हाइलाइट्स
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उच्च माध्यमिक शिक्षक भर्ती से जुड़ा है विवाद
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848 EWS चयनित शिक्षकों को नियुक्ति का इंतजार
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8 हजार से अधिक शिक्षकों की होनी है ज्वाइनिंग
MP Teacher Bharti 2024: मध्य प्रदेश में माध्यमिक शिक्षा मंडल यानी एमपी बोर्ड का रिजल्ट बीते सत्र खराब रहा।
आलम ये है कि देश में राज्य स्तरीय बोर्ड के रिजल्ट के मामले में एमपी 18वें स्थान पर है। ये सच डरावना है। खराब रिजल्ट का मुख्य कारण शिक्षकों की कमी है।
नया शैक्षणिक सत्र शुरु हुए डेढ़ महीने से अधिक का वक्त गुजर चुका है और विभाग अब भी शिक्षक भर्ती को लेकर गंभीर नहीं दिख रहा है।
ऐसे में सवाल ये है कि आखिर एमपी बोर्ड का रिजल्ट कैसे सुधरेगा।
9568 शिक्षकों को ज्वाइनिंग का इंतजार
प्रदेश में उच्च माध्यमिक शिक्षक (MP Teacher Bharti 2024) यानी वर्ग 1 के 9568 शिक्षकों को अपनी ज्वाइनिंग का इंतजार है।
एमपी हाईकोर्ट की दो अलग-अलग सिंगल बेंच ने 848 EWS चयनित शिक्षकों को ज्वाइन कराने का फैसला दे चुकी है। ये भर्ती विभाग अब तक नहीं कर पाया।
उच्च माध्यमिक शिक्षक भर्ती 2023 में स्कूल शिक्षा और ट्राइबल डिपार्टमेंट को 8720 पदों पर शिक्षकों की भर्ती करना है।
कैसे सुधरे MP Board का रिजल्ट: 9568 शिक्षकों को ज्वाइनिंग का इंतजार, ये स्कूल पहुंचें तो 2.39 लाख स्टूडेंट को पढ़ाएंगे#MPBoard #TeacherRecruitment #MPTeacher #MPNews #MPTeacherRecruitment@MPYuvaShakti @NEYU4MP @udaypratapmp @UmangSinghar @CMMadhyaPradesh @jitupatwari… pic.twitter.com/womantO3I1
— Bansal News (@BansalNewsMPCG) August 7, 2024
स्कूल शिक्षा विभाग च्वाइस फिलिंग तक करा चुका है, लेकिन अब तक ज्वाइनिंग लेटर जारी नहीं किये गए।
कुल मिलाकर 9568 से अधिक शिक्षक तो ऐसे हैं जिन्हें आज नहीं तो कल ज्वाइन होना ही है, लेकिन विभाग इसमें लगातार देरी कर रहा है। जिससे सिलेबस आगे निकलता जा रहा है।
ज्वाइनिंग की जगह कर दी अपील
सरकार ने निर्णय लिया था कि वह कोर्ट के ऐसे फैसलों में अपील नहीं करेगा जिससे युवा का रोजगार प्रभावित होता हो। अपील तब ही की जाएगी जब कोई बड़ी कानूनी बाध्यता आड़े आ रही हो।
हालांकि EWS मामले में ये रूख नहीं दिखा। एमपी हाईकोर्ट की दो अलग अलग सिंगल बेंच ने 2018 की भर्ती के 848 EWS चयनित शिक्षकों की नियुक्ति के आदेश दिए।
विभाग को 45 दिन का समय दिया। विभाग ने नियुक्ति देने की जगह डबल बेंच में इस आदेश के विरुद्ध अपील कर दी।
अब मामला फिर कानूनी कसौटी पर परखा जा रहा है। कुल मिलाकर 848 EWS चयनित शिक्षकों को नियुक्ति के लिये अभी और इंतजार करना होगा।
…तो 2.39 लाख स्टूडेंट को मिल जाएं शिक्षक
नई शिक्षा नीति 2020 के अनुसार स्टूडेंट टीचर रेशो 25:1 है, यानी 25 स्टूडेंट पर एक टीचर होना चाहिए।
इसका मतलब ये हुआ कि जिन 9568 शिक्षकों को ज्वाइनिंग का इंतजार है यदि वे स्कूल में पढ़ाने लगें तो 2.39 लाख स्टूडेंट को शिक्षक मिल जाएंगे, जो अभी बिना योग्य शिक्षक के अपनी पढ़ाई कर रहे हैं।
क्या सिर्फ टाइम टेबल जारी करने से सुधरेगा रिजल्ट
6 अगस्त को एमपी बोर्ड ने 10वीं 12वीं का टाइम टेबल जारी कर दिया।
हाई स्कूल की परीक्षा 27 फरवरी से 19 मार्च तक चलेगी।
वहीं हायर सेकेंडरी की परीक्षा 25 फरवरी से 25 मार्च तक चलेगी।
बड़ा सवाल ये है कि क्या समय से सिर्फ टाइम टेबल जारी भर कर देने से रिजल्ट सुधर जाएगा?
क्या समर रहते स्कूलों में शिक्षकों की कमी को पूरा नहीं किया जाना चाहिए?
मध्य प्रदेश में 1 हजार से अधिक स्कूल ऐसे हैं, जहां पढ़ाने के लिये शिक्षक ही नहीं है।
वर्ग 3 में भी नियुक्ति अटकी
एमपी हाईकोर्ट वर्ग 3 यानी प्राथमिक शिक्षक भर्ती के अंतर्गत 2221 प्रयोगशाला सहायक शिक्षकों की नियुक्ति के आदेश पहले ही दे चुका है, लेकिन आज तक ये भर्ती भी नहीं हो सकी।
इससे भी पहली से पांचती तक की कक्षाओं की पढ़ाई पर असर पड़ रहा है। उम्मीदवार नियुक्ति के लिये दफ्तरों के चक्कर काट रहे हैं।