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Mahadev Satta Case: छत्तीसगढ़ में ‘महादेव ऐप’ पर सियासी भूचाल, बेटिंग ऐप के शुरू होने से लेकर अब तक की पूरी कहानी समझिए

Mahadev Satta Case: छत्तीसगढ़ में लोकसभा चुनाव से पहले महादेव सट्टा एप मामले में सियासी पारा चढ़ गया है. अब तक की पूरी कहानी समझिए

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Harsh Verma
Mahadev Satta Case: छत्तीसगढ़ में ‘महादेव ऐप’ पर सियासी भूचाल, बेटिंग ऐप के शुरू होने से लेकर अब तक की पूरी कहानी समझिए

   हाइलाइट्स

  • महादेव सट्टा एप मामले में सियासी हाई
  • सीएम भूपेश बघेल के खिलाफ FIR
  • बीजेपी और कांग्रेस नेता आमने-सामने
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Mahadev Satta Case:छत्तीसगढ़ में लोकसभा चुनाव से पहले महादेव सट्टा ऐप मामले में सियासी पारा चढ़ गया है. प्रदेश के पूर्व सीएम भूपेश बघेल के खिलाफ FIR होने के बाद सियासत के गलियारों में बयानों के हमले तेज हो गए हैं. भूपेश बघेल ने इस मामले में रविवार को प्रेस कॉन्फेंस करके बीजेपी पर जमकर हमला बोला था. जिसके बाद से छत्तीसगढ़ के बीजेपी नेता भी बघेल पर निशाना साध रहे हैं. सोमवार को डिप्टी सीएम अरुण साव ने बिलासपुर और मंत्री बृजमोहन अग्रवाल ने रायपुर में प्रेस कॉन्फ्रेंस की. भूपेश बघेल के आरोप को निराधार और बेबुनियाद बताया.

   एफआईआर का चुनाव से कोई लेना देना नहीं: साव

[caption id="" align="alignnone" width="548"]Image डिप्टी सीएम अरुण साव ने बिलासपुर में की पीसी[/caption]

डिप्टी सीएम ने कहा कि उनका आरोप लगाना वैसा ही जैसे चोर की दाढ़ी में तिनका. भूपेश बघेल सीएम जैसे पद पर रहे हैं. उन्हें न्यायालयीन व कानूनी प्रक्रिया का सम्मान करना चाहिए. एक तरफ तो वे दावा करते हैं कि महादेव मामले में जांच की कार्रवाई उन्होंने शुरू की, लेकिन उसी जांच क्रम में जब FIR होती है तब वे बौखला जाते हैं. बघेल के आरोपों को बेबुनियाद बताते हुए उन्होंने कहा कि एफआईआर का ना चुनाव से कोई लेना देना है, ना राजनीतिक विद्वेशवश FIR दर्ज की गई है.

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   खुद अपने ही बुने हुए जाल में फंसे: बृजमोहन

[caption id="attachment_312936" align="alignnone" width="559"]publive-image बृजमोहन अग्रवाल ने रायपुर में की पीसी[/caption]

वहीं रायपुर में प्रेस कॉन्फ्रेंस में बृजमोहन अग्रवाल ने कहा कि चोरी ऊपर से सीना जोरी के तर्ज पर भूपेश रायपुर से भाग कर राजनांदगांव चले गए. महादेव ऐप के नाम पर एफआईआर पहले उन्होंने ही दर्ज कराया था. वह खुद अपने ही बुने हुए जाल में फंस गए हैं. उन्होंने पूछा कि गिरफ्तार आरोपी और अधिकारियों से उनके क्या संबंध हैं बताना चाहिए. इतने घोटाले किए, अभी तो उनका नाम एक ही घोटाले में आया है. असीम दास के बयान को वो सही मानते हैं या नहीं..? शुभम सोनी के वीडियो जो सामने आए थे उसके बारे में उनका का क्या कहना है? आज तक कोई तथ्यात्मक बयान नहीं आया है.

