Mahashivratri 2025: पूरे देश में बुधवार को महाशिवरात्रि का पर्व धूमधाम से मनाया जा रहा है। मध्य प्रदेश के उज्जैन स्थित महाकालेश्वर मंदिर (महाकाल मंदिर) के पट मंगलवार रात 2:30 बजे खोले गए। सुबह 4 बजे मंगला आरती का आयोजन किया गया। अगले 44 घंटों तक भक्त बिना किसी अनुमति के भगवान महाकाल के दर्शन कर सकेंगे।
12:18 PM
बड़ वाले महादेव मंदिर पहुंचे शिवराज सिंह चौहान
शिवरात्रि के पावन अवसर पर भोपाल के बड़वाले महादेव मंदिर पहुंचे केंद्रीय मंत्री शिवराज सिंह चौहान, भगवान भोलेनाथ का किया अभिषेक और पूजन #shivrajsinghchouhan #BadwaleMahadev #ShivBarat #Mahashivratri2025 #MahaShivratri_Special #mahakal #lordshiv #MPNews #madhyapradeshnews pic.twitter.com/BqLM9ypoAV
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महाशिवरात्रि के पावन अवसर पर केंद्रीय कृषि मंत्री शिवराज सिंह चौहान भोपाल स्थित बड़वाले महादेव मंदिर पहुंचे। उन्होंने मंदिर में भगवान भोलेनाथ का विधि-विधान से अभिषेक और पूजन किया। इसके बाद वे शोभायात्रा में भी शामिल हुए। मंदिर से शुरू हुई इस शोभायात्रा में धार्मिक झांकियों को शामिल किया गया है। साथ ही, डमरू दल ने अपनी कला का विशेष प्रदर्शन किया। यह आयोजन भक्ति और उत्साह के साथ मनाया जा रहा है।
11:30 AM
इंदौर में सोने-चांदी से होगा भगवान का अभिषेक
इंदौर में महाशिवरात्रि का त्योहार भक्ति और उत्साह के साथ मनाया जा रहा है। सुबह से ही शिव मंदिरों में भक्तों का तांता लग गया है। शहर के प्रमुख मंदिरों को रंग-बिरंगी रोशनी और फूलों से सजाया गया है। परदेशीपुरा स्थित श्री गेंदेश्वर द्वादश ज्योतिर्लिंग मंदिर शिवधाम में पांच दिनों तक चलने वाला महाशिवरात्रि उत्सव मनाया जा रहा है। मंदिर के प्रमुख राजेश विजयवर्गीय ने बताया कि सुबह 5 बजे विशेष भस्म आरती की जाएगी, जो साल में केवल एक बार ही होती है। इसके बाद सुबह 9 बजे नमक-चमक अभिषेक किया जाएगा, जिसमें सोने-चांदी की बरक मिले जल से भगवान शिव का अभिषेक किया जाएगा। शाम को शिव-पार्वती विवाह समारोह का आयोजन होगा। रात 8 बजे तांडव आरती की जाएगी। पूरे दिन श्रद्धालुओं के लिए फलाहारी भंडारे की व्यवस्था की गई है।
शिव मंदिरों में उमड़ा श्रद्धालुओं का सैलाब
झारखंड के देवघर स्थित ज्योतिर्लिंग बाबा बैद्यनाथ मंदिर में लगभग 2 लाख श्रद्धालुओं के आने की उम्मीद है। उत्तर प्रदेश के वाराणसी में स्थित काशी विश्वनाथ मंदिर 26 फरवरी को मंगला आरती के बाद सुबह 3:30 बजे से दर्शनार्थियों के लिए खोल दिया गया है। महाशिवरात्रि के अवसर पर चारों पहर की आरती के दौरान भी श्री काशी विश्वनाथ महादेव का झांकी दर्शन जारी रहेगा, हालांकि सप्तऋषि और श्रृंगार आरती का आयोजन नहीं किया जाएगा।
गुजरात में प्रथम ज्योतिर्लिंग श्री सोमनाथ महादेव मंदिर आज सुबह 4 बजे से लगातार 42 घंटे तक श्रद्धालुओं के लिए खुला रहेगा। इसके अलावा, देश के अन्य राज्यों में स्थित अन्य ज्योतिर्लिंगों और प्रसिद्ध शिव मंदिरों में भी दर्शन के लिए विशेष व्यवस्थाएं की गई हैं।
अयोध्या के राम मंदिर में भक्तों का जनसैलाब
#WATCH | Uttar Pradesh | Devotees continue to arrive in large numbers at Ayodhya's Shri Ram Janmabhoomi Temple. pic.twitter.com/sd7Xx6mTXa
— ANI (@ANI) February 26, 2025
महाकाल मंदिर पहुंचे सीएम मोहन
मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने महाशिवरात्रि के पावन अवसर पर उज्जैन स्थित भगवान महाकाल के दरबार में पहुंचकर उनकी पूजा-अर्चना की। इस दौरान सीएम डॉ. यादव भक्ति में लीन नजर आए। उन्होंने बाबा महाकाल से प्रदेश और देश की सुख-समृद्धि की कामना की।
#WATCH | Madhya Pradesh CM Mohan Yadav performs puja of lord Shiva at Mahakaleshwar Jyotirlinga temple on the occasion of #Mahashivratri2025 pic.twitter.com/oRodZvBEIM
— ANI (@ANI) February 26, 2025
देशभर में आज महाशिवरात्रि का पर्व धूमधाम से मनाया जा रहा है। सुबह से ही शिव मंदिरों में भक्तों की भारी भीड़ उमड़ रही है। उज्जैन में स्थित बारह ज्योतिर्लिंगों में से एक महाकालेश्वर मंदिर में भी श्रद्धालु बड़ी संख्या में पहुंच रहे हैं। प्रदेश के मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव भी महाकाल की शरण में पहुंचे और उन्होंने भगवान महाकालेश्वर की विधिवत पूजा की। इस दौरान वे पूरी तरह भक्ति में डूबे हुए दिखाई दिए।
महाकाल मंदिर में महाशिवरात्रि पर लगभग 10 लाख श्रद्धालुओं के दर्शन करने का अनुमान है। मंदिर समिति के अनुसार, भक्त लगभग 2 किलोमीटर पैदल चलकर भगवान महाकाल के दर्शन करेंगे। इससे पहले, 25-26 फरवरी की मध्यरात्रि 2:30 बजे भगवान महाकाल के पट खोले गए थे। महाशिवरात्रि के अवसर पर पूरे दिन और रातभर मंदिर के पट खुले रहेंगे। इस दौरान मंदिर बंद नहीं होगा। रात 12 बजे से चार प्रहर की पूजा शुरू होगी, जो 27 फरवरी की सुबह तक जारी रहेगी। हालांकि, इस दौरान सुबह 4 बजे होने वाली भस्म आरती का आयोजन नहीं किया जाएगा।
इसके अलावा, खंडवा के ओंकारेश्वर, जबलपुर के गुप्तेश्वर, भोपाल के गुफा मंदिर, बड़वाले महादेव और भोजपुर जैसे शिव मंदिरों में भी भक्त भगवान भोलेनाथ के दर्शन के लिए बड़ी संख्या में पहुंच रहे हैं।