MP Datiya Sadhavi Shivangi ka Chamatkar: भगवान में अटूट आस्था को लेकर आजकल कई चमत्कारों (Laddu Gopal ka Chamatkar) का दावा किया जाता है। ऐसे ही एक चमत्कार आज दतिया की साध्वी शिवांगी ने भोपाल में किया है। जहां भक्तों की भीड़ के सामने उन्होंने भगवान को भोग लगाया और वो भोग कुछ समय बाद साध्वी के मुंह में आ गया।
इसके बाद पूजा अर्चना करके पूजन स्थल का पर्दा लगा दिया गया। इसके कुछ समय बाद लड्डू गोपाल को लगाया भोग दतिया की साध्वी शिवांगी के मुंह में आ गया। (Datiya Sadhvi Shivangi News) कर रही हैं। उनके अनुसार लड्डू गोपाल की उनपर विशेष कृपा है। जिसके कारण ये चमत्कार होता है
उनका दावा है कि वे अपने आराध्य लड्डूगोपाल को जो भी भोग लगाती हैं, वो उनके यानी की साध्वी के मुंह में आ जाता है।
साध्वी शिवांगी का कहना है उनकी लड्डू गोपाल के प्रति बचपन से ही आस्था थी, लेकिन उनके पास लड्डू गोपाल की प्रतिमा खरीदने के पैसे नहीं थे।
सांसद के भाई के घर आईं थीं साध्वी शिवांगी
आपको बता दें साध्वी शिवांगी सांसद आलोक शर्मा के छोटे संजय शर्मा के घर आई थी। मुख्य रूप से साध्वी शिवांगी दतिया के इंदरगढ़ की रहने वाली हैं। साध्वी ने बताया यहां भक्तों की आस्था कम थी इसलिए भगवान को भोग ग्रहण करने में टाइम लग गया।
साध्वी ने कहा संदेह की कोई बात ही नहीं
बंसल न्यूज से हुई खास बातचीत में साध्वी ने बताया कि भगवान जिसकी भक्ति से खुश होते हैं उसका भोग ग्रहण कर लेते हैं। यहां करीब 12 बजे लड्डू गोपाल को भोग लगाया गया जिसके बाद दो घंटों के इंतजार के बाद भगवान ने भोग ग्रहण किया और वो भोग का प्रसाद दतिया की साध्वी शिवांगी के मुंह में आ गया।
दो घंटे तक भक्त भगवान के भजन करते रहे। इसी बीच भगवान द्वारा भोग ग्रहण करने का इंतजार किया गया। दो घंटे के इंतजार के बाद आखिरकार दतिया की साध्वी शिवांगी के दावे के अनुसार भगवान ने भोग ग्रहण किया और वही भोग साध्वाी के प्रसाद में निकला।
बचपन से ही लड्डू गोपाल में आस्था
दतिया की साध्वी शिवांगी का दावा है कि वो अपने आराध्य लड्डूगोपाल को जो भी भोग लगाती हैं, वो उनके यानी की साध्वी के मुंह में आ जाता है। साध्वी शिवांगी का कहना है, उनकी लड्डू गोपाल के प्रति बचपन से ही आस्था थी, लेकिन उनके पास लड्डू गोपाल की प्रतिमा खरीदने के पैसे नहीं थे।
एक दुकानदार ने उन्हें लड्डू गोपाल दे दिए, उसके बाद वो उनकी पूजा करने लगी। उनकी पिताजी की मृत्यु के बाद वो काफी दुखी और अकेली थी जिसके बाद उनकी लड्डू गोपाल के प्रति आस्था और भक्ति बढ़ती गई।
उनका दावा है, कि लड्डू गोपाल को वो जो भी भोग लगाती है वो उनके मुंह में आ जाता है।
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