Mahalaxmi Vrat 2024 par Aate ke Diya ke Upay: इस बार महालक्ष्मी का व्रत 24 सितंबर मंगलवार को रखा जाएगा। हिन्दू धर्म में इस व्रत का बड़ा महत्व है। महालक्ष्मी पर (Mahalaxmi Vrat kab hai) मां लक्ष्मी के आशीर्वाद, आर्थिक तंगी और सुख-समृद्धि के लिए इस दिन कई तरह के उपाय (Maha Laxmi ke Upay Kya hain) किए जाते हैं।
चलिए जानते हैं ज्योतिषाचार्य पंडित रामगोविंद शास्त्री से जानते हैं कि महालक्ष्मी पर कौन से उपाय किए जा सकते हैं जिनसे आर्थिक तंगी से छुटकारा (Aarthik Tangi dur karne ke liya Mahalaxmi ke Upay) पाया जा सकता है।
महालक्ष्मी व्रत के उपाय (Maha Laxmi ke Upay)
महालक्ष्मी व्रत के दिन मिट्टी हाथी की पूजा की जाती है। इस व्रत को गजलक्ष्मी और हाथी पूजन भी कहते हैं। इस दिन कई तरह के उपाय किए जाते है।
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हाथी के नीचे आटे का दीया जाने जलाने से क्या होता है
ज्योतिषाचार्य पंडित रामगोविंद शासत्री के अनुसार महालक्ष्मी की पूजा में आटे के 16 दीपक बनाकर उसमें घी की बाती डालकर हाथी पर रखा जाता है। इन दीपों को पूजा के समय जलाकर पूजा की जाती है।
पूजा होने के बाद इन दीपों में से किसी भी एक दीये को उठाकर उसे अपने सिर से घड़ी की दिशा में 5 या 7 बार घुमाकर हाथी के किसी एक पैर के नीचे दबा दें।
ऐसी मान्यता है कि ये उपाय या टोटका करने से लोगों पर से सारी विपत्ति, सारी परेशानियां दूर हो जाती हैं।
महालक्ष्मी व्रत सामग्री (Mahalaxmi Puja Samaan List)
महालक्ष्मी व्रत पूजा में महावर, बिंदी, चूंड़ी, मेहंदी, आटे, बेसन, मैदे, गुड़ से बने जेवर, अठवाई, फूल, हल्दी, चंदन, पंचामृत, हवन सामग्री , धूप बत्ती आदि सभी चीजें षामिल होनी हैं।
महालक्ष्मी व्रत पूजा विधि (Mahalaxmi Puja Vidhi or Niyam)
सुबह स्नान करके स्वच्छ कपड़े पहनकर पूजा का संकल्प लें। इसके बाद पूजा के स्थान पर महालक्ष्मी व्रत में सबसे पहले आटे का चौक बनाएं। इस पर लाल कपड़ा बिछाकर, उस पर गजहाथी रखकर उस पर आटे के दीपक बनाकर रखें। इसके बाद पूजा के पाटे के सामने चावल रखकर कलश रखें, उस पर तेल का दीया रखें।
सबसे पहले कलश जलाकर गणेश पूजन के साथ पूजा का प्रारंभ करें। इसके बाद आटे से बनाए जेवर गजराज को अर्पित करें। फिर विधि विधान से पूजा करने के बाद कथा प्रारंभ करें। कथा समाप्ति के बाद हवन करके आचमनी करें। फिर लक्ष्मी जी आरती के साथ पूजा समाप्त करें।
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