Lord Ganesh: सुबह होते ही स्नान ध्यान आदि कर के पूजा स्थल पर पूर्व या उत्तर दिशा की ओर मुख कर बैठें और सामने श्री गणेश यन्त्र की स्थापना करें। आसन पर बैठकर सभी पूजन सामग्री को एकत्रित करें जैसे पुष्प, धूप, दीप, कपूर, रोली, मौली लाल, चंदन, मोदक आदि गणेश भगवान को समर्पित कर, गणेश जी को सूखे सिंदूर का तिलक लगाकर इनकी आरती करें ये सब करने के बाद अंत में भगवान गणेश जी का स्मरण करें और ॐ गं गणपतये नमः मंत्र का 108 बार जाप करें।
गणेश भगवान को कहा जाता है कि ये जितनी जल्दी गुस्सा होतें है उतनी ही जल्दी मान भी जाते हैं शास्त्रों के मुताबिक कुछ आसान उपाय बताए गए हैं जिनसे आप भी गणेश जी को जल्दी खुश कर सकते हैं।
प्रतिदिन चढ़ाएं पांच दूर्वा
गणेश जी को खुश करने का सबसे आसन तरीका है हर दिन सुबह स्नान कर गणेश जी को गिन कर पांच दूर्वा यानी हरी घास उनके मस्तक पर चढ़ाएं । दुर्वा गणेश जी के मस्तक पर रखना चाहिए चरणों में दुर्वा नहीं रखें।
दुर्वा अर्पित करते हुए इस मन्त्र का उच्चारण करें ‘इदं दुर्वादलं ऊं गं गणपतये नमः ।
चावल के पवित्र दानें करें अर्पित
भगवान गणेश को खुश करने के लिए चावल के पवित्र दाने चढ़ाएं । पवित्र चावल टुटा हुआ नही होना चाहिए । उबले हुए धान से तैयार चावल का पूजा में उपयोग नही करना चाहिए ।
सूखा चावल गणेश जी को नही चढ़ाएं । चावल को गीला कर इस मंत्र का जाप करें , ‘इदं अक्षतम् ऊं गं गणपतये नमः’ मंत्र बोलते हुए तीन बार गणेश जी को चढ़ाएं।
गणेश जी को भाता है लाल सिन्दूर भगवान्
लाल सिंदूर गणेश जी को बहुत पसंद है। गणेश जी प्रसन्न करना है तो उनको सिंदूर का तिलक लगाएं। गणेश जी को तिलक लगाने के बाद अपने माथे पर भी सिंदूर का तिलक लगाएं। इससे गणेश जी की कृपा बनी रहेगी और आशीर्वाद प्राप्त होगी। इससे आर्थिक क्षेत्र में आने वाली परेशानी से गणेश जी रक्षा करते हैं। गणेश जी को सिंदूर चढ़ाते समय इस मन्त्र का उच्चारण करें , ‘सिन्दूरं शोभनं रक्तं सौभाग्यं सुखवर्धनम्शु भदं कामदं चैव सिन्दूरं प्रतिगृह्यताम्॥ ओम गं गणपतये नमः
भगवान गणेश को भाता है मोदक
गणेश जी का एक दांत परशुराम जी से युद्ध में टूट गया था। इससे अन्य चीजों को खाने में गणेश जी को परेशानी होती है, क्योंकि उन्हें चबाने में दिक्कत होती है ।
मोदक काफी मुलायम होता है जिससे इसे चबाना नहीं पड़ता है। यह मुंह में जाते ही घुल जाता है इसलिए गणेश जी मोदक का सेवन करतें हैं । इसलिए भगवन गणेश को मोदक जरुर चढ़ाएं।
भगवान गणेश को सुबह जल अर्पित करना न भूलें
सुबह गणेश जी का 12 बार नाम जपतें उठें , नहाने के बाद सबसे पहले गणेश जी को जल उत्तर दिशा में मुख कर अर्पित करें आप जिस जगह जल चढ़ाएं इसके बाद पूर्व में सूर्य नारायण और दक्षिण दिशा में अपने पितरों को जल अर्पित करें ।