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उज्जैन। विश्व भर में प्रसिद्ध 12 ज्योतिर्लिंगों में से एक महाकालेश्वर मंदिर जहां भक्तों को अभी अपने भगवान से थोड़ी दूरी बनाकर रखनी होगी। कोरोना के बढ़ते संक्रमण ने महाशिवरात्रि के बाद भस्मआरती में भक्तों के शामिल होने की उम्मीद को फिर से खत्म कर दिया है। लगातार बढ़ रहे कोरोना मरीजों के संक्रमण से मंदिर प्रबंधन ने गर्भगृह में भक्तों के प्रवेश और भस्मआरती में शामिल होने की प्रक्रिया को फिर से आगे बढ़ा दिया है। साथ ही मास्क के बिना भक्त और ना ही पंडे-पुजारी मंदिर में किसी को भी अब प्रवेश नहीं दिया जाएगा।
महाकाल मंदिर में बिना मास्क के प्रवेश नहीं
उज्जैन जिलें के कलेक्टर और महाकाल मंदिर समिति के अध्यक्ष आशीष सिंह ने बताया की महाकाल मंदिर में भक्तों को प्रवेश पहले जैसे ही बुकिंग से ही दिया जाएगा। कलेक्टर ने कहा कि धारा 144 के तहत जो आदेश जारी किए गए हैं, मंदिर से संबंधित व्यवस्थाओं में प्री बुकिंग से दर्शन की व्यवस्था अभी जारी रहेगी। भस्म आरती और गर्भगृह में प्रवेश पहले से ही प्रतिबंधित है। मंदिर में बिना मास्क के आनेजाने पर प्रतिबंध लगा है। महाकाल मंदिर में बिना मास्क के किसी को भी प्रवेश नहीं दिया जाएगा। महाराष्ट्र से आने वाले श्रद्धालुओं को लेकर भी कलेक्टर का कहना है कि अभी ऐसी कोई व्यवस्था नहीं की है कि उन्हें अलग से चिन्हित किया जा सके। पर इसके लिए भी बनाए गए सटिक नियम कानुन व्यवस्था का पालन सभी श्रद्धालुओं को करना होगा।