Assam: हम भारतीयों को खाना बनाने और खाना खाने का काफी शौक होता है। खाना बनाने और खाने के मामले में हम सबको पीछे छोड़ देते है। भारत को विविधिताओं का देश कहा जाता है। पहनाओं के साथ-साथ हमारे खानपान में भी काफी विविधिताएं हैे। कश्मीर से लेकर कन्याकुमारी तक आपको खाने में तरह-तरह की Variety की डिश (dish) मिलेगी।
हम सबने संब्जियों (vegetables) और फलों (fruits) से बनी डिश तो काफी खाया है। लेकिन क्या आप जानते है कि बांस से भी स्वादिष्ट व्यजंन बनाया जा सकता है। अगर नहीं तो खोरिसा के बारे में ये जानकारी आपके लिए है। वैसे तो हम सबको पता है कि नॉर्थइस्ट (northeast) की संस्कृति और पहनावे के साथ ही खान-पान भी काफी अलग है।
पूर्वोत्तर भारत (northeast) का असम (Assam) राज्य अपने खूबसूरत प्राकृतिक नजारों के लिए मशहूर (famous) है। लेकिन यह काफी कम लोगों को पता है कि बांस से बनी एक डिश यहां की संस्कृति का ही एक नमूना है।
सुनने में अटपटा लगता है न कि बांस से कैसे कोई डिश बन सकती है, लेकिन ऐसा है। बांस से बनी इस डिश का नाम खोरिसा है,इसे बह गज और अंग्रेजी में बैंबू शूट कहते है। खोरिसा एक तरह का अचार है। जिसका स्वाद काफी लजीज रहता है।
इस डिश को बनाने के लिए बांस की शाखाओं का उपयोग किया जाता है। मुलायम बांस की शाखाओं को तब तक छीला जाता है। जब तक कि अंदर का सफेद हिस्सा ना दिखाई देने लगे।
इसके बाद इस बैंबू शूट को ओखली में कूटा जाता है। या फिर आप मिक्सर की मदद से भी इसे पीस सकते है। कुटे हुए बैंबू शूट को कांज के जार में रख जाता है। एक सप्ताह तक ये प्राकृतिक रूप से फर्मेंट होता है। जिससे इसका पानी बांस से बाहर निकल जाता है। तय समय के बाद इस बैंबू शूट के पानी को निकाल देते हैं। और सरसो का तेल, लाल मिर्ची और नमक मिला देते हैं।
इस बांस के अचार को खोरिसा कहते हैं। इसे लोकल भाषा में बम्बुसा बल्कोया, बरूवा, बेरू, भालू बांस, बोरो बंसबराक कई नामों से जाना जाता है। जिन बासों से यह अचार बनता है वह उत्तरी-पूर्वी राज्यों में पाए जाते हैं। इसके साथ ही साधारण तरीके से तैयार होने वाले इस खोरिसा अचार के फायदे काफी ज्यादा हैं।
वजन कम करने में कारगर खोरिसा
खोरिसा न सिर्फ खाने में ही स्वादिष्ट लगता है बल्कि इससे आपके हेल्थ पर भी काफी अच्छा असर पड़ता है। स्थानीय लोगों का मानना है कि इसे खाने से वजन घटता है। साथ ही हार्ट संबंधित (heart attack) बीमारियां भी नहीं होती है। साथ ही इम्यूनिटी, पेट दर्द और ब्लड प्रेशर (blood pressure) भी कंट्रोल (control) में रहता है।