नई दिल्ली। Makar Sankranti 2023 भारत में मकर संक्रांति (Makar Sankranti) को काफी धूम धाम से मनाया जाता है। religion festival अलग-अलग राज्यों में इस पर्व को अलग-अलग तरीकों से सेलिब्रेट किया जाता है। Surya Gochar 2023 खासकर गंगा किनारे इस दिन माघ मेला और गंगा स्नान का आयोजन किया जाता है। ये मान्यता है कि पौष मास में जब सूर्य अपने पुत्र शनि की राशि मकर में प्रवेश करते हैं, तभी इस पर्व को मनाया जाता है। भारत में कुंभ के पहले स्नान की शरूआत भी इसी दिन से होती है।
क्या है मकर संक्रांति?
जब सूर्य एक राशि से दूसरी राशि में प्रवेश करता है तो उसे ही संक्रांति कहते हैं। इस हिसाब से सुर्य साल में कुल 12 बार एक राशि से दूसरी में प्रवेश करता है। लेकिन सनातन धर्म के अनुसार चार ही संक्रांति महत्वपूर्ण होते हैं जिनमें मेष, तुला, कर्क और मकर संक्रांति शामिल है। मकर संक्राति के दिन गुड़ और तिल खाना काफी लाभदायक होता है। इस दिन नदी में स्नान करके दान करने से भी लाभ मिलता है। वहीं साइंस के अनुसार सुर्य 14 जनवरी से दक्षिण के बजाय उत्तर की ओर गमन करने लग जाता है। बतादें कि जब तक सुर्य पूर्व से दक्षिण की ओर गमन करता है तब तक उसकी किरणों के असर को खराब माना जाता है। लेकिन जैसे ही सुर्य पूर्व से उत्तर की ओर गमन करता है तो इसकी किसने सेहत के लिए लाभदायक होती हैं। यही कारण है कि लोग इस दिन से धरती पर अच्छे दिन की शुरूआत मानते हैं।
अलग-अलग प्रदेशों में ऐसे मनाया जाता है मकर संक्रांति
उत्तर प्रदेश- up
मकर संक्रांति को यहां खिचड़ी पर्व भी कहा जाता है। इस दिन यहां सूर्य की पूजा की जाती है और चावल दाल की खिचड़ी खाई और दान की जाती है।
बिहार-Vihar
बिहार में मकर संक्रांति के दिन चुड़ा, मिट्ठा, तिलकुट और दही खाने का रिवाज है। साथ में लोग इसे दान भी करते हैं।
मध्य प्रदेश- MP
यहां गुड़ और तील को शरीर में लगाकर नर्मदा स्थान करने का प्रचलन है। साथ ही लोग इस दिन गुड और तील का सेवन भी करते हैं।
गुजरात और राजस्थान- Gujrat or Rajasthan
इन दोनों राज्यों में इसे उत्तरायण पर्व के रूप में मनाया जाता है। साथ ही पतंग उत्सव का आयोजन बड़े धूम धाम से किया जाता है।
महाराष्ट्र- Maharastra
यहां के लोग इस दिन गजक और तिल के लड्डू खाते हैं और एक दूसरे में बांटते भी हैं।
आंध्रप्रदेश और तेलंगाना- Andhra Pradesh
इन दोनों राज्यों में मकर संक्रांति को तीन दिनों तक मनाया जाता है। इस दौरान लोग अपने-अपने घर को जाते हैं जहां फैमली के सारे मेंबर एक साथ इक्कठे होते हैं और अपनी संस्कृति से जुड़ते हैं।
तमिलनाडु- Tamilnadu
यहां इस पर्व को किसानों के प्रमुख पर्व पोंगल के नाम से जाना जाता है। इस दिन यहां घी में खिचड़ी पकाकर खाई जाती है
असम- Assam
यहां भोगली बिहू के नाम से इस पर्व को मनाया जाता है।
पश्चिम बंगाल : Pashchim Bangal
बंगाल में मकर संक्रांति के दिन हुगली नदी पर गंगा सागर मेले का आयोजन किया जाता है।
पंजाब- Panjab
पंजाब में इस पर्व के एक दिन इसे लोहड़ी पर्व के रूप में मनाया जाता है। इस दिन किसान शाम में आग जलाकर नाचते गाते हैं और उसी आग को फसल से निकल नए दानों को भेंट किया जाता है।