हाइलाइट्स
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अमेठी-रायबरेली में अभी तक कांग्रेस का प्रत्याशी घोषित नहीं
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लोकसभा चुनाव के लिए पर्चा भरने की 3 मई है आखिरी तारीख
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रायबरेली और कैसरगंज में बीजेपी का कैंडिडेट भी घोषित होना है
Lok Sabha Chunav 2024: आम चुनाव में उत्तर प्रदेश की अमेठी सीट पर कांग्रेस का प्रत्याशी को लेकर सस्पेंस खत्म होता दिखाई दे रहा। यहां से राहुल गांधी ने ऑनलाइन फॉर्म खरीदा है।
इस सीट (Lok Sabha Chunav 2024) पर 3 मई को नामांकन दाखिल करने का अंतिम दिन है।
यहां हम कुछ वजह बता रहे हैं जिसके कारण अमेठी से राहुल गांधी और रायबरेली से प्रियंका गांधी को मैदान में कांग्रेस उतारने में परहेज कर रही थे। दोनों चुनाव (Lok Sabha Chunav 2024) लड़ने से दूरी बना रहे थे।
अमेठी- रायबरेली में शुक्रवार को नामांकन का अंतिम दिन
उत्तर प्रदेश की अमेठी और रायबरेली सीट (Lok Sabha Chunav 2024) पर 20 मई को मतदान होना है।
तीन मई यानी शुक्रवार को इस सीट से नामांकन भरने की आखिरी तारीख है।
मगर कांग्रेस की ओर से उत्तर प्रदेश की इन हाई-प्रोफाइल सीट से इस बार कौन चुनावी मैदान में होगा, इसे लेकर अब तक सस्पेंस बना हुआ है।
अमेठी- रायबरेली से कौन होगा कांग्रेस का उम्मीदवार?
मीडिया रिपोर्ट्स के (Lok Sabha Chunav 2024) मुताबिक रायबरेली और अमेठी सीट के लिए नामांकन भरने में कम समय बचा है और अब तक कांग्रेस की ओर से कोई सुगबुगाहट नहीं है
और ना ही कोई संकेत मिल रहे हैं कि इन दोनों सीटों पर उनका उम्मीदवार कौन होगा।
खड़गे को दिया अधिकार
कांग्रेस के महासचिव जयराम रमेश ने कहा, पार्टी की केंद्रीय चुनाव समिति पार्टी के अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे को ये अधिकार देती है कि वो उम्मीदवार के नाम पर आखिरी मुहर लगाएं।
रमेश यह भी बोले…
रमेश ने बुधवार को मीडिया चर्चा में कहा, ‘मुझे लगता है कि अगले 24 से 30 घंटे में पार्टी अध्यक्ष फैसला कर लेंगे कि इन दोनों सीट से चुनाव कौन लड़ेगा और उनके तय किए गए नामों का एलान हो जाएगा।
जब तक ये नहीं होता तब तक सभी अनुमान और पार्टी के जो ऑर्डर सोशल मीडिया पर घूम रहे हैं- सब फेक हैं।’
अमेठी से प्रियंका और रायबरेली से राहुल को उतारने की चर्चा
मीडिया रिपोर्ट्स में कहा जा रहा है कि पार्टी के कुछ रणनीतिकार पार्टी हाई कमान को ये सुझाव दे रहे हैं कि वह अमेठी सीट से प्रियंका गांधी को उतारे और रायबरेली से राहुल गांधी को टिकट दें।
हालांकि पार्टी इन दोनों सीटो पर नफा-नुकसान को लेकर विचार मंथन कर रही है।
राहुल गांधी अमेठी से 2004 से लड़ रहे, 2019 में ईरानी से हारे
अमेठी सीट से राहुल गांधी साल 2004 से लड़ रहे हैं। साल 2019 में राहुल गांधी इस सीट से हार गए थे और बीजेपी की स्मृति ईरानी की इस सीट पर जीत हुई थी।
सोनिया गांधी ने हटने के बाद अब रायबरेली सीट खाली
वहीं रायबरेली सीट से कांग्रेस की पूर्व अध्यक्ष सोनिया गांधी चुनाव लड़ती रही हैं। इस बार उन्होंने चुनावी (Lok Sabha Chunav 2024) राजनीति को अलविदा कहा है और राज्यसभा सांसद हैं। ऐसे में कांग्रेस की ये हाई प्रोफाइल सीट भी खाली हो गई है।
अमेठी और रायबरेली सीट कांग्रेस पार्टी का कौन उम्मीदवार होगा, इसे लेकर सस्पेंस बरकरार है। हालांकि पार्टी कार्यकर्ता भी इसी बात की मांग कर रहे हैं कि यूपी की इन दो सीटों से राहुल और प्रियंका गांधी को ही लड़ना चाहिए।
‘दोनों को मनाने की कोशिश जारी’
इस मामले से कांग्रेस के लोगों ने बताया है कि राहुल गांधी और प्रियंका गांधी दोनों ने ही शुरुआती दौर में चुनाव ना लड़ने की इच्छा जताई थी क्योंकि वो चुनाव (Lok Sabha Chunav 2024) कैंपेन पर फोकस करना चाहते थे।
एक कांग्रेस सूत्र ने बताया कि खड़गे जी, राहुल गांधी को मनाने की कोशिश कर रहे हैं और वो सोनिया गांधी से भी बात कर रहे हैं।
