Black chane Benefits: क्या आप काला चना खाते हैं? काले चने को अपनी डाइट में शामिल नहीं करते हैं, तो जरूर करें। यह काफी हेल्दी होता है। काला चना रेशेदार होता है और इसमें वसा भी कम होता है। विटामिन और खनिजों
से भरपूर होता है।
काला चना से आप परफेक्ट बॉडी शेप पा सकते हैं। इसके अलावा, इसके ग्लाइसेमिक इंडेक्स भी कम होते हैं। काले चने को खाने से क्लोरोफिल, विटामिन ए, विटामिन बी, विटामिन सी, विटामिन डी और के साथ ही फॉस्फोरस, पोटैशियम,
मैग्नीशियम की आवश्यकता पूरी हो जाती है। जानें, काला चना खाने के फायदे क्या-क्या हैं…
त्वचा के लिए हेल्दी
काले चना फोलेट्स, आहार फाइबर, प्रोटीन, कार्बोहाइड्रेट, कॉपर, आयरन और फॉस्फोरस से भरपूर है। ये त्वचा के लिए फायदेमंद है। इसके साथ ही चने के पानी से चेहरा धोने से चेहरे पर चमक आती है।
ऊर्जा बढ़ाए
काला चने का फायदा यह भी दर्शाता है कि इससे आपके शरीर को उर्जा मिलती है। आपको बता दें कि चना खाने से ऊर्जा मिलती है। यदि आप चने को गुड़ के साथ लेते हैं तो ये और अधिक फायदा करेगा।
आयरन का स्रोत
गर्भवती, स्तनपान कराने वाली महिलाओं और बढ़ते बच्चों के लिए काले चने बहुत ही फायदेमंद है। काले चने में प्रचुर मात्रा में आयरन होता है और यह आपको ऊर्जावान रहने और एनीमिया को रोकने में मदद कर सकता है।
फाइबर से भरपूर
फाइबर से भरपूर काला चना पाचन क्रिया के लिए विशेष फायदेमंद होता है।आप रातभर भिंगोकर रखे गए चने को खाने से कब्ज की समस्या में लाभ मिलता है। साथ ही जिस पानी में चने को भिगोया गया हो उस पानी को फेंकने के बजाय
पीने से भी फायदा होगा।
बवासीर रोग
ऐसे में कब्ज और इससे होने वाली बवासीर रोग की रोकथाम में मदद मिल सकती है।
दिल को रखे दुरुस्त
काला चना एंटीऑक्सिडेंट्स, एंथोसायनिन, फाइटोन्यूट्रिएंट्स और एएलए से भरा हुआ है, जो हृदय रोग की समस्याओं को दूर करके स्वस्थ रक्त वाहिकाओं को बनाए रखने और ऑक्सीडेटिव तनाव से निपटने में आपकी मदद कर सकता
है। यह फोलेट और मैग्नीशियम का भी एक अच्छा स्रोत है, जो आपको दिल के दौरे और स्ट्रोक के खतरे को कम करने में सहायता कर सकता है।
कोलेस्ट्रॉल लेवल करे कम
काले चने घुलनशील फाइबर होता है और यह कोलेस्ट्रॉल के लेवल को कम करता है। काला चना एलडीएल कोलेस्ट्रॉल और कुल कोलेस्ट्रॉल ट्राइग्लिसराइड्स को कम करने में मदद करता है।
डायबिटीज करे कंट्रोल
मधुमेह या डायबिटीज के मरीजों के लिए भी चने का सेवन करना बहुत ही लाभकारी होता है। काले चने में मौजूद कार्बोहाइड्रेट धीरे-धीरे पच जाते हैं जिसके कारण ब्लड शुगर के स्तर को कम किया जा सकता है। इसलिए, यह इंसुलिन
प्रतिरोध में योगदान दे सकता है और टाइप 2 मधुमेह के आपके जोखिम को खत्म कर सकता है।
ये भी पढ़ें:
Supreme Court: ED निदेशक का कार्यकाल विस्तार को मिली मंजूरी, इस दिन तक पद पर बने रहेंगे
MP Elections 2023: ‘विजय संकल्प यात्रा’ निकालेगी बीजेपी, मध्य प्रदेश के इन शहरों से गुजरेगी
Raksha Bandhan 2023: कैसे हुई रक्षाबंधन की शुरूआत, इन ग्रंथों में है वर्णित
ONGC: ओएनजीसी ‘विवाद से विश्वास-2’ योजना लागू करने में जुटी, पढ़ें विस्तार से