शिवराज सरकार का गरीबों को तोहफा, 68 हजार खातों में 102 करोड़ रुपये जमा

भोपाल. मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने कहा है कि गरीबों का कल्याण हमारी सरकार की सर्वोच्च प्राथमिकता है। रोटी, कपड़ा और मकान मूलभूत आवश्यकता है। अपना स्वयं का मकान हो, यह हर व्यक्ति का सपना होता है। इसे पूरा करने केलिए राज्य शासन प्राण-प्रण से जुटा है। हमारे जिन भाई-बहनों के पास मकान नहीं है, उन्हें प्रधानमंत्री आवास योजना के अंतर्गत मकान बनाने के लिए सहायता दी जा रही है। यह क्रम निरंतर जारी रहेगा। मुख्यमंत्री आज प्रधानमंत्री आवास योजना ग्रामीण के 68 हजार हितग्राहियों के खाते में चौथी और अंतिम किस्त के 102 करोड़ रूपए सिंगल क्लिक के माध्यम से अंतरित किए।
मंत्रालय में आयोजित इस कार्यक्रम में मुख्यमंत्री ने कहा कि प्रधानमंत्री आवास योजना ग्रामीण के तहत प्रदेश में अब तक 20 लाख 30 हजार में से 17 लाख आवास पूर्ण किए जा चुके हैं। वर्ष 2019-20 में 6 लाख आवास का लक्ष्य था, जिसमें से 3 लाख 45 हजार आवास पूर्ण हो चुके हैं। जिन भाई-बहनों को अब तक आवास नहीं मिले हैं, वे निराश न हों। उन्हें भी आवास प्लस के माध्यम से प्रधानमंत्री आवास योजना का लाभ दिलाया जाएगा।
12 सितम्बर को आयोजित होगा गृह प्रवेश कार्यक्रम
मुख्यमंत्री ने कहा कि जिन हितग्राहियों के आवास निर्माण का कार्य पूरा हो गया है, उनके गृह प्रवेश का कार्यक्रम 12 सितम्बर को आयोजित किया जा रहा है। दिल्ली से प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी और भोपाल से वे स्वयं कार्यक्रम से जुड़ेंगे। सभी ग्राम पंचायतों में यह कार्यक्रम उत्सव के रूप में मनाया जाएगा। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी का संदेश 12 सितम्बर को अपराह्न 11 बजे प्रसारित होगा। उन्होंने सभी ग्राम पंचायतों से इस संबोधन से जुड़ने की अपील की।
मुख्यमंत्री ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी और मेरा लक्ष्य है कि सभी गरीबों का कल्याण हो, उन्हें सभी सुविधाएं मिलें। इस दिशा में केन्द्र और राज्य शासन लगातार सक्रिय है। आगामी 16 सितम्बर को प्रदेश के 37 लाख लोगों को राशन वितरण की शुरुआत की जाएगी। इसी क्रम में 18 सितम्बर को फसल बीमा योजना के 4 हजार 600 करोड़ रुपये किसानों के खातों में डाले जाएंगे।
मात्र 49 दिनों में बना लिया आवास
बैतूल की शीला विश्वकर्मा ने मुख्यमंत्री को बताया कि उन्होंने मात्र 49 दिन में ही मकान पूर्ण कर लिया। उन्होंने बताया कि हम पति-पत्नी दोनों श्रमिक हैं। पहले कच्चा मकान था, छत टपकने के अलावा अन्य कई समस्याएं थीं। प्रधानमंत्री आवास योजना में पति-पत्नी ने मिलकर और रिश्तेदारों की मदद से मात्र 49 दिन में ही मकान पूर्ण कर लिया। अपर मुख्य सचिव पंचायत एवं ग्रामीण विकास मनोज श्रीवास्तव ने बताया कि देश में योजना के तहत आवास निर्माण की औसत अवधि 114 दिन है। शीला विश्वकर्मा ने बताया कि आवास में शौचालय, गैस आदि भी उपलब्ध हुई हैं। मुख्यमंत्री ने कहा कि वे चाय पीने आपके घर अवश्य आएंगे।