Kids Study Table Vastu Tips: वास्तु का हमारे जीवन में बड़ा महत्व है। आज के समय में सबसे बड़ी समस्या बच्चों की पढ़ाई को लेकर है।
एक तरफ बच्चों में बढ़ती मोबाइल की लत उन्हें मानसिक रूप से कमजोर बना रही है तो वहीं दूसरी आरे पैरेंट्स का कम अटेंशन और घर का वास्तु दोष भी इसका कारण बन सकता है।
तो चलिए जानते हैं कि वास्तु (Vastu Tips) के अनुसार बच्चे के स्टडी टेबल की ऐसी कौन सी चीजें तो बिना देरी करे तुरंत हटा देनी चाहिए। यदि ये चीजें पढ़ाई की टेबल पर रहती हैं तो आपके बच्चे के जीवन नकारात्मकता बढ़ती है और उसकी सफलता में भी रुकावट बढ़ती है।
बच्चों के स्टडी टेबल पर क्या नहीं रखना चाहिए
स्टडी टेबल (Old Thinks on Study Table) पर पुरानी चीजें नहीं होने चाहिए।
वास्तु शास्त्र (Vastu Shastra) के अनुसार बच्चों के स्टडी टेबल पर कभी भी पुरानी फटी पुरानी किताबें नहीं रखनी चाहिए।
टेबल पर बिना शार्प की पेंसिंल (Unsharp Pencil) नहीं होनी चाहिए।
उपयोग न आने वाली चीजें टेबल पर बिल्कुल नहीं होनी चाहिए।
बिना धार वाली पेंसिलें, बिना रिफिल वाले पेन, फटी किताबें (Old Books) और अखबार आपके बच्चे के कमरे में नकारात्मक ऊर्जा पैदा करती हैं।
बच्चे के कैरियर में अगर आप सफलता चाहते हैं तो स्टडी टेबल (Study Table) का साफ होना बहुत जरूरी हैं
ध्यान रहे स्टडी टेबल के नीचे कभी भी जूते चप्पल न हों। ऐसा करने पर बच्चे की एकाग्रता भंग होती है।
ध्यान रहे बच्चे के कमरे में रोशनी की पर्याप्त व्यवस्था हो। खासतौर पर सुबह की रोशनी जरूर आनी चाहिए।
बच्चे के कमरे में बीम नहीं होनी चाहिए। आपको इस बात का विशेष ध्यान रखना है कि अगर बच्चे के कमरे (Bed Room) में बीम है भी तो इसे जहां तक संभव हो तो इसके नीचे बैठने या सोने से बचें।
अव्यवस्थित और धूल भरे कमरे नकारात्मकता का प्रतिनिधित्व करते हैं और आपका बच्चा इसे आसपास से अवशोषित कर लेगा। सबसे बढ़कर, यह याद रखना महत्वपूर्ण है कि एक साफ और व्यवस्थित कमरा एक स्वच्छ और व्यवस्थित दिमाग की ओर ले जाता है।
वास्तु के अनुसार बच्चों के कमरे का रंग कैसा होना चाहिए, किस रंग का क्या है इफेक्ट
बच्चों के कमरे के लिए टॉप 5 कलर
लाल (Red)
लाल एक बोल्ड और चमकदार शेड है जो दृश्य प्रभाव और उच्च ऊर्जा पैदा करता है। यह बच्चों के कमरे के लिए एक विशिष्ट और आकर्षक रंग है जो घर की सजावट के शांत रंगों को संतुलित करने में भी मदद करता है।
पीला (Yellow)
धूप और सूरजमुखी का रंग बच्चों के कमरे में खुशी और उत्साह पैदा करने में मदद करता है। यह बच्चों को प्रेरित करने और उनमें एकाग्रता बढ़ाने के लिए जाना जाता है।
प्राकृतिक हरा (Natural Green)
प्राकृतिक हरा वह रंग है जो बच्चों पर सुखद प्रभाव छोड़ता है। यह रंग हरियाली का प्रतिनिधित्व करता है और आंखों, शरीर और दिमाग को लाभ पहुंचाता है।
नीला (Blue)
शांति और एकाग्रता को दर्शाता नीला रंग आपके बच्चे के बेडरूम के पढ़ने के कोने के लिए एक आदर्श रंग है। यह शांत रंग रक्तचाप और हृदय गति के लिए भी उपयुक्त है।
रॉयल पर्पल (Royal Purple)
रॉयल पर्पल रचनात्मकता से जुड़ा है और इस प्रकार, बच्चों के बेडरूम के लिए एक आदर्श रंग है। यह रंग आत्मविश्वास और महत्वाकांक्षा का भी प्रतिनिधित्व करता है और आपके बच्चे के व्यवहार में सकारात्मक सुधार लाने के लिए है।
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