/bansal-news/media/post_attachments/PRD_BansalNews/mahakumbh-amrit-snan-2025.webp)
Maha Kumbh 2025: महाकुंभ 2025 का आज पहला अमृत स्नान है, जिसकी शुरुआत प्रयागराज में पौष पूर्णिमा के दिन भजन-कीर्तन के साथ हुई। मकर संक्रांति के अवसर पर विभिन्न अखाड़ों के नागा साधुओं ने संगम में पवित्र स्नान किया, जिसे 'अमृत स्नान' (शाही स्नान) कहा जाता है। अब तक 3 करोड़ 50 लाख भक्तों ने संगम में डुबकी लगाई।
3 करोड़ 50 लाख से ज्यादा भक्तों ने किया अमृत स्नान
https://twitter.com/myogiadityanath/status/1879136547015962892
महाकुंभ में संगम पर 3 करोड़ 50 लाख भक्तों ने मकर संक्रांति पर अमृत स्नान किया। सीएम योगी आदित्यनाथ ने सभी संतगणों, कल्पवासियों और श्रद्धालुओं का हार्दिक अभिनंदन किया।
दोपहर 12 बजे तक 1.60 करोड़ लोगों ने संगम में लगाई डुबकी
महाकुंभ में मकर संक्राति् के अवसर पर दोपहर 12 बजे तक 13 में से 8 अखाड़ों ने संगम में अमृत स्नान कर लिया था। आम श्रद्धालु भी स्नान कर रहे हैं। दोपहर 12 बजे तक लगभग 16 मिलियन लोग स्नान कर चुके थे। सभी व्यवस्थाएं ठीक चल रही हैं। मेला क्षेत्र में कड़ी सुरक्षा व्यवस्था है। महाकुंभ शांतिपूर्ण ढंग से चल रहा है।
यह महाकुंभ 12 वर्षों के बाद आयोजित किया जा रहा है, हालांकि संतों का दावा है कि इस आयोजन के लिए 144 वर्षों के बाद एक बहुत ही दुर्लभ शुभ मुहूर्त बना है, जो समुद्र मंथन के दौरान बना था। 12 वर्षों के बाद आयोजित हो रहा महाकुंभ 13 जनवरी को शुरू हुआ और 26 फरवरी तक चलेगा।
https://twitter.com/AHindinews/status/1879023471826747488
इस 45 दिवसीय धार्मिक एवं आध्यात्मिक आयोजन में 45 करोड़ से अधिक श्रद्धालुओं के शामिल होने की उम्मीद है। केंद्रीय संस्कृति एवं पर्यटन मंत्रालय के अनुसार इस बार महाकुंभ में 15 लाख से अधिक विदेशी श्रद्धालुओं के आने की उम्मीद है।
महाकुंभ में अमृत स्नान के लिए अखाड़ों में लगी किलोमीटरों लंबी कतारें
https://twitter.com/ANI/status/1878994732371882122
मकर संक्रांति के पावन अवसर पर विभिन्न अखाड़ों के साधुओं के साथ महाकुंभ 2025 का पहला अमृत स्नान शुरू हो गया। 14 जनवरी की सुबह से ही सभी 13 अखाड़े अपने जुलूस के साथ संगम तट पर जाने के लिए तैयार दिखे।
हाथी, घोड़े और ऊंट पर सवार होकर, हाथों में त्रिशूल, गदा, भाला और बरछी लेकर जब साधु-संत निकले और 'जय श्री राम', 'हर-हर महादेव' के नारे लगाए, तो कई किलोमीटर लंबी कतार लग गई . लम्बे समय से गठित था।
संतों, तपस्वियों और नागा साधुओं की एक झलक पाने के लिए लाखों श्रद्धालु अखाड़ा मार्ग के दोनों ओर उमड़ पड़े।
यह भी पढ़ें- Mahakumbh: सनातन संरक्षण परिषद का गठन, 33 करोड़ देवी देवताओं का मिला आशीर्वाद!
/bansal-news/media/agency_attachments/2025/10/15/2025-10-15t102639676z-logo-bansal-640x480-sunil-shukla-2025-10-15-15-56-39.png)
Follow Us
चैनल से जुड़ें