MP News: एमपी में आए दिन किसी ने किसी अधिकारी के रिश्वत लेने का मामला सामने आता रहता है. ताजा मामला नरसिंहपुर से आया है. इस बार रिश्वत लेने वाले वन विभाग में डिप्टी रेंजर और रेंजर हैं. दोनों ने लकड़ी चोरी के एक मामले को रफा दफा करने के लिए रिश्वत मांगी थी. जबलपुर लोकायुक्त टीम ने जाल बिछाकर दोनों को रंगे हाथ पकड़ लिया.
गोटेगांव में पदस्थ थे रेंजर
नरसिंहपुर जिले के गोटेगांव में रेंजर दिनेश मालवीय और डिप्टी रेंजर कमलेश चौहान पदस्थ थे. दोनों ने को जबलपुर लोकायुक्त टीम ने 50 हजार की रिश्वत लेते हुए रंगे हाथ गिरफ्तार किया है. इन दोनों ने एक किसान से लकड़ी चोरी के मामले में राहत देने के लिए रिश्वत मांगी थी.
ये है पूरा मामला
दरअसल शिकायतकर्ता योगेंद्र सिंह पटेल ने वन विभाग से लकड़ी कटवाने की लिखित ली थी. 18 मई को उसने गोटेगांव में एक किसान के खेत से सतकटा की लकड़ी कटवाईं थी. इस लकड़ी को वह ट्रक में भरकर ले जा रहा था. तभी डिप्टी रेंजर दिनेश मालवीय और डिप्टी रेंजर कमलेश चौहान ने वाहन समेत लकड़ी जब्त कर ली.
इन वाहनों को श्याम नगर फॉरेस्ट चौकी में रख दिया. वाहनों और लकड़ी को ले जाने के लिए और केस में राहत देकर कम जुर्माना लगाने के बदले 50 हजार की रिश्वत मांगी. इसके बाद आवेदक ने जबलपुर लोकायुक्त से शिकायत कर दी.
जैसे ही पैसे दिए टीम ने दबोच लिया
व्यापारी की शिकायत मिलने पर जबलपुर लोकायुक्त टीम ने गुरुवार को वन परिक्षेत्र कार्यालय गोटेगांव पहुंच कर दोनों को गिरफ्तार किया. टीम ने जाल बिछाकर दोनों को पकड़ा, व्यापारी के ने जैसे ही रिश्वत की राशि रेंजरों के हाथ में दी तभी लोकायुक्त टीम पहुंच गई और दोनों को रंगे हाथ पकड़ लिया. दोनों के खिलाफ भ्रष्टाचार निवारण अधिनियम के तहत कार्रवाई की गई.
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