हाइलाइट्स
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विदिशा से कांग्रेस प्रत्याशी के नामांकन में शामिल हुए पीसीसी चीफ
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जीतू पटवारी ने विवेक तन्खा का हाथ पकड़कर मंच पर बोलने से रोका
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जीतू पटवारी और विवेक तन्खा का वीडियो हो रहा है वायरल
Lok Sabha Chunav 2024: एमपी में जैसे जैसे लोकसभा चुनाव नजदीक आ रहे हैं. वैसे-वैसे नेताओं की सियासी गतिविधियां तेज होती जा रहीं हैं. इसी क्रम में सोशल मीडिया पर प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष जीतू पटवारी और कांग्रेस नेता विवेक तन्खा का एक वीडियो वायरल हो रहा है. जिसमें पीसीसी चीफ विवेक तन्खा को मंच पर बोलने जाने से रोक देते हैं.
क्या है पूरा मामला
शुक्रवार को रायसेन में मध्यप्रदेश कांग्रेस के सभी दिग्गजों का मंच सजा हुआ था. दरअसल विदिशा लोकसभा सीट से कांग्रेस प्रत्याशी प्रतापभानु शर्मा के Lok sabha chunav 2024 के लिए नामांकन का मौका था. इसी दौरान मंच पर कांग्रेस नेता भाषण दे रहे थे. तभी पूर्व केंद्रीय मंत्री अरुण यादव का भाषण खत्म हुआ. इसके बाद मंच संचालक विवेक तन्खा भाषण देने के लिए उठते हैं. तभी जीतू पटवारी अचानक उठ खड़े होते हैं और विवेक तन्खा को हाथ पकड़कर उन्हें भाषण देने से रोक देते हैं.
जीतू पटवारी बोले आप सम्मानीय हैं
जीतू पटवारी कांग्रेस नेता विवेक तन्खा से कहते हैं कि आप सम्मानीय हैं, इसलिए आप मेरे बाद भाषण देंगे. फिर जीतू पटवारी ने कार्यकर्ताओं को संबोधित किया. इसके बाद विवेक तन्खा को बुलाया गया. कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष जीतू पटवारी की ये पहल अब सियासी गलियारों में जमकर सुर्खियां बटोर रही है. इसके बाद विवेक तन्खा ने ट्वीट कर लिखा इस शीष्ट व्यवहार से में अभिभूत हूं.
इसे कहते है शिष्ट व्यवहार। @jitupatwari जी के इस सभ्य व्यवहार से में अभिभूत हूँ। और ऐसा ही स्नेह एवं सम्मान की ज़ख़ीर @MPArunYadav जी , @UmangSinghar जी , @JitendraSAlwar जी @HemantKatareMP जी के द्वारा देने के लिए मेरा प्रणाम। 🙏 pic.twitter.com/ojpnaO5RBR
— Vivek Tankha (@VTankha) April 13, 2024
शिवराज पर साधा निशाना
इस दौरान जीतू पटवारी और विवेक तन्खा ने पूर्व सीएम शिवराज पर जमकर हमला बोला. पीसीसी चीफ ने कहा कि शिवराज सिंह ने दूत भेज कर विदिशा प्रत्याशी प्रताप भानु शर्मा को खरीदने की पूरी कोशिश की.
यह बेहद शर्मनाक बात है. वहीं विवेक तन्खा ने पूर्व सीएम शिवराज का नाम लिए बिना ही उनपर निशाना साधा. उन्होंने कहा कि एक बार मैं होशंगाबाद नर्मदा नदी पुल से गुजर रहा था तो देखा कि लाइन से डम्पर खड़े हैं.
जब मैंने यह दृश्य देखा तो फोटो खिंचावाई और वकील मित्रों से एनजीटी में अवैध उत्खनन के खिलाफ आवाज उठाई और इस पर रोक लगी. यहां शिवराज सिंह 5 बार सांसद और 18 साल मुख्यमंत्री रहे इसके बावजूद व्यवस्थाएं पूरी तरह बिगड़ी हुई हैं.
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