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Mahakumbh 2025: प्रदूषण मुक्त महाकुंभ के लिए RSS का 'स्वच्छ व हरित कुंभ' अभियान, भेजे कपड़े की थैलियां

Mahakumbh 2025: RSS द्वारा प्रदूषण मुक्त महाकुंभ की परिकल्पना को साकार करने के लिए राष्ट्रव्यापी 'स्वच्छ व हरित कुंभ' अभिमान चलाया जा रहा है। जिसके तहत RSS कार्यकर्ताओं द्वारा पूरे देश से थाली और कपड़े का थैला एकत्र कर  महाकुंभ के लिए प्रयागराज भेजा जा रहा

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Ashi sharma
Mahakumbh 2025

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Mahakumbh 2025: राष्ट्रीय स्वयं सेवक संघ के द्वारा प्रदूषण मुक्त महाकुंभ की परिकल्पना को साकार करने के लिए राष्ट्रव्यापी 'स्वच्छ व हरित कुंभ' अभिमान चलाया जा रहा है।

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जिसके तहत RSS कार्यकर्ताओं द्वारा पूरे देश से थाली और कपड़े का थैला एकत्र कर  महाकुंभ के लिए प्रयागराज भेजा जा रहा । जिससे की महाकुंभ में होने वाले प्रदूषण को रोका जा सके, और प्रदूषण मुक्त महाकुंभ की परिकल्पना को मूर्त रुप दिया जा सके ।

इसी क्रम में उत्तरप्रदेश के जौनपुर के RSS कार्यकर्ताओं द्वारा बड़ी संख्या में थाली और कपड़े का थैला सहयोग के तौर पर इकट्ठा किया गया और RSS कार्यालय माधव भवन शिवापार पर थाली और कपड़े के थैले को एकठ्ठा कर महाकुंभ के लिए प्रयागराज भेजा गया ।

सामाजिक संगठनों व नारी शक्तियों का बढ़ चढ़कर हिस्सा 

इस मौके पर काशी प्रांत के पर्यावरण संयोजक कृष्ण मोहन ने कहा कि,महापुरुषों के स्वच्छता रुपी विचार को साकार रूप देने के लिए देशव्यापी अभियान चलाया जा रहा है । जिसमें राष्ट्रीय स्वयं सेवक संघ के कार्यकर्ताओं , सामाजिक संगठनों व नारी शक्तियों द्वारा बढ़ चढ़कर हिस्सा लिया जा रहा है।

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गंदगी किसी भी देश व समाज के लिए कलंक व धब्बा है। महाकुंभ सांस्कृतिक पर्व ही नहीं बल्कि हमापर्व है और भारतीय संस्कृति में कहा गया है कि 'वसुधैव कुटुंबकम्' भारतीय संस्कृति की मूल आत्मा है। पूरी वसुधा एक परिवार की तरह है और इसका स्वरूप कुंभ में देखने को भी मिलता है, हम सबका दायित्व सबसे पहले वसुधा को बचाना है, वसुधा को बचाने के लिए जल,थल,वायु को बचाना व स्वच्छ रखना पड़ेगा।

40 करोड़ से अधिक श्रद्धालुओं के आने का अनुमान

महाकुंभ 45 दिनों तक चलेगा और इस महाकुंभ में देश विदेश से 40 करोड़ से अधिक श्रद्धालुओं के आने का अनुमान है, ऐसे में इस महापर्व में लगभग 40 हजार टन कचरा उत्सर्जित होने का अनुमान है । क्योंकि पूरे महाकुंभ कुंभ में लगभग दस हजार से अधिक स्थानों पर सत्संग, पूजन व भंडारे का आयोजन होता है।

प्लास्टिक सामान से होने वाले प्रदूषण को खत्म करने की कोशिश

काफी बड़ी संख्या में श्रद्धालुओं का हुजूम देश विदेश के कोने कोने से इस महाकुंभ का हिस्सा बनने के लिए महाकुंभ प्रयागराज आ रहा है। ऐसे में प्रयागराज कुंभ को स्वच्छ हरित कुंभ बनाने एवं प्लास्टिक सामाग्री से होने वाले प्रदूषण को  समाप्त करने की कोशिश में पर्यावरण संरक्षण गतिविधि के निर्देशानुसार पूरे देश में कार्यकर्ताओं द्वारा स्वच्छ व हरित कुंभ अभियान चलाकर प्रयागराज महाकुंभ को प्लास्टिक मुक्त महाकुंभ बनाने के साथ ही पर्यावरण को, सुरक्षित व संरक्षित करने का प्रयास किया जा रहा है

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