Lok Sabha Chunav 2024: राजधानी दिल्ली समेत 25 मई को छह राज्यों और दो केंद्र शासित प्रदेशों की 58 लोकसभा सीटों (Lok Sabha Chunav 2024) पर छठे फेस के मतदान शुरू हो गए हैं। यह मतदान राजधानी दिल्ली की 7, उत्तर प्रदेश की 14, हरियाणा की सभी 10, बिहार और पश्चिम बंगाल की 8-8 , ओडिशा की 6 सीटों, झारखंड की 4 सीटों और जम्मू कश्मीर की 1 सीट पर किए जा रहे हैं।
इन सभी सीटों पर सुबह 7 बजे से शाम 6 बजे तक मतदान किए जाएंगे। अभी तक लोकसभा चुनाव के 5 फेज में 25 राज्यों और केंद्रशासित प्रदेशों की 543 सीटों में 428 पर वोटिंग पूरी हो चुकी है। वहीं, अब 25 मई को छठे फेस में वोटिंग होनी है, जबकि सातवें और अंतिम फेज में मतदान 1 जून को होंगे। जबकि चुनावों के परिणाम 4 जून को आएंगे।
इन पर रहेगी निगाहें
छठे फेस में कई बड़े नेताओं की किस्मत दांव पर है। इसमें ओडिशा के संबलपुर से चुनाव मैदान में धर्मेंद्र प्रधान, उत्तर पूर्वी दिल्ली से भारतीय जनता पार्टी के मनोज तिवारी और कांग्रेस के कन्हैया कुमार, उत्तर प्रदेश के सुल्तानपुर सीट से भाजपा की दिग्गज नेता मेनका गांधी और जम्मू कश्मीर के अनंतनाग-राजौरी सीट से पीडीपी की मेहबूबा मुफ्ती शामिल हैं।
वहीं, पश्चिम बंगाल के तमलुक लोकसभा सीट से भाजपा के अभिजीत गंगोपाध्याय, हरियाणा के करनाल लोकसभा सीट से पूर्व सीएम और वर्तमान में बीजेपी के प्रत्याशी मनोहरलाल खट्टर, कुरुक्षेत्र सीट से नवीन जिंदल और गुरुग्राम की हॉट सीट से राव इंद्रजीत सिंह पर भी छठे फेज में सबकी नजरें टिकी हुई हैं। इन सभी चेहरों पर अपनी-अपनी पार्टी को भारी मत से सीट जितानी की भारी जिम्मेदारी होगी।
दिल्ली-हरियाणा में कौन आगे
इस बार राजधानी दिल्ली में आम आदमी पार्टी बनाम भाजपा माना जा रहा है। पिछली बार दिल्ली की जनता ने 7 सीटों पर भाजपा को जिताया था, लेकिन पांच साल बाद 2024 में इस बार दिल्ली की जनता आम आदमी पार्टी की तरफ रुख करती हुई नजर आ रही है।
तिहाड़ जेल से बाहर आने के बाद दिल्ली सीएम अरविंद केजरीवाल को जनता से सहानुभुति वोट मिलते दिखाई दे रहे हैं। वहीं, इस बार आप और कांग्रेस दिल्ली में मिलकर चुनाव लड़ रहे हैं, जिसके चलते आप पांच और कांग्रेस दो सीटों पर चुनाव लड़ रही है, जबकि भाजपा ने सभी सात सीटों पर अपने प्रत्याशी मैदान में उतारे हैं।
दिल्ली के अवावा हरियाणा में भी इंडी गठबंधन 10 सीटों पर चुनाव लड़ रही है, इस बार भारतीय जनता पार्टी के पास सबसे बड़ी चुनौती हरियाणा और दिल्ली की कुल 17 सीटें निकालना होगा।
पश्चिम बंगाल में भी मुकाबला कड़ा
अभी तक पश्चिम बंगाल में हुए चुनाव में वोटर्स ने जमकर उत्साह दिखाया है। वहीं, चुनाव आयोग इस बार भी पश्चिम बंगाल की जनता से उसी उत्साह के साथ वोटिंग करने की मांग कर रहा है।
जबकि दूसरी और इस बार बंगाल में टीएमसी और भाजपा के बीच सीधी-सीधी टक्कर देखी जा सकती है, लेकिन सबसे ज्यादा सीट किसके पाले में जाकर गिरती है यह तो चार जून को ही पता चल पाएगा।
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