हाइलाइट्स
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दूसरे चरण की सीटों पर नाम वापसी का आखिरी दिन आज
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पहले चरण में 6 सीटों में से 2 पर सांसद-विधायकों के बीच मुकाबला
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दूसरे चरण में 7 में से 2 सीटों पर दोनों पार्टियों के नए चेहरे
Lok Sabha Chunav 2024: देश और मध्यप्रदेश में लोकसभा चुनाव का शंखनाद हो गया है। मध्यप्रदेश की सभी सीटों पर बीजेपी-कांग्रेस ने अपने प्रत्याशियों की घोषणा भी कर दी है। प्रदेश में चार चरण में होने वाले इस चुनाव में कई दिग्गजों की किस्मत का फैसला होगा। इस महीने यानी अप्रैल में MP की 13 सीटों पर दो चरणों में चुनाव होंगे। इन 13 सीटों में कई ऐसी हाइप्रोफाइल सीट हैं, जहां मुकाबला काफी टफ होने की उम्मीद जताई जा रही है। आज शाम तक दूसरे चरण की सीटों पर नाम वापसी का आखिरी दिन है। चलिए आपको सिलसिलेवार सभी 13 सीटों का हाल बताते हैं।
पहले चरण में 6 सीटों में से 2 पर सांसद-विधायकों के बीच मुकाबला
लोकसभा चुनाव (Lok Sabha Chunav 2024) के पहले चरण में 19 अप्रैल को सीधी, शहडोल, जबलपुर, मंडला, बालाघाट और छिंदवाड़ा सीट पर मतदान होगा। वहीं पिछले चुनाव के नतीजे देखें तो 6 में से 5 सीटों पर BJP का कब्जा है और छिंदवाड़ा सीट कांग्रेस के खाते में है।
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सीधी: दोनों नए चेहरों के बीच मुकाबला
बीजेपी- डॉ. राजेश मिश्रा
कांग्रेस- कमलेश्वर पटेल
समीकरण: सीधी में OBC पटेल वोटर सबसे ज्यादा हैं। कमलेश्वर पटेल इसी से आते हैं। दूसरी बड़ी संख्या ब्राह्मण वोटर्स की है। हर बार OBC बनाम सवर्ण का मुकाबला होता आया है।
शहडोल: मौजूदा सांसद और विधायक के बीच मुकाबला
बीजेपी- हिमाद्री सिंह
कांग्रेस- फुंदेलाल सिंह मार्को
समीकरण: शहडोल में आदिवासी वर्ग की सबसे ज्यादा संख्या है। लोकसभा (Lok Sabha Chunav 2024) में चार जिलों की 8 विधानसभा सीटें आती हैं, जिनमें से कांग्रेस के खाते में केवल एक सीट है।
जबलपुर: 20 साल बाद बीजेपी ने बदला चेहरा
बीजेपी- आशीष दुबे
कांग्रेस- दिनेश यादव
समीकरण: जबलपुर में BJP का पिछले 30 सालों से कब्जा रहा है। 1974 में शरद यादव पहले गैर कांग्रेसी सांसद थे। यहां OBC, आदिवासी और ब्राह्मण निर्णायक वोटर हैं।
मंडला: 10 साल बाद आमने-सामने मरकाम और कुलस्ते
बीजेपी- फग्गन सिंह कुलस्ते
कांग्रेस- ओमकार सिंह मरकाम
समीकरण: मंडला में सबसे ज्यादा संख्या गोंड आदिवासियों की है। यहां लोकसभा की 8 में से 5 सीटें कांग्रेस के पास है। हालांकि, कई नेता पिछले दिनों कांग्रेस छोड़कर BJP में शामिल हो गए हैं।
बालाघाट: पूर्व सांसद की बहू और पूर्व विधायक के बेटे के बीच मुकाबला
बीजेपी- भारती पारधी
कांग्रेस- सम्राट सारस्वत
समीकरण: बालाघाट में पंवार वोट निर्णायक हैं। भारती इसी वर्ग से आती हैं। सम्राट सिंह, हिना कांवरे के समर्थक हैं।
छिंदवाड़ा: पिता के बाद अब बेटे को चुनौती देंगे बंटी
बीजेपी- विवेक बंटी साहू
कांग्रेस- नकुलनाथ
