Sudarshan Setu Specialities: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने देश के सबसे लंबे केबल पुल ‘सुदर्शन सेतु’ का उद्घाटन किया। ये पुल गुजरात के द्वारका में बना है और इस पुल की भव्यता की काफी चर्चा हो रही है।
सोशल मीडिया पर भी इस पुल की तस्वीर वायरल हो रही है। ये पुल अरब सागर में बेयट द्वारका द्वीप को मुख्य भूमि ओखा से जोड़ने का काम करेगा। आपने भी इसकी भव्यता के बारे में काफी सुना होगा।
बेहद खास ये नया ब्रिज
चार लेन वाले 27.20 मीटर चौड़े पुल के दोनों तरफ 2.50 मीटर चौड़े फुटपाथ हैं। सुदर्शन सेतु एक अद्वितीय डिजाइन का दावा करता है, जिसमें भगवद गीता के श्लोकों और दोनों तरफ भगवान कृष्ण की छवियों से सजा हुआ एक फुटपाथ है।
900 मीटर लंबा केबल-स्टे सेक्शन
इस पुल को ओखा-बेट द्वारका सिग्नेचर ब्रिज भी कहा जाता है। ब्रिज की कुल लंबाई 4,772 मीटर है, जिसमें 900 मीटर लंबा केबल-स्टे सेक्शन भी शामिल है, जो कि 32 पिलर पर टीका हुआ है।
पुल के शुरू होने से इस क्षेत्र में आवागमन के आसान होने से पर्यटन को बढ़ावा मिलेगा।
गीता के श्लोक और भगवान कृष्ण की छवियों का आनंद
चार लेन और 27.2 मीटर चौड़े सुदर्शन सेतु ब्रिज पर चलते हुए आप भगवद गीता के श्लोक और भगवान कृष्ण की छवियों का आनंद ले सकेंगे। पुल के दोनों ओर 2.5 मीटर चौड़े फुटपाथ को खासतौर पर सजाया गया है।
फुटपाथ पर लगे सोलर पैनल एक मेगावाट बिजली का प्रोडक्शन करेंगे। फुटपाथ पर लोगों को पैदल चलने में सुविधा होगी।
सिग्नेचर ब्रिज का बदला गया है नाम
जिस पुल को ‘सिग्नेचर ब्रिज’ के नाम से जाना जाता था, अब उसका नाम बदलकर ‘सुदर्शन सेतु’ या सुदर्शन ब्रिज कर दिया गया है।
बेयट द्वारका ओखा बंदरगाह के पास एक द्वीप है, जो द्वारका शहर से लगभग 30 किमी दूर है, जहां भगवान कृष्ण का प्रसिद्ध द्वारकाधीश मंदिर स्थित है।
379 करोड़ रुपए खर्च हुआ इस ब्रिज को बनाने में
इसके शुरू हो जाने से ट्रैफिक जाम से निजात मिलेगी । ब्रिज शुरू होने से अहमदाबाद-मुंबई नेशनल हाईवे-8 पर भरूच में लगने वाले जाम से निजात मिलने की उम्मीद है।
लाइटिंग इंटरनेशनल स्टैंडर्ड की की गई है। करीब 1.344 किलोमीटर तक लाइटिंग है।
400 से ज्यादा एलईडी लाइट्स लगाए गए हैं इस ब्रिज पर और कुल मिलकर 379 करोड़ रुपए खर्च हुए हैं इस ब्रिज को बनाने में ।