कोण्डागांव: छत्तीसगढ़ के जिले कोण्डागांव में मेलरिया ने एक ही परिवार के दो मासूमों को अपनी चपेट में ले लिया। जिसमें 12 साल की जागेश्वरी की इलाज के दौरान मौत हो गई वहीं भाई का इलाज फिलहाल जारी है।
प्रशासन चला रहा मलेरिया मुक्त अभियान
बता दें कि दोनों ही ग्राम पंचायत भोगाड़ी के मरवाबेड़ा के रहने वाले है। एक तरफ प्रशासन की तरफ से मलेरिया की रोकथाम के लिए मलेरिया मुक्त अभियान चलाया जा रहा है वहीं दूसरी ओर मलेरिया से लोगों की जान जा रही है। इससे प्रशासन के अभियान पर सवाल खड़े हो रहे हैं।
7 वर्षीय अर्जन का इलाज जारी
स्थानीय निवासी दसरू का कहना है कि राम नेताम की 12 साल की बेटी जागेश्वरी का उपचार अस्पताल में चल रहा था। जहां पर उसकी मौत हो गई। वहीं अब उसके छोटे भाई जिसकी उम्र 7 साल है की हालत गंभीर होने पर उसे जिला अस्पताल के लिए रेफर किया गया है।
स्वास्थ्य अमले की लापरवाही
इस घटना के बाद स्वास्थ्य अमला अब तक ग्राम में मलेरिया स्कैनिंग के लिए नही पहुंचा है । प्राप्त जानकारी के अनुसार, गांव भोगाड़ी के मरवाबेड़ा निवासी दसरू ने दोनों बच्चों को तबीयत बिगड़ने पर प्राथिमिक स्वास्थ्य केंद्र में भर्ती कराया था।
दोनों की हालत गंभीर होने पर उन्हें कोण्डागांव के जिला अस्पताल रेफर किया गया था। बता दें जिला अस्पताल में जब जागेश्वरी की हालात में सुधार नहीं हुआ तो उसे हायर सेंटर ले जाने के लिए रेफर किया गया था। इसी दौरान उसकी मौत हो गई । भाई की भी मलेरिया रिपोर्ट पोजीजिव होने पर उसे हायर सेंटर भेजा गया जहां पर उसका का इलाज जारी है।