हाइलाइट्स
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कांग्रेस ने दूसरी बार जताया ज्योत्सना पर भरोसा
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ढाई साल के काम को जनता ने दिया समर्थन
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कोरबा सीट में दोनों महिला प्रत्याशी में टक्कर
कोरबा। CG Loksabha Chunav: कोरबा सीट से कांग्रेस पार्टी ने फिर से वर्तमान सांसद ज्योत्सना महंत को मौका दिया है। ज्योत्सना महंत अपने समर्थन में प्रचार कर रही हैं, इस दौरान उन्होंने अपने ही कार्यकाल पर सवाल उठाए हैं।
रामपुर विधानसभा क्षेत्र में एक सभा के दौरान उन्होंने कहा कि मैंने 3 साल तक कोई काम नहीं किया है।
कांग्रेस प्रत्याशी के इस बयान से छत्तीसगढ़ में सियासी सरगर्मी तेज हो गई है। वहीं उन्होंने जनता का आभार भी व्यक्त किया है।
ढाई साल के काम को समर्थन
लोकसभा चुनाव में कांग्रेस प्रत्याशी ज्योत्सना महंत (CG Loksabha Chunav) ने कहा कि मैंने तीन साल कोई काम नहीं किया। मेरे ढाई साल के काम को जनता ने समर्थन दिया है।
जनता के इस समर्थन को धन्यवाद दिया है और आभार जताया है। इस पर बीजेपी ने तंज कसते हुए कहा कि चुनाव के समय घर से बाहर निकलने वाले नेताओं को घर बिठा देना चाहिए।
जनता के लिए काम नहीं करने वालों को इस बार कोरबा की जनता हमेशा के लिए घर बिठा देगी। बीजेपी हमेशा जनता के बीच रहती है।
बीजेपी प्रत्याशी सरोज पांडे से मुकाबला
कोरबा लोकसभा (CG Loksabha Chunav) सीट से बीजेपी ने सरोज पांडेय को चुनावी मैदान में उतारा है। सरोज पांडेय दुर्ग की जगह इस बार कोरबा से लोकसभा चुनाव लड़ रही हैं।
इस सीट पर कांग्रेस की महिला प्रत्याशी ज्योत्सना महंत और बीजेपी प्रत्याशी सरोज पांडेय के बीच रोचक चुनावी मुकाबला है। इस सीट पर अब सबकी नजर है।
ज्योत्सना महंत का सफर
सांसद ज्योत्सना चरणदास महंत का जन्म वर्ष 18 नवंबर 1953 को हुआ। वे एमएससी (प्राणी शास्त्र) की शिक्षा प्राप्त हैं। 25 वर्षों से राजनीति में हैं।
वे अपने ससुर और छत्तीसगढ़ राज्य के स्वप्रदृष्टा स्व. बिसाहू दास महंत और पति छत्तीसगढ़ (CG Loksabha Chunav) विधानसभा के नेता प्रतिपक्ष और पूर्व केंद्रीय मंत्री डॉ. चरणदास महंत को अपना राजनैतिक आदर्श और प्रेरणास्त्रोत मानती हैं।
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बीजेपी प्रत्याशी सरोज पांडेय का सफर
बीजेपी ने कोरबा से सरोज पांडेय को प्रत्याशी (CG Loksabha Chunav) बनाया है। पिछली बार कोरबा सीट पर बीजेपी हार गई थी।
बीजेपी ने इस बार कोरबा में दमदार प्रत्याशी मैदान में उतारा है। सरोज पांडे की गिनती छत्तीसगढ़ की ताकतवर महिला नेताओं में होती है।
सरोज पांडे का जन्म छत्तीसगढ़ के भिलाई में हुआ था। उन्हें एक ही साल में दुर्ग जिले से महापौर, विधायक और सांसद के रूप में कार्य करने वाली छत्तीसगढ़ की एकमात्र नेता होने का अनूठा गौरव प्राप्त है।
वर्ष 2000 में उन्हें मेयर की जिम्मेदारी दी गई और वह अपने गृहनगर में यह पद संभालने वाली पहली महिला बनीं थी।
उन्होंने 2008 में वैशाली नगर विधानसभा से चुनाव (CG Loksabha Chunav) लड़ा और जीत हासिल की। फिर 2009 में, उन्होंने दुर्ग निर्वाचन क्षेत्र से लोकसभा चुनाव लड़ा और तीन बार के मौजूदा सांसद को हराकर विजयी हुईं।