राहुल और प्रियंका अगले दो दिन कैंपेनिंग में व्यस्त
राहुल और प्रियंका अगले दो दिन कैंपेनिंग में (Lok Sabha Chunav 2024) व्यस्त रहेंगे। दो मई को राहुल गांधी कर्नाटक के शिवमोगा और रायपुर में रैली करेंगे।
वहीं प्रियंका गांधी छ्त्तीसगढ़ के कोरबा और मध्य प्रदेश के मुरैना में रैली करेंगी।
तीन मई यानी अमेठी- रायबरेली में नामांकन वाले दिन राहुल गांधी की पुणे में रैली का कार्यक्रम है तो वहीं प्रियंका गांधी गुजरात के बनासकांठा और यूपी के फतेहपुर सीकरी में रैली करने वाली हैं।
हालांकि ऐन मौके पर नेताओं के चुनावी दौरे बदल जाते हैं।
बीजेपी ने भी रायबरेली और कैसरगंज सीट पर नहीं खोले पत्ते
अमेठी सीट (Lok Sabha Chunav 2024) पर तो बीजेपी ने स्मृति ईरानी को उतारा है। साल 2019 के चुनाव में ईरानी ने 55000 वोटों से उस समय के सासंद राहुल गांधी को हरा कर सबको हैरान कर दिया था।
इस बार फिर वो मैदान में हैं, लेकिन बीजेपी ने रायबरेली सीट पर अब तक अपने पत्ते नहीं खोले हैं।
यूपी में बीजेपी ने कैसरगंज से भी अब तक अपने उम्मीदवार के नाम का एलान नहीं किया है।
इस सीट पर बीजेपी के सांसद बृजभूषण शरण सिंह हैं, जिन पर देश की शीर्ष महिला पहलवानों ने यौन शोषण का आरोप लगाया है।
राहुल गांधी अमेठी- रायबरेली से सबेस फीट कैंडिटेट
यूपी में समाजवादी पार्टी और कांग्रेस इंडिया गठबंधन का हिस्सा हैं। राहुल गांधी और सपा प्रमुख अखिलेश यादव की बीच की चर्चा मीडिया में आई थी।
जिसमें राहुल ने अखिलेश से पूछा था कि क्या चुनाव (Lok Sabha Chunav 2024) लड़ना चाहिए ? जिस पर अखिलेश ने कहा था कि राहुल गांधी इस सीट पर सबसे फिट उम्मीदवार हैं।
ग्राउंड पर भी उन्हें व्यापक समर्थन मिल रहा है।
अमेठी और रायबरेली में नामांकन के लिए कांग्रेस की पूरी तैयारी
अमेठी और रायबरेली के कांग्रेस प्रमुखों का कहना है कि हमने नामांकन की तैयारी पूरी कर ली है और उम्मीद है कि इस सीट से गांधी परिवार का ही कोई उम्मीदवार होगा। माना जा रहा है कि गुरुवार को इस राजनीतिक सस्पेंस से पर्दा उठ जाएगा।
अमेठी और रायबरेली से टिकट में इसलिए हो रही देरी
1-राहुल गांधी वायनाड से चुनाव (Lok Sabha Chunav 2024) लड़ रहे हैं और उन्हें यदि अमेठी से भी मैदान में उतारा जाता है।
तो दोनों जगह से चुनाव जीतने में पर एक जगह से सीट छोड़नी होगी, जिससे वहां की जनता नाराज हो सकती है
और उपचुनाव होने पर कांग्रेस को घाटा हो सकती है। यानी कांग्रेस सीट हार भी सकती है।
2- दूसरी स्थिति में राहुल गांधी (Lok Sabha Chunav 2024) वायनाड से जीत जाते हैं और अमेठी से हार जाते हैं, तो एक बार फिर राहुल और कांग्रेस के लिए बड़ा झटका होगा।
बीजेपी को कांग्रेस पर हमला करने के और ‘हथियार’ मिल जाएंगे। इससे खास तौर से कांग्रेस कार्यकर्ता में पार्टी और अपने नेता के प्रति निराशा का भाव आ सकता है।
3- रायबरेली से गांधी परिवार की मुखिया सोनिया गांधी चुनाव लड़ती रही हैं, लेकिन इस बार राज्यसभा सांसद हैं। इसलिए रायबरेली पर कांग्रेस को नया कैंडिडेट लाना है।
एक तरह से अमेठी पहले ही कांग्रेस छिन गई है और अब यदि रायबरेली से गांधी परिवार का कोई सदस्य चुनाव नहीं लड़ता है तो कांग्रेस यूपी से साफ हुई दिखाई देगी।
यदि ऐसा होता है तो कांग्रेस मुक्त यूपी हो जाएगी। इससे कांग्रेस और कमजोर होगी।
4- अब रायबरेली से गांधी परिवार का कौन सदस्य चुनाव (Lok Sabha Chunav 2024) मैदान में उतरता, इसे लेकर जबरदस्त चर्चा है। रायबरेली से प्रियंका गांधी को चुनाव मैदान में उतारने की खबरें खूब तैर रही हैं।
मोदी लहर के बीच यदि प्रियंका गांधी रायबरेली से चुनाव लड़ती हैं और यदि हार जाती हैं, तो कांग्रेस के लिए बड़ा अपसेट होगा।
अभी वे ( प्रियंका गांधी ) अजेय नेता की तरह कांग्रेस के लिए (Lok Sabha Chunav 2024)कैंपेनिंग कर रही हैं। उनके भाषणों में पैनापन भी है, जिसे कम से कम देश की आधी आबादी तो पसंद कर ही रही है!