समीकरण: छिंदवाड़ा में 36 फीसदी आदिवासी वोटर्स निर्णायक हैं। इसके बाद दूसरे नंबर पर OBC आते हैं। लोकसभा में आने वाली सभी 7 विधानसभा सीटें कांग्रेस के पास हैं।
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दूसरे चरण में 7 में से 2 सीटों पर दोनों पार्टियों के नए चेहरे
दूसरे चरण की 7 सीटों टीकमगढ़, दमोह, खजुराहो, सतना, रीवा, होशंगाबाद और बैतूल पर 26 अप्रैल को वोटिंग होनी है। वहीं पिछले चुनाव की बात करें तो सभी 7 सीटें BJP के खाते में गई थीं। दूसरे चरण की 7 सीटों में कांग्रेस ने 6 पर उम्मीदवार उतारे हैं।
खजुराहो लोकसभा (Lok Sabha Chunav 2024) सीट से कांग्रेस गठबंधन के समाजवादी पार्टी की उम्मीदवार मीरा यादव का नामांकन निरस्त हो गया था। इसके बाद इंडी गठबंधन फॉरवर्ड ब्लॉक के उम्मीदवार आरबी प्रजापति को अपना समर्थन दे सकते हैं।
टीकमगढ़: अनुभवी खटीक के सामने कांग्रेस युवा पंकज का मुकाबला
बीजेपी- वीरेंद्र कुमार खटीक
कांग्रेस- पंकज अहिरवार
समीकरण: टीकमगढ़ अनुसूचित जाति वर्ग बहुल क्षेत्र है। यहां अहिरवार वोटर्स की संख्या ज्यादा है। कांग्रेस के पंकज इसी वर्ग से आते हैं।
दमोह: कांग्रेस के 2 पूर्व विधायकों के बीच मुकाबला, दोनों रिश्तेदार भी
बीजेपी- राहुल सिंह लोधी
कांग्रेस- तरवर सिंह लोधी
समीकरण: दमोह में लोधी बहुल सीट है। दोनों प्रत्याशी लोधी समाज से हैं और कांग्रेस से पूर्व विधायक रह चुके हैं।
सतना: विधानसभा के बाद लोकसभा में भी सिद्धार्थ-गणेश आमने-सामने
बीजेपी- गणेश सिंह
कांग्रेस- सिध्दार्थ कुशवाहा
समीकरण: सतना में कुशवाह-कुर्मी समाज के वोटर निर्णायक हैं। दोनों ही सतना सीट से विधानसभा चुनाव लड़ चुके हैं। जिनमें से गणेश सिंह हार गए थे।
रीवा: मौजूदा सांसद को नीलम मिश्रा की चुनौती
बीजेपी- जनार्दन मिश्रा
कांग्रस- नीलम मिश्रा
समीकरण: रीवा लोकसभा की 8 में से कांग्रेस ने केवल सेमरिया विधानसभा सीट जीती है। नीलम मिश्रा के पति अभय यहां से विधायक हैं। उनकी सवर्ण वोटर्स पर अच्छी पकड़ है।
होशंगाबाद लोकसभा: दोनों नए चेहरों के बीच मुकाबला
बीजेपी- दर्शन सिंह चौधरी
कांग्रेस- संजय शर्मा
समीकरण: होशंगाबाद में किरार और लोधी वोटर्स निर्णायक हैं। यहां से दर्शन सिंह किरार समाज से आते हैं। संजय शर्मा की सवर्ण और आदिवासी वोटर्स के बीच अच्छी पकड़ है।
बैतूल: पिछली बार की तरह फिर आमने-सामने दोनों चेहरे
बीजेपी- डीडी उइके
कांग्रेस- रामू टेकाम
समीकरण: लोकसभा की 8 में से 2 विधानसभा सीटों पर कांग्रेस का कब्जा है। दोनों उम्मीदवार पिछले चुनाव में भी आमने-सामने थे।
खजुराहो: वीडी शर्मा के सामने आरबी प्रजापति को समर्थन?
बीजेपी- वीडी शर्मा
इंडिया गठबंधन- आरबी प्रजापति
समीकरण: 2019 के लोकसभा चुनाव (Lok Sabha Chunav 2024) में इस सीट से बड़ी जीत दर्ज करने वाले बीजेपी प्रदेश अध्यक्ष वीडी शर्मा एक बार फिर मैदान में हैं। कांग्रेस ने गठबंधन के तहत ये सीट सपा को दी थी, हालांकि यहां से इंडिया गठबंधन की प्रत्याशी मीरा यादव का नामांकन निरस्त हो गया था। अब इंडी गठबंधन इस सीट पर आरबी प्रजापति को समर्थन दे सकती है।