Korea Tiger Death Case: मुख्यमंत्री विष्णु देव साय ने कोरिया जिले में बाघ की मौत की घटना को गंभीरता से लिया है और इस घटना के लिए जिम्मेदार अधिकारियों तथा कर्मचारियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई करने के निर्देश प्रधान मुख्य वनसंरक्षक और वन बल प्रमुख, व्ही. श्रीनिवास राव को दिए हैं।
वनरक्षक और वनपाल निलंबित
इन निर्देशों के तहत, कोरिया वनमंडल के बैकुण्ठपुर क्षेत्र के सोनहत परिक्षेत्र में स्थित रामगढ़ सर्किल के वनरक्षक पिताम्बर लाल राजवाड़े और वनपाल रामप्रताप सिंह को निलंबित कर दिया गया है। इसके साथ ही, सोनहत परिक्षेत्र के वन क्षेत्रपाल विनय कुमार सिंह से बाघ की मृत्यु के संबंध में स्पष्टीकरण भी मांगा गया है।
मुख्यमंत्री ने वन विभाग के अधिकारियों और कर्मचारियों से वनों की सुरक्षा और वन्यजीवों के संरक्षण में पूरी तत्परता से अपने कर्तव्यों का पालन करने की अपेक्षा की है। उन्होंने चेतावनी दी कि इस मामले में किसी भी प्रकार की लापरवाही पर जिम्मेदार लोगों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी।
बता दें कि कोरिया जिले के गुरुघासीदास नेशनल पार्क के ऑरेंज जोन में एक बाघ का मृत शरीर पाया गया था। पोस्टमॉर्टम के बाद शनिवार को उसका अंतिम संस्कार कर दिया गया। प्रदेश के प्रमुख वन संरक्षक (PCCF) वी. मातेश्वरन ने बताया था कि पोस्टमॉर्टम रिपोर्ट के अनुसार बाघ की मौत जहर खाने से हुई है।
जून 2022 में भी इलाके में एक बाघ की हुई थी मौत
यह पहली बार नहीं है, जब बाघ की मौत जहर देने से हुई हो। जून 2022 में भी गुरुघासीदास नेशनल पार्क के इलाके में एक बाघ की मौत हुई थी। उस बाघ को भैंस के मांस में जहर मिलाकर मार दिया गया था, जिसके बाद चार ग्रामीणों को गिरफ्तार किया गया था। इसी तरह की एक घटना 2018 में भी हुई थी।
देश का तीसरा सबसे बड़ा टाइगर रिजर्व होगा गुरुघासीदास नेशनल पार्क
गुरुघासीदास नेशनल पार्क और तमोर पिंगला अभ्यारण्य को मिलाकर अब एक नया टाइगर रिजर्व बनाने की अधिसूचना जारी की गई है, जो देश का तीसरा सबसे बड़ा टाइगर रिजर्व होगा। इस क्षेत्र में कई बाघ विचरण करते हैं, और हाल ही में एक बाघ सूरजपुर सीमा तक पहुंच चुका है, जबकि एक अन्य बाघ बलरामपुर जिले के सनावल क्षेत्र में देखा गया है।