उज्जैन: महाकाल मंदिर क्षेत्र में प्रशासन ने इलाके में तनाव को लेकर धारा-144 लागू कर दी है।
क्षेत्र में धारा 144 लागू करते हुए सभी थानों को अलर्ट मोड में कर दिया गया है। प्रशासन पथराव करने वालों पर कार्रवाई कर रहा है। शुक्रवार को जिन घरों से पथराव किए गए थे उन घरों को प्रशासन ने चिन्हित किया है और उसके बाद प्रशासन उन घरों को जमींदोज कर रहा है।
इसके अलावा प्रशासन का ये भी कहना है कि ये मकान सरकारी जमीन पर अवैध कब्जा करके बनाए गए हैं। लोगों ने यहां अतिक्रमण कर लिया है। आधा दर्जन के करीब उपद्रवियों पर रासुका के तहत कार्रवाई कर उन्हें जेल भेजा जाएगा। क्षेत्र में भारी पुलिस बल तैनात है।
गौरतलब है कि, यहां हिंदूवादी संगठनों के कार्यकर्ताओं ने अयोध्या राम मंदिर निर्माण के लिए धन संग्रह कार्यक्रम को लेकर रैली निकाली थी। यह रैली जब शहर के बेगमबाग इलाके में पहुंची तो अचानक इन लोगों पर पथराव हो गया। काफी देर तक पथराव चलता रहा। माहौल तनावपूर्ण हो गया और कुछ देर पर सड़कों पर सिर्फ गाड़ियां बिखरी पड़ी नजर आईं। हालांकि, घटना की सूचना मिलते ही पुलिस ने तत्काल कार्रवाई की और स्थिति को नियंत्रण में कर लिया। लेकिन शुक्रवार की घटना के बाद प्रशासन द्वारा सख्त कार्रवाई कर ली गई है। पूरी तैयारी के साथ जिन मकानों की छतों पत्थर बरसे हैं उन्हें भी ध्वस्त करेंगे, ताकि इस तरह की घटना की पुनरावृत्ति न हो।
पक्ष लेने पहुंचे काजी ने प्रशासन को दी चेतावनी
शनिवार दोपहर प्रशासन ने उपद्रवियों के खिलाफ कार्रवाई शुरू कर दी है, इसी के विरोध में महिलाएं सामने आईँ और शहर के काजी भी पहुंच गए। इसके बाद शहर के काजी और कलेक्टर आमने-सामने हो गए। शहर काजी खलीफुर्ररहमान ने कलेक्टर की चेतावनी के बाद स्थिति नियंत्रण में आई। शाम 4.45 बजे घरों को तोड़ने की कार्रवाई शुरू की गई। इस दौरान इलाके को छावनी में तब्दील कर दिया गया। इस दौरान शहर काजी ने कलेक्टर से कहा कि आप कार्रवाई रुकवा दीजिए वर्ना 15 मिनट में गेम खराब हो जाएगा। कुछ नहीं कर पाएंगे। जवाब में कलेक्टर ने कहा- आप तो पहले धरना प्रदर्शन रुकवाइए।