Makar Sankranti 2025 Sahi Date: सोमवार को पौष पूर्णिमा के साथ ही पौष महीना समाप्त हो गया है। इसके बाद मकर संक्रांति के बाद से माघ का महीना शुरू हो जाएगा।
इस साल मकर संक्रांति कब है 14 या 15 जनवरी, अगर आप भी इस सवाल का जबाव ढूंढ रहे हैं तो चलिए जानते हैं ज्योतिषाचार्य से कि मकर संक्रांति 2025 की सही तिथि क्या है। इस दिन अर्की का सही मुहूर्त (Makar Sankranti 2025 Arki Muhurat ) क्या है। मकर संक्रांति 15 जनवरी को ही क्यों है।
14 जनवरी को सूर्य का मकर राशि में गोचर(Surya Gochar 2025)
ज्योतिषाचार्य पंडित रामगोविंद शास्त्री ने बताया कि लोक विजय पंचांग के अनुसार सूर्य 14 जनवरी मंगलवार को दोपहर 3:44 को मकर राशि में प्रवेश करेगा। जो पूरे एक महीने तक रहेंगे।
15 जनवरी को ही क्यों होगी मकर संक्रांति
ज्योतिषाचार्य पंडित रामगोविंद शास्त्री के अनुसार सूर्य 14 जनवरी की दोपहर में 3:44 मिनट पर मकर राशि में प्रवेश करेंगे। चूंकि इनके प्रवेश के बाद ही संक्रांति होती है। ऐसे में उदया तिथि के अनुसार मकर संक्रांति 15 जनवरी को ही आएगी।
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मकर संक्रांति पर अर्की का सही समय (Makar Sankranti 2025 Arki Muhurat)
हिन्दू पंचांग के अनुसार इस साल मकर संक्रांति पर अर्की का समय रात 11:44 तक रहेगा। दोपहर 3:44 बजे मकर राशि में सूर्य के प्रवेश करते ही अर्की शुरू हो जाएगी।
मकर संक्रांति पर तिल का महत्व (Significance of Makar Sankranti)
मकर संक्रांति पर तिल का विशेष महत्व होता है। तिल सीजन की पहली फसल होती है। इस दिन तिल से स्नान कर और तिल के लड्डू का भोग लगाने और उसका दान करने के बाद से ही तिल का उपयोग किया जाता है।
मकर संक्रांति से शुरू हो जाएंगे शुभ काम
ज्योतिषीय गणना के अनुसार मकर राशि में सूर्य के प्रवेश करते ही शुभ काम की शुरूआत हो जाएगी। पूष का महीना लगने के कारण जो भी शुभ काम बंद होंगे वे मकर संक्रांति के दिन से शुरू हो जाएंगे।
इन चीजों का करें दान (Makar Sankranti Daan Vidhi)
पंडित राम गोविंद शास्त्री के अनुसार मकर संक्रांति पर सूर्य के तर्पण (Makar Sankranti Puja Vidhi) का तो विशेष है ही, साथ ही साथ इस दिन तिल का लेप, तिल के पानी से भी स्नान करना चाहिए।
दान की बात करें तो गरीबों और पंडितों को खिचड़ी दान (Khichdi ka Daan) करने का विशेष महत्व है। साथ किसी गरीब को कंबल दान करने से भी पुण्य फल की प्राप्ति होती है।