हाइलाइट्स
-
रायपुर ED की टीम ने पुणे के कात्रज में मारा छापा
-
लोटस 365 ऐप से जुड़े लोगों के ठिकानों पर छापा
-
ईडी की टीम ने 5 आरोपियों को किया गिरफ्तार
Mahadev Satta App: महादेव सट्टा ऐप मामले में रायपुर ED की टीम ने बुधवार को पुणे के कात्रज में छापा मारा है. जहां लोटस 365 ऐप से जुड़े लोगों के ठिकानों से 1.20 करोड़ रूपये बरामद किए गए हैं. इसके साथ ही ईडी के हत्थे 5 आरोपी भी चढ़े है. आरोपियों से पूछताछ की जा रही है. टीम उन्हें लेकर रायपुर भी आ सकती है.
संबंधित खबर: Mahadev Satta App: महादेव ऐप सट्टाबाजी केस में बड़ा अपडेट, आरोपी गिरीश और सूरज की ED रिमांड पर बहस खत्म
इस मामले में ED ने मनी लॉन्ड्रिंग और लेन-देन के आरोप में कोलकाता से सूरज चौखानी और ऐप के मेन ऑपरेटर गिरीश तलरेजा को भोपाल से गिरफ्तारी किया है. गिरीश पर महादेव ऐप (Mahadev Satta App) से जुड़े लोटस 365 सट्टा ऐप के मुख्य संचालनकर्ता होने का भी आरोप है.
तलरेजा और चोखनी को स्पेशल कोर्ट में किया था पेश
बता दें कि सोमवार को ED ने सूरज चोखानी और गिरीश तलरेजा को रायपुर की स्पेशल कोर्ट में पेश किया था. जहां से सुनवाई के बाद कोर्ट ने दोनों को 7 दिन की रिमांड पर भेज दिया है. फिलहाल ईडी के अधिकारी दोनों से पूछताछ कर रहे हैं. दोनों अरोपियों को 11 मार्च को स्पेशल कोर्ट में फिर पेश किया जाएगा. ईडी की टीम जल्द ही सट्टा एप से जुड़े अन्य लोगों पर शिकंजा कस सकती है.
गिरीश तलरेजा लोटस 365 नाम से एक कथित सट्टेबाजी ऐप का संचालन कर रहा था. जो महादेव सट्टा ऐप (Mahadev Satta App) का सहायक ऐप है. जिससे तलरेजा ने करोड़ों रुपए कमाए थे. जिसे शेल कंपनियां बनाकर लूटा गया. भोपाल के रहने वाले शुभम सोनी और रतनलाल जैन के साथ उसके संबंधों का खुलासा हुआ है. ED फिलहाल रतनलाल जैन की तलाश कर रही है. बता दें कि तलरेजा को साल 2019 में IPL सट्टेबाजी मामले में मुंबई एयरपोर्ट पर गिरफ्तार किया गया था.
वहीं हवाला ऑपरेटर हरि शंकर टिबरेवाल मूल रूप से कोलकाता का रहने वाला है. जो दुबई में रहता है. उसने कथित तौर पर महादेव ऐप के प्रमोटरों के साथ साझेदारी कर सट्टेबाजी ऐप स्काई एक्सचेंज का संचालन भी किया है.
टिबरेवाल भारतीय शेयर बाजार में कर रहा था निवेश
जानकारी मिली है कि आरोपी सूरज चोखानी कथित तौर पर टिबरेवाल की तरफ से भारत में स्काई एक्सचेंज संभाल रहा था. चोखानी स्काई एक्सचेंज में आईडी बनाने, नए लोगों को जोड़ने, बेनामी बैंक खातों के जरिए मनी लॉन्ड्रिंग के लिए प्लेटफार्म तैयार कर रहा था.
चोखानी के माध्यम से ही आरोपी टिबरेवाल विदेशी पोर्टफोलियो निवेश के जरिए अपनी दुबई स्थित संस्थाओं से भारतीय शेयर बाजार में निवेश कर रहा था. यहां तक कि टिबरेवाल ने अपने कई साथियों को कई कंपनियों में निदेशक के रूप में भी नियुक्त किया था.
इसके साथ ही वह सट्टेबाजी (Mahadev Satta App) फंड के बड़े पैमाने पर हवाला गतिविधियों में भी शामिल था. ईडी ने PMLA के तहत टिबरेवाल की 580.78 करोड़ की संपत्ति जब्त की है. 1.86 करोड़ नगद और 1.78 करोड़ का कीमती सामान भी बरामद किया है.