Mahakumbh 2025: महाकुंभ के आकर्षण में लाखों श्रद्धालु लखनऊ से दीनदयाल उपाध्याय नगर (डीडीयू) और प्रयागराज तक पहुंच रहे हैं। इस दौरान रेलवे स्टेशनों, बस अड्डों और सड़कों पर भारी भीड़ देखी जा रही है। श्रद्धालुओं की इस बढ़ती संख्या ने यातायात व्यवस्था को चुनौतीपूर्ण बना दिया है।
लखनऊ से प्रयागराज तक भीड़ का मंजर
लखनऊ के चारबाग रेलवे स्टेशन और बस अड्डों पर श्रद्धालुओं की भारी भीड़ उमड़ रही है। लोगों ने कुंभ में पवित्र स्नान के लिए प्रयागराज की ओर रुख किया है। रेलवे ने श्रद्धालुओं की सुविधा के लिए विशेष ट्रेनें चलाई हैं, लेकिन फिर भी ट्रेनों और बसों में भीड़ का दबाव बना हुआ है।
दीनदयाल उपाध्याय नगर (डीडीयू) रेलवे स्टेशन, जो प्रयागराज से करीब 125 किलोमीटर दूर है, भी श्रद्धालुओं से भरा हुआ है। यहां से प्रयागराज के लिए लगातार बसें और ट्रेनें चल रही हैं, लेकिन भीड़ के कारण यात्रियों को लंबा इंतजार करना पड़ रहा है।
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प्रयागराज में भीड़ का दबाव
प्रयागराज में भी श्रद्धालुओं की संख्या लगातार बढ़ रही है। संगम क्षेत्र और आसपास के इलाकों में भारी भीड़ जमा हो गई है। प्रशासन ने भीड़ प्रबंधन के लिए कड़े इंतजाम किए हैं, लेकिन श्रद्धालुओं की बढ़ती संख्या के कारण स्थिति चुनौतीपूर्ण बनी हुई है।
प्रशासन की तैयारियां
- प्रशासन ने श्रद्धालुओं की सुविधा के लिए कई कदम उठाए हैं।
- यातायात व्यवस्था: रेलवे और बसों की संख्या बढ़ाई गई है।
- सुरक्षा इंतजाम: पुलिस और सुरक्षा बलों की संख्या बढ़ाकर भीड़ प्रबंधन सुनिश्चित किया गया है।
- स्वास्थ्य सुविधाएं: अस्थायी अस्पताल और एम्बुलेंस सेवाएं तैनात की गई हैं।
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श्रद्धालुओं से अपील
प्रशासन ने श्रद्धालुओं से अपील की है कि वे सुरक्षा नियमों का पालन करें और भीड़ में सतर्क रहें। यात्रा के दौरान आवश्यक सामान और दस्तावेज साथ रखने की सलाह दी गई है। महाकुंभ का आयोजन भारतीय संस्कृति और आस्था का प्रतीक है, लेकिन भीड़ के कारण यह श्रद्धालुओं के लिए चुनौतीपूर्ण भी हो सकता है। प्रशासन की ओर से सभी तैयारियां की गई हैं, लेकिन श्रद्धालुओं को भी सतर्कता बरतने की जरूरत है।