हाइलाइट्स
-
बीजेपी ने प्रदेश की 11 सीटें जीतने का किया दावा
-
बीजेपी केंद्रीय चुनाव समिति की हुई महत्वपूर्ण बैठक
-
2019 में कांग्रेस के खाते में आई थी 2 सीट
Lok Sabha Chunav 2024: दिल्ली में शनिवार को बीजेपी केंद्रीय चुनाव समिति की महत्वपूर्ण बैठक हुई. बैठक में आने वाले लोकसभा चुनाव में 11 में से 11 सीटें जीतने का लक्ष्य रखा गया है.
प्रदेश के डिप्टी सीएम अरुण साव ने दिल्ली से लौटने के बाद कहा कि केंद्रीय नेतृत्व के साथ अब तक के चुनाव (Lok Sabha Chunav 2024) की तैयारी की समीक्षा हुई है. आगे किस प्रकार से लोकसभा चुनाव की तैयारी के लिए जुटें, इसको लेकर योजना बनी है.
बीजेपी योग्य और जीतने वाले प्रत्याशियों को चुनाव के मैदान में उतारेगी. हमें पूरा विश्वास है छत्तीसगढ़ की जनता इस बार भाजपा को 11 की 11 सीटें देगी.
2019 में कांग्रेस के खाते में आई थी 2 सीट
लोकसभा चुनाव (Lok Sabha Chunav 2024) को कुछ महीने बचे हैं. ऐसे में बीजेपी ने अपनी तैयारी जोरों से शुरू कर दी है. 2019 के लोकसभा चुनाव में छतीसगढ़ की 11 सीटों में कांग्रेस के खाते में 2 सीटें आई थीं.
इस चुनाव में बीजेपी ने कांग्रेस को ऑल आउट करने का दावा कर दिया है. ऐसे में सवाल है कि क्या विधानसभा चुनाव हारने के बाद कांग्रेस लोकसभा चुनाव में बेहतर प्रदर्शन कर पाएगी.
यह भी पढ़ें : Mann Ki Baat: अब मोदी नहीं करेंगे मन की बात, PM ने बताया कारण, जनता से की ये अपील
कांग्रेस के मीडिया चेयरमैन सुशील आनंद शुक्ला का कहना है कि कांग्रेस लोकसभा चुनाव (Lok Sabha Chunav 2024) में बीजेपी से ज्यादा सीटें जीतेगी. वहीं बीजेपी मानकर चल रही है कि पूरा प्रदेश मोदी मय है, मोदी गारंटी पूरी हो रही है. कांग्रेस में भगदड़ है.
बीजेपी ने 24 में 400 पार का नारा दिया
अब सवाल है कि राहुल गांधी की भारत जोड़ो न्याय यात्रा कुछ कमाल करेगी? कांग्रेस 2019 की 2 सीटें बरकरार रख पाएगी या बीजेपी इस बार (Lok Sabha Chunav 2024) कांग्रेस का सफाया करेगी.
यह भी देखें: Mann Ki Baat: अब मोदी नहीं करेंगे मन की बात, PM ने बताया कारण, जनता से की ये अपील
बीजेपी ने 24 में 400 पार का नारा दिया है. ऐसे में समझते हैं कि छत्तीसगढ़ की 11 सीटें बीजेपी के इस 400 पार के नारे को कितना साकार करती है.
अगर छत्तीसगढ़ के 11 सीटों की बात करें तो 2 सीटें कोरबा और बस्तर कांग्रेस के पास है. कोरबा से ज्योत्सना चरणदास महंत सांसद हैं और बस्तर से दीपक बैज सांसद हैं. बता दें कि दीपक बैज प्रदेश कांग्रेस के अध्यक्ष भी हैं. तो वहीं बीजेपी के पास वर्तमान में 9 सीटें हैं.
अब समझाइए सभी 11 सीटों का इतिहास
रायपुर में 1996 से बीजेपी जीत रही है. तो वहीं राजनांदगांव में कांग्रेस से 1998 में मोतीलाल वोरा और 2004 में देवब्रत सिंह चुनाव जीते, लेकिन उसके बाद 3 बार से वहां बीजेपी ही जीत रही है.
इसी तरह जांजगीर-चांपा, रायगढ़, कांकेर, सरगुजा और बिलासपुर लोकसभा सीट में राज्य बनने के बाद से बीजेपी का ही कब्जा है. वहीं राज्य बनने के बाद दुर्ग लोकसभा सीट में 4 चुनावों में एक बार कांग्रेस और 3 बार बीजेपी का सांसद चुना गया.
महासमुंद में राज्य बनने के बाद 2004 के चुनाव में अजीत जोगी की जीत हुई थी, लेकिन तीन बार से बीजेपी इस सीट पर जीत आई है. वहीं बस्तर में 3 बार बीजेपी का सांसद बना, फिर दीपक बैज सांसद चुने गए. 2008 में परिसीमन के बाद अस्तित्व में आई कोरबा लोकसभा सीट पर एक बार कांग्रेस और एक बार बीजेपी ने जीत दर्ज की है.
कांग्रेस और बीजेपी दोनों ही पार्टियां छत्तीसगढ़ में लोकसभा चुनाव की तैयारियों में जुट गईं हैं. अब देखना होगा प्रदेश में मोदी का मैजिक चलता है या कांग्रेस के धैर्य की जीत होगी.