नई दिल्ली। Magh Purnima जिस तरह संक्रांति हर महीने आती हैं उसी तरह पूर्णिमा भी हर महीने आती है। आपको बता दें पूरी 12 संक्रांतियों में मकर संक्रांति का अपना महत्व होता है उसी तरह पूर्णिमा में माघ पूर्णिमा बेहद खास मानी जाती है। जब मकर राशि में चंद्रमा आ जाता है तो उसे माघ पूर्णिमा कहते हैं। चूंकि चंद्रमा को आत्मा का कारक माना जाता है। इसलिए इस दिन का भी विशेष महत्व होता है। इस साल माघ पूर्णिमा 5 फरवरी 2023 को है।
क्या है माघ पूर्णिमा की परंपरा —Magh Purnima parampara
ज्योतिषाचार्यों की मानें तो माघ पूर्णिमा के दिन पवित्र नदियों के स्नान और दान की परंपरा है। इस दिन दान करने से कई गुना फल मिलता है। धर्म पुराणों की मानें तो इस दिन यदि पवित स्नान कर व्रत और सही विधि विधान से पूजा करें तो भगवान विष्णु जल्दी प्रसन्न होते हैं।
इस दुर्लभ संयोग में मनेगी माघ पूर्णिमा — Magh Purnima durlabh sanyog
पंचांग के अनुसार इस वर्ष माघ पूर्णिमा यानि माघी पूर्णिमा का त्योहार 5 फरवरी को मनाया जाएगा। आपको बता दें पूर्णिमा तिथि 4 फरवरी 2023 की रात 9:29 मिनट से शुरू होकर 5 फरवरी को रात 11:58 मिनट तक रहेगी। चूंकि उदयातिथि को ये व्रत आएगा इसलिए ये त्योहार 5 फरवरी 2023 को मनाया जाएगा।
बनेंगे ये दुर्लभ महासंयोग – magh-purnima-2023-date
इस बार की माघ पूर्णिमा पर अश्लेषा नक्षत्र में आ रही है। इतना ही नहीं इस दिन चन्द्रमा, गुरु एवं शनि ये तीनों ही ग्रह स्वराशि में रहेंगे। ज्योतिषाचार्यों की मानें तो इस दिन वाशी, सुनफा, आयुष्मान, रविपुष्य एवं सर्वार्थ सिद्धि योग एक साथ आ रहे हैं।
माघ पूर्णिमा पूजन विधि — Magh Purnima , magh-purnima-2023-date pujan vidhi
हर त्योहार की तरह इस दिन भी सुबह उठकर पवित्र नदी में स्नान करें। यदि ऐसा नहीं कर पाते हैं तो आपको घर पर ही स्नान के पानी में गंगाजल मिलाकर स्नान करें। ध्यान रखें जब आप स्नान करें तो उस समय ऊँ नमो भगवते वासुदेवाय नमः का जाप करते रहें। इसके बाद तांबे के लोटे में जल, लाल फूल, गेंहू के साथ काले तिल डालकर सूर्य को अर्घ्य दें। फिर इसक पूजन स्थल के समक्ष घी का दीपक जलाकर उसमें चार लौंग अपने ईष्ट के नाम की डाल कर श्रीविष्णु भगवान की आराधना करें।
करना न भूलें ये पाठ —Magh Purnima , magh-purnima-2023-date upay
आपको बता दें चूंकि इस दिन भगवान विष्णु की पूजा की जाती है। इसलिए ध्यान रखें कि पूजन में भगवद्गीता, विष्णु सहस्त्रनाम या फिर गजेंद्र मोक्ष का पाठ जरूर करें। चूंकि इस दिन दान का विशेष महत्व होता है इसलिए अपनी सामर्थ अनुसार गरीबों को तिल, कंबल, घी आदि का दान करें। ऐसा माना जाता है कि इन चीजों का दान आपको सभी प्रकार के कष्टों से दूर रख सकता है। साथ ही आपके परिवार के लोगों की तरक्की के रास्ते भी खुलते है।
माघ पूर्णिमा-शुभ मुहूर्त Magh Purnima , magh-purnima-2023-shubh muhurat
अभिजित मुहूर्त-12:03 मिनट से 12:57 मिनट तक
विजय मुहूर्त-2:25 मिनट से 3:08 मिनट तक
गोधूलि मुहूर्त-6:01 मिनट से 6:27 मिनट तक
सर्वार्थ सिद्धि योग-7:07 मिनट से 12:13 मिनट तक
नोट : इस लेख में दी गई जानकारियां सामान्य सूचनाओं पर आधारित हैं। बंसल न्यूज इसकी पुष्टि नहीं करता। अमल में लाने से पहले विशेषज्ञों की सलाह जरूर ले लें।