Lok Sabha Chunav 2024: इंदौर सीट से कांग्रेस ने अक्षय कांति बम को प्रत्याशी बनाया था. 29 अप्रैल को उन्होंने अचानक नाम वापस ले लिया. जिसके बाद कांग्रेस नेता उन्हें खरी खोटी सुना रहे हैं. इसी बीच अब बम ने आज इस मामले पर खुलकर मीडिया से चर्चा की है. उन्होंने कहा की मैं हारी हुई सीट पर भी कांग्रेस की तरफ से चुनाव लड़ने के लिए तैयार हुआ ये मेरी ईमानदारी थी.
‘कांग्रेस के पास 3 घंटे थे’
अक्षय ने अपने ऊपर लग रहे आरोपों को लेकर कहा कि 29 अप्रैल को मैंने 12 बजे कांग्रेस प्रत्याशी के रूप में नामांकन वापस ले लिया था. कांग्रेस को अपना प्रत्याशी घोषित करने के लिए 3 घंटे थे. इसके बाद भी कांग्रेस ने अपना प्रत्याशी घोषित नहीं किया. यह मेरी ईमानदारी है कि हारी हुई सीट पर मैं चुनाव लड़ने के लिए तैयार हुआ. चुनाव के बाद जाता तो गद्दारी होती.
कैलाश विजयवर्गीय की सलाह पर नाम वापस लिया
अक्षय कांति बम ने कहा मैं भाग्यशाली हूं कि कैलाश विजयवर्गीय का संरक्षण मुझे मिला. कैलाश जी से मेरे 20 साल और मेरे पिता के 35 साल पुराने संबंध हैं. मैंने अपनी समस्या पिता कांति बम को बताई थी. उन्होंने कैलाश जी को बताया जिसके बाद मैंने कैलाश जी की सलाह पर मैंने नामांकन वापस ले लिया.
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‘सुमित्रा ताई को जवाब देने की मेरी औकात नहीं’
सुमित्रा महाजन के बयान पर अक्षय कांति बम ने कहा कि ताई देश की बड़ी नेता हैं. मैं उनकी बात का जवाब दूं इतनी मेरी औकात नहीं है. मेरे नामांकन के समय कार्यकर्ता ही साथ नहीं थे. 2600 बूथ पर काम करने के लिए मेरे पास इतनी बड़ी टीम नहीं थी. 12 दिन चुनाव (Lok Sabha Chunav) को रह गए थे, लेकिन जनसंपर्क नहीं हो रहा था तो मैं क्या करता.