— BJP Chhattisgarh (@BJP4CGState) March 18, 2024


   भूपेश बघेल ने बीजेपी पर लगाए ये आरोप

[caption id="" align="alignnone" width="563"]publive-image पूर्व सीएम भूपेश बघेल[/caption]

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ईओडब्ल्यू ने महादेव सट्टा मामले को लेकर छत्तीसगढ़ के पूर्व सीएम भूपेश बघेल समेत 21 लोगों के खिलाफ एफआईआर दर्ज की है. FIR दर्ज होने के बाद रविवार को भूपेश बघेल ने एक प्रेस कॉन्फेंस कर बीजेपी पर जमकर निशाना साधा. उन्होंने कहा कि महादेव ऐप मामले में EOW ने FIR दर्ज की है, जिसमें मेरा भी नाम शामिल है. FIR की कापी में 4 मार्च की तारीख दर्ज है, जो 17 तारीख को प्रकाशित हुई है. नियमों के अनुसार एफआईआर की कापी को तुरंत बेवसाइट में डाला जाता है, लेकिन ऐसा नहीं किया गया. 
उन्होंने बीजेपी को निशाने पर लेते हुए कहा कि यह राजनीतिक एफआईआर (Chhattisgarh News) है. मेरा नाम जबरन और दबावपूर्वक डाला गया है. राजनीतिक प्रतिशोध के चलते यह एफआईआर की गई है. आज भी महादेव सट्टा बंद नहीं है. चार महीने यहां और केंद्र में बीजेपी की सरकार है, लेकिन सट्टा बंद नहीं हुआ है. मोदी की गारंटी और विष्णु का सुशासन है और महादेव सट्टा सांय-सांय चल रहा है. साथ ही बीजेपी पर आरोप लगाते हुए कहा कि बीजेपी को सबसे ज्यादा चंदा देने वाला कोई है तो सट्टेबाज ही हैं. फ्यूचर गेमिंग एंड होटल सर्विसेज प्राइवेट लिमिटेड ने सबसे ज्यादा चंदा दिया है.

   भूपेश बघेल कि छवि खराब करने के लिए झूठा मुकदमा: शुक्ला 

[caption id="" align="alignnone" width="574"]publive-image कांग्रेस के संचार प्रमुख सुशील आनंद शुक्ला[/caption]

इस मामले को लेकर कांग्रेस के संचार प्रमुख सुशील आनंद शुक्ला ने कहा कि चुनाव आता है तो बीजेपी अपने अनुषांगिक संगठन ED के जरिए कांग्रेस नेताओं के खिलाफ षड्यंत्र करती है. लोकसभा चुनावों की तय पराजय से हताश होकर बीजेपी के इशारे पर ईडी और ईओडब्लू ने भूपेश बघेल की छवि खराब करने के लिए महादेव ऐप मामले में झूठा मुकदमा दर्ज किया है. 

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   अरुण साव और केदार कश्यप ने भूपेश को घेरा

भूपेश बघेल के खिलाफ एफआईआर दर्ज होते ही बीजेपी नेताओं ने सोशल मीडिया पर बघेल के खिलाफ हमला शुरू कर दिया था. डिप्टी सीएम अरुण साव और मंत्री केदार कश्यप ने भूपेश पर निशाना साधते हुए सोशल मीडिया हैंडल पर ‘हर-हर महादेव’ की हुंकार भरी है. डिप्टी सीएम अरुण साव ने सोशल मीडिया साइट के हैंडल X पर लिखा कि अपने नाम का अपमान कहां सहते महादेव! यत्र तत्र और सर्वत्र…”महादेव”! हर – हर महादेव… वहीं मंत्री केदार कश्यप ने भी बघेल पर तंज कसते हुए कहा कि आंख तीसरी जब ये खोले हिले धरा और स्वर्ग भी डोले FIR दर्ज, महादेव का प्रकोप, हर-हर महादेव

— Kedar Kashyap (@KedarKashyapBJP) March 17, 2024


   जनता ने पहले ही आपको सबक सिखाया: मूणत


इसके साथ ही पूर्व मंत्री राजेश मूणत ने फेसबुक पोस्ट पर लिखा था कि छत्तीसगढ़ में कांग्रेस के पतन के साथ ही सुशासन लौट आया है, कानून भी अपना काम कर रहा है. भगवान का नाम लेकर धोखाधड़ी, आपराधिक साजिश, विश्वासघात और जालसाजी रचने वाले “बगुलाभगतो” पर महादेव का प्रकोप बरसना तय है. वहीं मूणत ने कहा कि भूपेश बघेल जी को विधानसभा चुनाव में जनता ने पहले ही आपको सबक सिखाया है, अभी आगे-आगे देखिए होता है क्या!. 

