Madhya Pradesh Byelection: मध्य प्रदेश में होने वाले विधानसभा उपचुनाव (MP Byelection) की तारीखों के ऐलान के बाद से ही सभी पार्टियों ने अपनी सक्रियता बढ़ा दी है। जहां कांग्रेस और बीजेपी ने अपनी-अपनी पार्टी की तरफ से उम्मीदवारों के नामों की सूची जारी कर दी है। वहीं समाजवादी पार्टी अभी भी उम्मीदवारों की तलाश में जुटी है।
मध्य प्रदेश विधानसभा उपचुनाव हेतु आवश्यक सूचना।
विधानसभा उपचुनाव के लिए जो भी समाजवादी पार्टी नेता, कार्यकर्ता एवं पदाधिकारी समाजवादी पार्टी टिकट के लिए इच्छुक हैं कृपया इस मोबाइल नंबर +91 75572 95555 पर अपना आवेदन व्हाट्सएप करें।
— Samajwadi Party Madhya Pradesh (@MPSamajwadi) October 7, 2020
सोशल मीडिया पर ढूंढ रही उम्मीदवार
इसी के तहत बुधवार समाजवादी पार्टी (samajwadi party) ने एक विज्ञापन जारी उम्मीदवारों से आवेदन मंगवाए हैं।
समाजवादी पार्टी ने ट्वीट कर लिखा कि, मध्य प्रदेश विधानसभा उपचुनाव हेतु आवश्यक सूचना। विधानसभा उपचुनाव के लिए जो भी समाजवादी पार्टी नेता, कार्यकर्ता एवं पदाधिकारी समाजवादी पार्टी टिकट के लिए इच्छुक हैं, कृपया वो इस मोबाइल नंबर +91 75572 95555 पर अपना आवेदन व्हाट्सएप करें।
गौरतलब है कि, मध्य प्रदेश में 2018 के विधानसभा चुनाव के दौरान समाजवादी पार्टी ने अपने उम्मीदवार उतारे थे। इस दौरान बिजावर से सपा उम्मीदवार राजेश शुक्ला चुनाव जीत कर विधायक भी बने थे, लेकिन इसी साल राज्यसभा चुनाव में वोटिंग के बाद सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव ने मध्य प्रदेश में अपने इकलौते विधायक को भी पार्टी से निकाल दिया था।
सपा नेता, कार्यकर्ता और पदाधिकारी भी भेज सकते हैं आवेदन
हालांकि विज्ञापन में यह भी स्पष्ट किया गया है कि अगर कोई भी सपा नेता, कार्यकर्ता और पदाधिकारी भी टिकट चाहता है तो वो ट्वीट में दिए गए नंबर पर अपना आवेदन भेज सकता है।
यूपी को दिए कई मंत्री और मुख्यमंत्री
सपा के इस ट्वीट ने ये साफ कर दिया है कि सपा ने अभी तक मध्यप्रदेश उपचुनाव (Madhya Pradesh By Election) के लिए उम्मीदवार तय नहीं किए हैं। गौरतलब है कि, समाजवादी पार्टी देश के सबसे बड़े राज्य उत्तर प्रदेश (Uttar Pradesh)का एक बड़ा और काफी महत्वपूर्ण राजनीतिक दल है। जिसने यूपी को कई बड़े नेता और मुख्यमंत्री दिए हैं।
ऐसे में सवाल अब ये खड़ा होता है बीजेपी, कांग्रेस और बसपा ने जहां उम्मीदवारों का ऐलान कर दिया है फिर अब तक समाजवादी पार्टी उपचुनाव लड़ने के लिए उम्मीदवार क्यों नहीं जुटा पाई है?