हनुमानजी अपने समय के सबसे बुद्धिमान, नीतिज्ञ और गुणी लोगों में से एक माने जाते हैं। अपने गुणों के बल पर उन्होंने भगवान राम का भरोसा जीता था और कई बार कठिन कार्यों को सफलता पूर्वक अंजाम दिया था, हनुमानजी लगनशील थे और हमेशा सीखने के लिए तैयार रहते थे। बचपन से अंत तक उन्होंने सभी से कुछ न कुछ सीखा था। हनुमानजी अच्छे लीडर थे, उनकी कम्युनिकेशन स्किल अच्छी थी। हनुमानजी किसी भी काम को छोटा बड़ा नहीं समझते थे और जो भी काम उन्हें सौंपा जाता था, सही योजना के साथ करते थे… हनुमानजी शक्तिशाली थे पर विनम्र भी थे, इसलिए लोग उनसे खुश रहते थे। लंका में जब उन्होंने अशोक वाटिका को उजाड़ा हो या शनिदेव का घमंड चूर किया हो उनकी विनम्रता का स्तर बहुत ऊंचा था। यदि आप टीमवर्क कर रहे हैं या नहीं कर रहे हैं फिर भी एक प्रबंधक का विनम्र होना जरूरी है।