   भूपेश बघेल समेत 21 लोगों के खिलाफ एफआईआर

Chhattisgarh EOW RTI Update; Show Cause Notice To Public Information Officer | RTI के दायरे में आया EOW: राज्य सूचना आयोग ने कहा-भ्रष्टाचार से जुड़ी सूचनाएं रोक नहीं सकते; मना ...
बता दें कि EOW और ACB विंग ने महादेव ऐप के मालिकों से 508 करोड़ रुपये प्रोटेक्शन मनी लेने के मामले में पूर्व मुख्यमंत्री भूपेश बघेल समेत 21 लोगों के खिलाफ एफआईआर दर्ज की है. EOW ने ये एफआईआर प्रिवेंशन ऑफ करप्शन एक्‍ट के तहत दर्ज की है. इसमें बघेल पर धोखाधड़ी, आपराधिक साजिश, विश्वासघात और जालसाजी से संबंधित विभिन्न धाराओं और भ्रष्टाचार निवारण अधिनियम की धारा 7 और 11 के तहत आरोप लगाया गया है.

   भूपेश बघेल को 508 करोड़ देने की बात

ईडी ने बताया था कि महादेव ऐप के प्रमोटरों ने तत्कालीन सीएम भूपेश बघेल को 508 करोड़ रुपए का भुगतान किया था. यह दावा, गिरफ्तार किए गए कैश कूरियर असीम दास के हवाले से किया गया था. ED ने 2 नवंबर को कूरियर असीम दास उर्फ बप्पा दास के पास से 5.39 करोड़ रुपए जब्त करने के बाद उसे गिरफ्तार किया था. बता दें कि असीम दास और उसका साथी कॉन्स्टेबल भीम सिंह यादव फिलहाल रायपुर की जेल में बंद हैं. इस आरोप के बाद बघेल ने कहा था कि जिस गाड़ी के साथ असीम मिला वो बीजेपी नेता की गाड़ी थी.

   कब हुई थी महादेव सट्टा ऐप की शुरुआत ? 

सट्टा रहेगा जारी! सरकार ने लगाया बैन तो महादेव ऐप ने निकाला नया रास्ता | mahadev app changed his domen id and password will be same after government and ed action |
भिलाई के रहने वाले एक जूस शॉप के मालिक ने महादेव सट्‌टा ऐप की शुरुआत कुछ साल पहले की थी. जो आज प्रदेश का सबसे बड़ा पॉलिटिकल केस बन चुका है. ED ने इसमें अफसर से लेकर नेताओं तक के शामिल हाेने की बात की है. 
महादेव सट्टा मामले में ED के प्रतिवेदन पर EOW ने मार्च में ही साजिश, जालसाजी और भ्रष्टाचार का केस दर्ज किया है. ऐप के प्रमोटर सौरभ चंद्राकर, रवि उप्पल और शुभम सोनी के साथ अज्ञात पुलिस अधिकारियों पर भी एफआईआर दर्ज की गई है.  गिरीश तलरेजा और सूरज चोखानी नाम के कारोबारी को इसी महीने में गिरफ्तार कर जेल भेजा गया है. जो ED के हिरासत में चल रहे हैं. साल 2023 में ED ने रायपुर और दुर्ग में छापेमारी कर कहा था कि छत्तीसगढ़ के कुछ नेताओं और पुलिस अधिकारियों की मदद से सट्‌टे का रैकेट चलाया गया और विदेशों में पैसे पहुंचाए गए. 
महादेव सट्टा ऐप का मामला छत्तीसगढ़ विधानसभा बजट सत्र में भी उठ चुका है. बीजेपी विधायक राजेश मूणत ने कहा था कि सट्‌टा ऐप वालों के घर बुलडोजर से गिराए जाएं, बड़ी मछली नहीं पकड़ी गई हैं, जिस पर गृहमंत्री विजय शर्मा ने कहा कि मगरमच्छ भी पकड़े जाएंगे. मूणत ने इस केस में संलिप्त अफसरों पर कोई कार्रवाई नहीं होने की बात उठाई थी. उन्होंने गृहमंत्री विजय शर्मा से विशेष जांच की घोषणा करने की मांग की थी. 

