लंगूरों के कटआउट लगाना प्रभावी फैसला
हाल ही में इस स्टेशन पर बंदरों की गतिविधियां बढ़ गई थीं। उत्तर मध्य रेलवे के मुख्य जनसंपर्क अधिकारी शशिकांत त्रिपाठी ने बताया कि रेलवे और यात्रियों को बंदरों से कई बार असुविधाएं हुईं, और इस समस्या का हल पहले से काफी प्रभावी साबित हुआ है।
श्रद्धालुओं को बंदरों से नहीं होगी कोई परेशानी
उन्होंने बताया कि स्टेशन परिसर में लंगूर के कटआउट लगाने से बंदर वहां से दूर रहते हैं। साथ ही, महाकुंभ मेला पास में ही होने वाला है, जिसमें बड़ी संख्या में श्रद्धालु आएंगे। इस उपाय से न केवल श्रद्धालुओं को बंदरों से कोई परेशानी नहीं होगी, बल्कि रेलवे की संपत्तियों को भी नुकसान से बचाया जा सकेगा।
हम पशुओं को हानि नहीं पहुंचाना चाहते: त्रिपाठी
त्रिपाठी ने कहा कि यह एक सुरक्षित तरीका है, क्योंकि इसमें बंदरों को पकड़ने और दूर भेजने की जरूरत नहीं होगी। इस कदम से यह भी दिखाया गया है कि हम पशुओं के प्रति अपनी संवेदनशीलता और प्रेम को सम्मानित करते हुए उन्हें कोई हानि नहीं पहुंचाना चाहते।
कटआउट लगाने से भाग जाते हैं बंदर
आपको बता दें कि बंदरों के उत्पात से निजात दिलाने के लिए इसका रास्ता निकाला गया है। लंगूर की कटआउट देखकर बंदर भाग जाते हैं। इससे पहले भी कई जगहों पर ऐसा देखा गया है कि छत पर रखे लंगूर के कटआउट देखकर बंदर ऐसे डर रहे है कि उस घर-मोहल्ले का रुख ही नहीं कर रहे हैं जहां यह कटआउट रखे हैं। इस प्रयोग की सफलता के बाद अब प्रयागराज के नैनी रेलवे स्टेशन पर भी लंगूर के कटआउट दिखाई दे रहे हैं।
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