चुनाव हार गए, इसके बाद पार्टी ने उन्हें राज्य सभा से सांसद बनाया और विपक्ष के नेता बने।
अबतक बन चुके 18 राष्ट्रीय अध्यक्ष
देश की आजादी के बाद राष्ट्रीय अध्यक्ष पद नेहरू-गांधी परिवार के पास ही रहा है। गांधी परिवार के 5 सदस्य राष्ट्रीय अध्यक्ष रहे है। जबकि 13 नेता ऐसे है जो नेहरू-गांधी परिवार के बाहर के लोग रहे हैं। यह पहला ऐसा मौका होगा जब सीताराम केसरी के बाद किसी गैर गांधी परिवार के नेता को यह पद मिलेगा। कांग्रेस के राष्ट्रीय अध्यक्ष का पद एक बार मध्यप्रदेश को भी मिल चुका है और वो नेता थे, देश के पूर्व राष्ट्रपति डॉ. शंकर दयाल शर्मा। शंकरदयाल शर्मा 1972 से 1974 तक कांग्रेस के राष्ट्रीय अध्यक्ष रहे। 1972 में उन्हें कोलकाता में इंडियन नेशनल कांग्रेस सत्र के दौरान पार्टी का अध्यक्ष चुना गया था। इसके बाद वह 1992 से 1997 तक भारत के राष्ट्रपति भी रहे।
अबतक ये नेता रह चुके है राष्ट्रीय अध्यक्ष
कांग्रेस पार्टी में अबतक जेबी कृपलानी, बी पट्टाभि सीतारमैया, पुरुषोत्तम दास टंडन, जवाहरलाल नेहरू, यूएन ढेबर, इंदिरा गांधी, एन संजीव रेड्डी, के कामराज, एस निजलिंगप्पा, जगजीवन राम, शंकर दयाल शर्मा, देवकांत बरुआ, राजीव गांधी, केबी रेड्डी, पीवी नरसिम्हा राव, सीताराम केसरी, सोनिया गांधी और राहुल गांधी कांग्रेस पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष पद का नेतृत्व कर चुके है।