   ‘जूस फैक्ट्री’ से ‘सट्टा फैक्ट्री’ तक का सफर

[caption id="" align="alignnone" width="596"]महादेव ऑनलाइन गेमिंग ऐप का प्रमोटर सौरभ चंद्राकर दुबई में नजरबंद, जल्द ही लाया जाएगा भारत | Mahadev App promoter saurabh chandrakar will take to india from uae | Patrika News इस सट्टे के खेल का मुख्य आरोपी सौरभ चंद्राकर[/caption]

भिलाई निगम में पानी के पंप चलाने वाले ऑपरेटर रामेश्वर चंद्राकर का बेटा सौरभ चंद्राकर इस सट्टे के खेल का मुख्य आरोपी है. सौरभ ने भिलाई में ही 'जूस फैक्ट्री’ के नाम से एक जूस की दुकान खोली थी. उस दौरान उसकी दोस्ती रवि उप्पल नाम के एक इंजीनियर से हुई. साल 2017 में रवि और सौरभ ने मिलकर ऑनलाइन सट्टेबाजी के माध्यम से पैसा कमाने के लिए एक वेबसाइट बनाई थी. शुरु में तो इस वेबसाइट के यूजर्स कम थे. 
इसके बाद सौरभ 2019 में नौकरी के लिए दुबई चला गया. सौरभ ने अपने दोस्त रवि उप्पल को भी कुछ समय बाद दुबई बुलवा लिया. सौरभ ने पहले ही बेटिंग वेबसाइट के जरिए पैसा कमाने का प्लान तैयार कर रखा था. फिर दोनों ने मिलकर महादेव बुक ऑनलाइन के नाम से एक बेटिंग वेबसाइट और ऐप बनाया. इसके बाद इस एप को प्रमोट करना शुरू कर दिया. सौरभ ने सोशल मीडिया मार्केटिंग और इन्फ्लुएंसर के माध्यम से ऐप को प्रमोट करवाया. इसके साथ ही सट्टा लगाने वाले दूसरे ऐप और वेबसाइट को भी खरीद लिया. 

   जांच एजेंसियों के रडार पर आई थी सौरभ की शादी 

[caption id="" align="alignnone" width="601"]publive-image सौरभ की शादी का वीडियो आया था सामने[/caption]

इस ऑनलाइन बेटिंग एप से इन दोनों को कितना फायदा हो रहा था इसका अंदाजा सौरभ की शादी का वीडियो सामने आने के बाद हुआ. UAE के चमचमाते शहर रास अल खैमाह में सौरभ की आलीशान शादी हुई. इसके मेहमानों के लिए चार्टर्ड प्लेन लगाए गए थे. पार्टी में परफॉर्म करने के लिए दर्जनों सेलिब्रिटी को बुलाया गया था. जिनमें आतिफ असलम,  सनी लियोनी, नेहा कक्कड़, टाइगर श्राफ जैसे सेलिब्रिटी शामिल थे. 
योगेश बापट की इवेंट मैनेजमेंट कंपनी आर-1 इवेंट्स प्राइवेट लिमिटेड को शादी के लिए हायर किया गया. इस शादी में लगभग 200 करोड़ रुपए खर्च हुए और पूरा पेमेंट हवाला या कैश में हुआ. बस फिर क्या था सौरभ और उनका महादेव बेटिंग ऐप जांच एजेंसियों के रडार पर आ गया. इसी मामले में ED ने कपिल शर्मा और रणबीर कपूर जैसे सेलिब्रिटीज को समन भेजा था.
यह भी पढ़ें: Mahadev App Case में पूर्व CM भूपेश बघेल पर FIR, जानें कितने करोड़ का लगा आरोप, क्या है पूरा मामला

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