Low Investment High Profit Fruit Falahar Business Idea: अगर आप भी कम निवेश में ज्यादा कमाई करने वाले बिजनेस की तलाश कर रहे हैं, तो यह रिपोर्ट आपके लिए किसी मौके से कम नहीं है। देश के कई मेट्रो शहरों से लेकर छोटे कस्बों तक एक यूनिक और तेजी से लोकप्रिय होता बिजनेस मॉडल सुर्खियों में है- उपवास स्पेशल फलाहार स्टॉल। इसकी शुरुआत केवल एक टेबल और कुछ उपवास सामग्री से की जा सकती है, लेकिन महीने का टर्नओवर ₹1 लाख तक पहुंच सकता है।
मुंबई से लेकर हैदराबाद तक फलाहार स्टॉल का क्रेज
मुंबई, पुणे, बेंगलुरु और हैदराबाद जैसे शहरों में इस फलाहार बिजनेस को शानदार रिस्पॉन्स मिल रहा है। कई स्टार्टअप इस आइडिया पर काम कर रहे हैं और उनमें से कुछ का सालाना टर्नओवर ₹5 करोड़ के आंकड़े को छू चुका है। खास बात ये है कि यह बिजनेस पूरी तरह लोकल है और इसमें कॉर्पोरेट की कोई घुसपैठ नहीं है, जिससे छोटे उद्यमियों के लिए यह एक बेहतरीन अवसर बन चुका है।
परंपरा और स्वास्थ्य का मेल बना बिजनेस की ताकत
यह बिजनेस भारतीय धार्मिक परंपराओं और स्वास्थ्य चेतना का अनोखा संगम है। ‘साप्ताहिक उपवास’ की परंपरा अब एक ट्रेंड में बदल चुकी है। डॉक्टर भी सप्ताह में एक दिन फलाहार करने को स्वास्थ्य के लिए लाभदायक मानते हैं। लेकिन उपवास के दिन भोजन का विकल्प तलाशना लोगों के लिए चुनौतीपूर्ण होता है। यहीं से इस बिजनेस की डिमांड शुरू होती है।
बाजार में फलाहार उत्पादों की कीमतें अधिक होती हैं और घर पर उपयुक्त खाना बनाना सबके लिए संभव नहीं होता। यही कारण है कि उपवास स्पेशल फलाहार स्टॉल लोगों की पहली पसंद बनते जा रहे हैं। साबूदाना खिचड़ी, फल बाउल, राजगिरा लड्डू, मूंगफली टिक्की, और उपवास पिज्जा जैसे हेल्दी ऑप्शन लोगों को खूब भा रहे हैं।
कैसे करें शुरुआत और कितना होगा मुनाफा?
इस बिजनेस को शुरू करने के लिए आपको चाहिए केवल एक टेबल, कुछ फल, उपवास योग्य सामग्री, और एक बेहतर लोकेशन जैसे मंदिर के पास या ऑफिस एरिया। शुरुआती लागत ₹5000 से ₹8000 के बीच हो सकती है। खाने के बिजनेस में ग्रॉस प्रॉफिट मार्जिन 100% तक होता है और नेट प्रॉफिट 50% तक। अगर आप रोजाना ₹4000 की बिक्री करते हैं, तो महीने में ₹1.2 लाख का टर्नओवर और ₹60,000 से ₹70,000 का मुनाफा संभव है।
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हर शहर में मिल रही है लोकप्रियता
बड़ी बात यह है कि यह बिजनेस सिर्फ महानगरों तक सीमित नहीं है। लखनऊ, इंदौर, पटना, भोपाल, जयपुर जैसे शहरों में भी यह मॉडल युवाओं को रोजगार और स्वरोजगार का मौका दे रहा है। धार्मिक-सांस्कृतिक समर्थन और हेल्थ फोकस इस बिजनेस की मजबूती हैं।
कम लागत, स्थायी डिमांड, तेजी से बढ़ता ग्राहक वर्ग और तगड़ा मुनाफा- ये सभी बातें इस बिजनेस को एक आइडियल स्टार्टअप ऑप्शन बनाती हैं। अगर आप भी कुछ अलग करना चाहते हैं, तो आज ही इस फलों और उपवास के स्वाद से भरे बिजनेस की शुरुआत करें और अपने सपनों का कारोबार एक टेबल से शुरू करें।