प्रयागराज, 14 जनवरी (भाषा) मकर संक्रांति स्नान के साथ ही गंगा और यमुना के तट पर माघ मेला बृहस्पतिवार से प्रारंभ हो गया। हालांकि कोविड-19 की रोकथाम को लेकर जिला प्रशासन द्वारा ऐहतिहाती उपाय करने और कोरोना वायरस को लेकर लोगों में भय होने से मेले में भीड़ उम्मीद से बहुत कम रही।
मेलाधिकारी विवेक चतुर्वेदी ने पीटीआई-भाषा को बताया कि सुबह स्नानार्थियों की भीड़ बहुत कम थी, लेकिन धूप निकलने के साथ ही मेले में लोगों का आगमन बढ़ा और शाम छह बजे तक अनुमानित 4.5 लाख लोगों ने गंगा और संगम में स्नान किया।
उन्होंने बताया कि भीड़ कम रहने के बावजूद पुलिस प्रशासन ने सुरक्षा व्यवस्था के इंतजाम में कोई कोर कसर नहीं छोड़ी है। उन्होंने कहा कि इस बार का मेला सादगीपूर्ण ही रहने की उम्मीद है।
मेला क्षेत्र में त्रिवेणी मार्ग पर शिविर लगाए स्वामी अधोक्षजानंद महाराज ने कहा कि इस बार का मेला कल्पवासियों के लिए लगाया गया है जिससे उनका 12 वर्ष का कल्पवास का संकल्प ना टूटे। उन्होंने कहा कि हालांकि कोरोना वायरस के कारण लोगों में थोड़ा भय है, इसके बावजूद साधु-संत कोरोना वायरस महामारी को दूर भगाने के लिए अनुष्ठान करने यहां आए हैं।
दंडी बाड़ा क्षेत्र में हर साल शिविर लगाने वाले पेड़ा बाबा ने कहा कि सरकार ने कल्पवासियों की सुविधा का ख्याल रखा है जिसके लिए माननीय मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ अभिनंदन के पात्र हैं। उन्होंने कहा कि चूंकि मुख्यमंत्री स्वयं संन्यासी हैं, इसलिए वे कल्पवास का महत्व बखूबी समझते हैं और कोरोना वायरस काल के बावजूद उन्होंने मेला लगाने की अनुमति दी।
संगम स्नान करने फतेहपुर जिले से आए राम लाल ने कहा कि गंगा मइया की कृपा से ही उनका परिवार कोरोना वायरस से बचा रहा, इसलिए गंगा स्नान में उनकी विशेष आस्था है।
भाषा राजेंद्र अमित
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