भोपाल। 2023 विधानसभा चुनाव में भले ही कुछ महीने रह गए हो , लेकिन राजनीतिक पार्टियों ने (Madhya Pradesh AAP Party) अभी से तैयारी कर ली है। अभी तक बीजेपी और कांग्रेस के बीच मुख्य रूप से यहां मुकाबला होता रहा है, लेकिन अब एमपी कई पाटियों ने दम भरना शुरू कर दिया है। कांग्रेस बीजेपी के अलावा अब यहां पर आम आदमी पार्टी ने भी अपने पैर पसारने शुरू कर दिए है। अभी कुछ दिन पहले याानि की 14 मार्च को भोपाल में आम आदमी पार्टी के दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने यहां आकर कार्यकर्ताओं ने जोश भरा था। जिसके बाद एमपी में आम आदमी पार्टी के कार्यकर्ता और पार्टी के पदाधिकारी सक्रिय हो गए है अब ये देखना होगा कि इस बार आम आदमी पार्टी एमपी में कितनी सफलता हासिल कर पाती है.
पूरा प्रदेश आप के साथ आने को तैयार
आम आदमी पार्टी के राष्ट्रीय संगठन महामंत्री और राज्यसभा सांसद संदीप पाठक ने नवनियुक्त सभी सदस्यों को शपथ दिलाई। राज्यसभा सांसद संदीप पाठक ने कहा कि मध्य प्रदेश के नव नियुक्त पदाधिकारियों ने राज्य में आप की ईमानदार सरकार बनाने के लिए सर्वस्व न्योछावर कर संघर्ष करने का प्रण लिया। भाजपा और कॉंग्रेस के भ्रष्टाचार से त्रस्त जनता को एक मात्र उम्मीद अब केजरीवाल जी से है। पूरा प्रदेश आप के साथ आने को तैयार है।
मध्यप्रदेश की नवनियुक्त कार्यकारिणी का शपथ समारोह कार्यक्रम हुआ संपन्न।
माननीय @SandeepPathak04 जी ने समस्त पदाधिकारियों को शपथ दिलाई।@ArvindKejriwal @AamAadmiParty pic.twitter.com/V4hP7pJ0Kg
— AAP Madhya Pradesh (@AAPMPOfficial) April 1, 2023
कितनी है विधानसभा सीट
एमपी मेे कुल 230 विधानसभा सीट है। किसी भी पार्टी को यहां पर सत्ता पर काबिज होने के लिए 116 सीटों की जरूरत होती है। बात करें तो 2018 के विधानसभा चुनाव में किसी भी दल को बहुमत नहीं मिला था। 230 सीटों वाली विधानसभा में चुनाव के बाद 114 सीटें पाने वाली कांग्रेस ने निर्दलीय और बसपा व सपा के समर्थन से सरकार बनाई थी। हालांकि सवा साल बाद ही ज्योतिरादित्य सिंधिया के समर्थकों समेत कुल 22 विधायक मार्च 2020 में भाजपा में चले जाने से कमलनाथ सरकार चली गई । इसके बाद भाजपा फिर से सत्ता में आई और शिवराज सिंह चौहान एक बार फिर मुख्यमंत्री बने। इसके बाद कुल 28 सीटों पर हुए उपचुनाव में भाजपा ने 18 सीटें जीतकर विधानसभा में एक बार फिर बहुमत हासिल कर लिया।